मनेन्द्रगढ़-चिरिमिरी-भरतपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 18 मार्च। कलेक्टर पीएस धु्रव के द्वारा ग्राम पंचायत चौघड़ा में 16 लाख की लागत से निर्मित हो रहे अमृत सरोवर का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। उन्होंने सरोवर का निर्माण कार्य तेजी से पूर्ण करने के निर्देश मौके पर उपस्थित जनपद पंचायत सीईओ, सब इंजीनियर व रोजगार सहायक को दिए।
कलेक्टर ने अमृत सरोवर का शेष कार्य 3 दिवस में पूर्ण करने के साथ-साथ पिचिंग कार्य, जल निकासी हेतु समुचित प्रबंध करने के निर्देश दिए। सीईओ जनपद पंचायत को जनपद मनेंद्रगढ़ अंतर्गत निर्माणाधीन सभी अमृत सरोवर तालाब निर्माण कार्य प्राथमिकता के आधार पर 31 मार्च तक पूर्ण कराने का निर्देश दिए गए। कार्य स्थल पर श्रमिकों के लिए छाया की व्यवस्था, मेडिसीन एवं पीने के पानी आदि की यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए साथ ही कार्यस्थल पर लागत राशि सूचना पटल पर अंकित कराने को कहा गया। कलेक्टर द्वारा ग्राम चौघड़ा शासकीय आवासीय परिसर के पीछे बन रहे देव गुड़ी कार्य का भी निरीक्षण कर 15 दिवस के भीतर कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए गए।
समय पर कार्यालय नहीं पहुंचने वालों पर दिखाई सख्ती
कलेक्टर द्वारा नगर पंचायत नई लेदरी कार्यालय का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान मुख्य नगर पालिका अधिकारी अंजना वाइकिल्फ, उप अभियंता अजय पैकरा एव कैशियर अविनाश जायसवाल के कार्यालयीन समय के 1 घंटा बाद भी कार्यालय नहीं पहुंचने के कारण उनके 1 दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए गए। कलेक्टर ने कार्यालय निर्धारित समय में पहुंचने काम पूरी ईमानदारी के साथ करने हेतु उपस्थित अन्य कर्मचारियों को निर्देशित किया।
स्वास्थ्य सुविधाओं का लिया जायजा
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नई लेदरी का निरीक्षण कर कलेक्टर द्वारा स्वास्थ्य केंद्र में दवा की उपलबता, मरीजों को दी जाने वाली सुविधाओं आदि के संबंध में स्वास्थ्य अमले से चर्चा की गई। उन्होंने झगराखंड व नई लेदरी से आए मरीजों से बातचीत की।
अस्पताल में मिलने वाली सुविधाओं के संबंध में जानकारी ली। कलेक्टर ने मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना के संबंध में भी ग्रामीणों से चर्चा की। उन्होंने हॉस्पिटल परिसर के बाहर एवं सभी वार्डों में साफ-सफाई दुरूस्त रखने के निर्देश दिए। वहीं डाटा एंट्री ऑपरेटर के विलंब से आने पर सीएमएचओ डॉ. सुरेश तिवारी को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। नई लेदरी में धनवंतरी मेडिकल स्टोर का निरीक्षण कर जेनेरिक दवाओं की उपलब्धता के संबंध में जानकारी ली और नियमित रूप से दुकान खोलने निर्देशित किया। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सकों से जेनेरिक दवा का ज्यादा से ज्यादा उपयोग कराने निर्देशित किया गया।