गरियाबंद
![चातुर्मास कलश स्थापना के बाद भक्तांबर शिविर शुरू चातुर्मास कलश स्थापना के बाद भक्तांबर शिविर शुरू](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/17219844582.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 26 जुलाई। धर्मनगरी नवापारा नगर के दिगंबर जैन मंदिर में चातुर्मास कलश स्थापना के पश्चात 48 दिवसीय भक्तांबर शिविर प्रारंभ हो गया है। चर्या श्री माता जी के द्वारा प्रतिदिन भक्तांबर के एक-एक काव्य के प्रवचन में विस्तृत रूप से भक्तांबर स्रोत की महिमा बताई जा रही है। प्रतिदिन सौधर्म इंद्र बनकर पुण्याचा परिवार के द्वारा आचार्य श्री विभव सागर जी महाराज की पूजा की जाती है। भक्तांबर जी का कलश विराजमान किया जाता है। यह कलश चातुर्मास कलशों के साथ विराजमान होकर चार माह तक अभिमंत्रित किए जाएंगे तत्पश्चात जिस श्रावक ने उन्हें विराजमान किया है उन्हें प्रदान कर दिया जाएगा। इस रिद्धि सिद्धि पूर्ण कलश की महिमा बताते हुए माताजी ने बताया की यह कलश बहुत ही मंगलप्रदायक व सुखदायक महत्वपूर्ण कलश है। यह जिस घर में भी रहेगा उस घर में सुख, समृद्धि ऐश्वर्यता निरोगिता बनी रहेगी। पूर्ण भक्ति भाव के साथ इस कलश को अपने घर में उच्च स्थान पर विराजमान कर प्रतिदिन भावपूर्वक श्रद्धा सहित दर्शन करने से यह लाभकारी रहेगा। प्रथम दिवस सौधर्म इंद्र बंनकर इस कलश को विराजमान करने का सौभाग्य मनोज कुमार, अनिल कुमार, जयकुमार जैन परिवार को प्राप्त हुआ एवं द्वितीय कलश नरेंद्र स्वप्निल सिद्धांत चौधरी परिवार को मिला। वहीं द्वितीय दिवस सौधर्म इंद्र बनकर कलश विराजमान करने का शुअवसर संदीप शुभम चौधरी परिवार को एवं द्वितीय सौधर्म इंद्र बनने का सौभाग्य श्रीमती गजरा देवी जैन परिवार को प्राप्त हुआ।
रात्रि में सौधर्म इंद्र परिवार के द्वारा समाज के सभी सदस्यों के साथ पूरी भव्यता के साथ आरती भक्ति की जा रही है। यह अत्यंत मनमोहक अधिक से अधिक संख्या में भाग लेकर धर्म लाभ लेने का निवेदन दिगंबर जैन समाज कमेटी एवं चातुर्मास कमेटी के द्वारा किया गया। कार्यक्रम का संचालन किशोर सिंघई द्वारा एवं संगीत के साथ पूजा करने का सौभाग्य आकाश गंगवाल एवं अभिलाषा जैन ने किया। माताजी द्वारा कराए जा रहे इस कार्यक्रम से पूरे समाज में उत्साह की लहर देखी जा रही है। चातुर्मास कमेटी के अध्यक्ष अजीत चौधरी ने बताया की चातुर्मास में बाहर से आने वाले श्रावकों के आवास एवं भोजन की पूर्ण व्यवस्था की गई है। अधिक से अधिक संख्या में लोग भाग लेकर चातुर्मास सफल बनाने के लिए लगे हुए हैं।
चातुर्मास में समाज के लोगों के उत्साह को देखते हुए ऐसा प्रतीत हो रहा है कि माता जी की मधुर वाणी का लाभ सभी लोग पूरे भक्ति भाव श्री जी आचार्य विभव सागर महाराज की शिष्या है नवापारा में इनका यह प्रथम चातुर्मास का सौभाग्य नवापारा के दिगंबर जैन समाज को प्राप्त हुआ है। चातुर्मास कमेटी पूरी तत्परता से इस कार्य में लगी हुई है।