गरियाबंद

पूर्व सांसद ने किया मुख्यमंत्री के बयान का पलटवार
25-May-2023 3:01 PM
पूर्व सांसद ने किया मुख्यमंत्री के बयान का पलटवार

जाति-वर्ग की राजनीति करने पर उतर आए सीएम-चंदूलाल

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 25 मई।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भाजपा अपनाती है ओबीसी विरोधी दृष्टिकोण वाले बयान पर पलटवार करते हुए महासमुंद के पूर्व सांसद एवं ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चंदूलाल साहू ने कहा कि अपने खुद के कार्यकाल में लगातार एक के बाद एक बड़े-बड़े घोटाले सामने आने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को आगामी विधानसभा चुनाव में अपनी सत्ता जाती दिखाई देने लगी है, जिसके चलते ही वे इन दिनों बहकी-बहकी बातें करने लगे हैं। श्री साहू ने कहा कि बड़े-बड़े घोटालों से जनता का ध्यान भटकाने मुख्यमंत्री बघेल, अब जाति-वर्ग की राजनीति करने पर उतर आए हैं और समाज के जाति वर्ग को भाजपा के प्रति भडक़ा रहे हैं। 

उन्होंने कहा कि भाजपा को ओबीसी विरोधी कहने से पहले मुख्यमंत्री बघेल जनता को कम से कम इतना तो बता देते कि क्यों उनकी कांग्रेस पार्टी के पूर्व प्रधानमंत्रियों जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी ने ओबीसी वर्ग को आरक्षण के लिए, उनके ही कार्यकाल में गठित समितियों की सिफारिशों को लागू नहीं किया? क्यों उन, समितियों की सिफारिशों को कचरे के डिब्बे में डालकर वर्षों तक ओबीसी वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण से वंचित रखा? 

श्री साहू ने कहा कि वर्ष 1954 में जब जवाहरलाल नेहरू प्रधानमंत्री थे, तो उनकी सरकार द्वारा बनाई गई काका कालेलकर समिति ने ओबीसी वर्ग को आरक्षण की सिफारिश की थी, लेकिन नेहरू ने समिति की सिफारिशों को लागू नहीं किया। वर्ष 1978 में देश में जनता पार्टी के नेतृत्व में बनी गैर कांग्रेसी सरकार ने ओबीसी वर्ग को आरक्षण देने के लिए, बी.वी. मंडल समिति का गठन किया, जिसने ओबीसी वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण की सिफारिश की थी। लेकिन इससे पहले की बी.वी. मंडल कमिशन की सिफारिश लागू की जाती वर्ष 1980 में सरकार बदल गई और एक बार फिर से इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री बनी, जिन्होंने ओबीसी वर्ग के हितों को दरकिनार कर बी.वी. मंडल समिति की सिफारिशों को कचरे के डिब्बे में डाल दिया। वह तो भला हो वर्ष 1990 में प्रधानमंत्री बने विश्वनाथ प्रताप सिंह का, जिन्होंने ओबीसी वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण का आदेश जारी किया।

श्री साहू ने कहा कि गांधी परिवार की सेवा में मग्न, मुख्यमंत्री बघेल को यह नहीं भूलना चाहिए की देश के इतिहास में पहली बार केंद्र की मोदी सरकार में 27 मंत्री ओबीसी वर्ग से हैं। मोदी सरकार ने ही नवोदय और केंद्रीय विद्यालयों सैनिक स्कूलों के अलावा नीट की परीक्षा में भी ओबीसी वर्ग के बच्चों को 27 प्रतिशत आरक्षण दिया है। इतना ही नहीं ओबीसी वर्ग के हितों को ध्यान में रखते हुए ओबीसी आयोग भी बनाया है। श्री साहू ने कहा मैं खुद ओबीसी वर्ग से आता हूं और भाजपा ने मुझे 1 बार विधायक, 2 बार सांसद बनने का सौभाग्य दिया है। इसके अलावा वर्तमान में मुझे, भाजपा के अन्य पिछड़ा वर्ग मोर्चा का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया है। अंत में श्री साहू ने कहा कि भाजपा के विरोध में अनर्गल टीका-टिप्पणी कर मुख्यमंत्री बघेल, गांधी परिवार को तो खुश कर सकते हैं लेकिन आम जनता को नहीं। वैसे भी अब उनकी सरकार के दिन गिनती के ही रह गए हैं।

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news