गरियाबंद
![दिव्यांग महिला ने ही की थी अपने दिव्यांग पति की हत्या, शराबखोरी और मारपीट से थी परेशान दिव्यांग महिला ने ही की थी अपने दिव्यांग पति की हत्या, शराबखोरी और मारपीट से थी परेशान](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1721118155usband_murder_Pamgarh.jpeg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जांजगीर-चांपा, 16 जुलाई। जिले के पामगढ़ इलाके में हुई दिव्यांग व्यक्ति की हत्या के मामले में पुलिस ने उसकी पत्नी को गिरफ्तार किया है। पति के रोज शराब पीन और पैसे नहीं देने पर झगडऩे से तंग आकर उसने पति को मार डाला। महिला भी श्रवण बाधित दिव्यांग है।
पामगढ़ थाने के ग्राम डोंगाकोहरौद डोंगाकोहरौद में जोखिया तालाब के पास गांव के ही दिव्यांग मनोज नट (40 वर्ष) का शव 13 जुलाई को मिला था। शव को देखने पर धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या करना पाया गया। सूचना पर पामगढ़ पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने डाग स्क्वाड, फोरेंसिक टीम के साथ घटना स्थल का निरीक्षण किया। शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और बीएनएस की धारा 103 कायम कर विवेचना शुरू की गई।
जानकारी मिली कि मनोज नट गूंगा बहरा था और खेल तमाशा दिखाकर पैसे मांगकर जीवन यापन करता था। वह शराब पीने का आदी था। प्रतिदिन शराब पीकर आता था और पत्नी व बच्चों से लडाई झगड़ा करता था। शराब पीने के लिये जब उसके पास पैसे नहीं होते थे तो पत्नी से पैसे की मांगता था। नहीं मिलने पर मारपीट कर छीन लेता था। इसके कारण उसकी गूंगी बहरी पत्नी अंजू नट उर्फ कोंदी काफी परेशान थी। मनोज नट की पत्नी अंजू नट, श्रवण बाधित विशेषज्ञ रामायण कुर्रे और मृतक का बेटे मुकेश नट से अनुवादक (ट्रांस्लेट) के माध्यम से पूछताछ की गई।
महिला अंजू ने उसने बताया कि 12 जुलाई की शाम को मनोज नट गांव के बाजार में सब्जी मांगने गया था। जहां से सब्जी भाजी व दो पाव शराब अपने साथ में लेकर आया। घर में शराब पीकर खाट के नीचे सो गया। रात में मनोज उठा और अंजू से लडाई झगड़ा करने लगा। इससे क्षुब्ध होकर अंजू ने अपने पति को जान से मारने की योजना बनाई। अंजू ने घर में रखे लोहे के हथौड़े को अपनी साड़ी में छिपाया और पति को दिशा मैदान में साथ चलने कहा। उसे वह अपने साथ लेकर जोखिया तालाब के पास गई। मनोज नट सुअर बाड़ा के पास खड़ा था, तभी अंजू उसे जमीन पर धक्का देकर गिरा दिया और हथौड़े से उसके सिर में तीन चार बार वार कर दिए, जिससे वह छटपटाने लगा। इसके बाद अंजू घर आई उसी थैले से एक चाकू लेकर दौडक़र अपने पति के फिर पास गई और चाकू से उसके गले में ताबड़तोड़ वार कर हत्या कर दी। हत्या के बाद चाकू को जोखिया तालाब में फेंक दिया। उसके बाद अपने मनोज नट के एक पैर को पकडक़र घसीटते हुए तालाब मेड़ के नीचे रख दिया।