गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 15 जुलाई। छत्तीसगढ़ शासन की ओर से अधिकारी, कर्मचारियों के लंबित मांगों की सतत उपेक्षा किए जाने से राज्य के कर्मचारियों में तीव्र आक्रोश व्याप्त है।
छत्तीसगढ़ शिक्षक संघ के प्रांताध्यक्ष ओंकार सिंह प्रांतीय महामंत्री यशवंत सिंह वर्मा एवं संभागीय अध्यक्ष रायपुर राम नारायण मिश्रा ने बताया कि प्रदेश के चार लाख शिक्षक, कर्मचारी सहित लगभग दो लाख से अधिक पेंशनरों को विगत कई वर्षों से निर्धारित तिथि से डीए एवं एरियर्स राशि का भुगतान नही किए जाने से राज्य के समस्त कर्मचारियों को प्रति माह पाँच से पच्चीस हजार रुपयों का आर्थिक नुकसान हो रहा है। जबकि इसी दौरान छत्तीसगढ़ के विधायक, मंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष के वेतनमान में वार्षिक सात लाख रुपये से अधिक की वृद्वि की गई है।
जिसके चलते राज्य के कर्मचारी, अधिकारी अपने इस आर्थिक शोषण के खिलाफ आगामी 1 अगस्त को अपने मूल दायित्वों से पृथक हो कर अनिश्चित कालीन आंदोलन हेतु बाध्य होना पड़ रहा है।
ज्ञात हो कि वर्तमान में मध्य प्रदेश सहित अधिकांश राज्य अपने कर्मचारियों को केन्द्र के समान 42 प्रतिशत महंगाई भत्ता दे रहे है। वहीं छत्तीसगढ़ में अभी 33 प्रतिशत एवं अगस्त से 38 प्रतिशत देय होगा। छत्तीसगढ़ शिक्षक संघ के प्रांताध्यक्ष ओंकार सिंह ठाकुर, महामंत्री यशवन्त सिंह वर्मा, कोषाध्यक्ष संजय सिंह, संभागीय अध्यक्ष रायपुर रामनारायण मिश्रा, संभागीय सचिव ओंकार प्रसाद वर्मा, जिला अध्यक्ष रायपुर सुनील नायक, नवीन चंद्राकर धमतरी, प्रकाश तिवारी बलौदाबाजार, टेकराम सेन महासमुंद, अवधराम वर्मा आदि ने शासन से मांग की है कि राज्य शासन भी यथाशीघ्र शिक्षकों एवं कर्मचारियों को भी देय तिथि से केंद्र के सामान एरियर्स सहित डीए का भुगतान करें।