धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरुद, 23 जुलाई। चन्द्राकर परिवार के आमंत्रण पर रामकथा सुनने कुरुद पहुंचे कैबिनेट मंत्री कवासी लखमा ने नगर के कुछ पत्रकारों से चाय के दरम्यान चर्चा करते हुए कुरुद विधायक पर तंज़ कसते हुए कहा कि क्षेत्र में उनकी जमीन खिसक गई है, हताशा में वे कभी आयटम गर्ल तो कभी आई लव यू बोल मीडिया और वरिष्ठ भाजपा नेताओं का ध्यान खिंचने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन उनकी कोई नहीं सुन रहा है।
शनिवार शाम पत्रकारों से एक अनौपचारिक बातचीत में मंत्री श्री लखमा ने बताया कि अयोध्या और चित्रकूट के बाद भगवान राम ने सर्वाधिक समय बस्तर में गुजारा है। इसलिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सरगुजा से लेकर कोंटा तक जहां-जहां से प्रभु श्रीराम गुजऱे हैं, उन रास्तों का पता लगा राम वन गमन पथ का उन्नयन में लगी है, चन्द्रखुरी में माता कौशल्या का मंदिर बना हमारी सरकार ने भांचा राम के प्रति अपनी श्रद्धा दिखाई है।
भाजपा के तर्ज पर कांग्रेस भी साफ्ट हिंदुत्व की राजनीति करने संबंधी सवाल का जवाब देते हुए श्री लखमा ने कहा कि कांग्रेस हमेशा से ही हिन्दू देवी देवता को मानने वाली पार्टी रही है। राजीव गांधी की सरकार ने राममंदिर का ताला खुलवाया था। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर वहां भव्य मंदिर निर्माण का काम जारी है। भाजपा ने राम को राजनीतिक एजेंडा बनाकर सत्ता हासिल करने का जरिया बना दिया है।
मणिपुर की घटना को लेकर पूछे गए प्रश्न पर लखमा ने इसे डबल इंजन की सरकार एवं आरएसएस की साजिश का नतीजा करार दिया। अबकी बार पचहत्तर पार में इस बार कुरुद शामिल होगा कि नहीं ? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि विधायक चन्द्राकर इस बार अकेले पड़ गए हैं, उसके भरोसेमंद साथी घर बैठ गये हैं, प्रदेश की राजनीति में भी उनकी सुनने वाला कोई नहीं है, हम चाहते हैं कि वे विधानसभा चुनाव लड़ें, ताकि उन्हें हराकर अहंकार का दमन किया जा सके।
पहले आयटम गर्ल और अब सदन में उन्हें आई लव यू कहने को लेकर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कोंटा विधायक कवासी लखमा ने कहा कि पूर्व मंत्री हम आदिवासियों का मजाक उड़ाना बंद करें नहीं तो जनता भाजपा को इसका मजा चखाने में पीछे नहीं रहेंगी।
इस मौके पर मंडी अध्यक्ष नीलम चन्द्राकर, जिला पंचायत अध्यक्ष कांति सोनवानी, सभापति तारिणी चन्द्राकर, प्रभातराव मेघावाले, भरत नाहर, आशीष शर्मा, थानेशवर तारक, रमेशर साहू आदि उपस्थित थे।