गरियाबंद
![बारिश के बीच श्रद्धालुओं ने किया भुवनेश्वर नाथ महादेव का जलाभिषेक बारिश के बीच श्रद्धालुओं ने किया भुवनेश्वर नाथ महादेव का जलाभिषेक](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/17217282891.jpg)
सावन के पहले सोमवार शिव की नगरी में गूंजा हर हर महादेव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 23 जुलाई। राजिम के थानापारा में स्थित भुवनेश्वर नाथ महादेव में सावन के पहले सोमवार को जलभिषेक कार्यक्रम संपन्न हुआ। सुबह से ही विद्वान पंडितों के द्वारा मंत्रोचार किए गए। रुद्राभिषेक तथा जलाभिषेक का कार्यक्रम 11.30 बजे से शुरू हो गया। प्रसिद्ध पद्म तालाब से लेकर श्रद्धालु कतारबद्ध होकर बाबा भोलेनाथ में जल डालने के लिए आतुर दिखाई दिए। कोई छाता लेकर खड़े हुए थे तो कोई रेनकोट पहने हुए थे इनमें से अधिकांश श्रद्धालु पानी से बचने के कोई जुगाड़ नहीं रखे हुए थे और बोल बम का उच्चारण करते हुए हाथ में बाल्टी लेकर एक-दूसरे को दे रहे थे। एक हाथ से दूसरा और तीसरा इसी तरह से महादेव तक पानी पहुंच रहा था। लगातार डेढ़ घंटे तक जलाभिषेक होता रहा। ढाई क्विंटल हलवा तथा पुड़ी का प्रसाद वितरण किया गया। बताना होगा कि शहर के थाना पारा, पंडा पारा, साहू पारा, मदरसा पारा, फांस पारा सहित वार्ड के अनेक मोहल्ले के लोग सम्मिलित हुए। इसके अलावा आसपास के गांव के लोग भी बड़ी संख्या में महादेव का दर्शन करने के लिए उपस्थित होते रहे। शहर में यह मौका पहली बार है कि प्रथम सोमवार को ही महादेव का जलभिषेक हुआ है।
हर हर महादेव के भजनों पर झूमे श्रद्धालु
एक ओर महादेव पर जल अर्पित किए जा रहे थे वहीं दूसरी राजीव लोचन भजन संध्या ग्रुप के द्वारा शानदार भजनों का आगाज किया जा रहा था। गायक तुलाराम साहू, भूपेंद्र सोनकर, लालिमा पटेल ने शिव से संबंधित अनेक भजन प्रस्तुत किया इनमें हर हर शंभू, हर हर महादेव, मोर भंगिया को मनाई दे, भोले ओ भोले जैसे सुपरहिट भजनों का आगाज किया गया। रामकुमार देवांगन, सुमित कुमार, सुखदेव, ओमप्रकाश वर्मा, युगल किशोर साहू ने शानदार संगीत दिया। सुबह 11 बजे से शुरू भजन संध्या अपराह्न 3 बजे तक लगातार चलता रहा और भक्तगण झूमते रहे। जलाभिषेक कार्यक्रम में पहुंचे समिति के सदस्यों के अलावा हर कोई के माथे पर त्रिपुंडी दिखाई दे रहे थे यह चिन्ह सिर्फ महादेव के भक्त लगते हैं। कहते हैं कि इसे लगाने के बाद महादेव की कृपा सहज हो जाती है। इससे विचार में संतुलन बना रहता है तथा भक्ति की ओर श्रद्धालु अग्रसर हो जाते हैं। लोग पदम सरोवर को बहुत ही पुण्य मानते हैं यहां का जल का अत्यंत पवित्र माना गया है। पंचकोशी यात्री जब पांच शिवपीठों की दर्शन करते हैं पश्चात पद्मसरोवर में स्नान कर यात्रा की संपूर्णता की कामना की जाती है। यहां से जल्द सीधे महादेव में पहुंचे हैं इसे लेकर श्रद्धालुओं का अत्यंत गदगद दिखाई दिए।