बिलासपुर
पत्नी ने की एसपी से शिकायत, जांच टीम बनाने की घोषणा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 25 फरवरी। शहर के बरसैयां ट्रेडर्स के कार ड्राइवर की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत को लेकर सिविल लाइन के थाना प्रभारी परिवेश तिवारी की भूमिका संदेह के दायरे में आ गई है। पुलिस अधीक्षक ने अब इस मामले में जांच टीम गठित करने की बात कही है।
बीते 5 फरवरी को उक्त फर्म के कार ड्राइवर केजऊ उर्फ गोवर्धन यादव की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। उसके शरीर पर कई जगह चोट के निशान, हेड इंजरी पाए गए हैं। 5 फरवरी को देर रात यह घटना हुई। मृतक ड्राइवर मालिक के दो बेटे सुयश, सौरभ तथा एक युवती को लेकर उनकी हेक्टर कार में घर आ रहा था। अमेरी चौक के पास मिले एक दुकान की सीसीटीवी फुटेज में दिखाई दे रहा है कि पीछे बैठे लोग दरवाजा खोल कर ड्राइवर को बाहर निकालते हैं और बाहर आते ही ड्राइवर वहां से भागता है। सिविल लाइन पुलिस का दावा है कि इस मामले में कार सवार लोगों सहित करीब 14 लोगों से पूछताछ की गई है लेकिन उनके बयान में यही सामने आया है कि ड्राइवर की मौत भागते समय गिर जाने से हुई ।
दूसरी और पुलिस की भूमिका पर मृतक की पत्नी मीनाक्षी ने सवाल उठाते हुए एसपी से मांग की है कि टीआई परिवेश तिवारी को जांच से अलग किया जाए। टीआई उसे लगातार धोखे में रखते रहे कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आई है, जबकि रिपोर्ट काफी पहले आ गई थी। ड्राइवर के खून से सने कपड़े की जगह दूसरे कपड़े की जब्ती बनाने की कोशिश की गई। डॉक्टरों पर भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट गलत बनाने के लिए दबाव डाला गया। अंतिम समय में बरसैयां ट्रेडर्स के मालिक के बेटे मृतक के साथ थे लेकिन उनको बचाया जा रहा है। इसके बावजूद कि उसकी हत्या के पर्याप्त सबूत हैं।
इधर पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने कहा है कि इस बात की जानकारी ली जा रही है कि आखिर ड्राइवर को कार से बाहर क्यों निकाला गया और वह उतरते ही क्यों भागा। भागने की वजह से आई चोट या हमले की वजह से उसकी मौत हुई है इसकी जांच के लिए एक टीम बनाई जा रही है। रिपोर्ट के आधार पर निष्पक्ष कार्रवाई की जाएगी।