कांकेर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कांकेर, 19 अगस्त। अन्य पिछड़ा वर्ग की सात सूत्रीय मांगों को लेकर बस्तर बंद के आव्हान के तहत कांकेर बंद रहा। शनिवार को जिला मुख्यालय कांकेर में इसका व्यापक असर रहा। शहर और गांवों में सभी दुकानें बंद रहीं।
विदित हो कि सर्व अन्य पिछड़ा वर्ग समाज ने अपनी सात सूत्रीय मांगों को लेकर बस्तर बंद कराया है। जिसका असर कांकेर जिले में देखने को मिला. सुबह से ही शहर की पुरी दुकानें बंद रही। कांकेर मुख्यालय के अलावा चारामा, भानुप्रतापुर, पखांजुर, अन्तागढ़, नरहरपुर ब्लॉक में भी बंद का असर देखने को मिल रहा है। ग्रामीण क्षेत्रो में भी व्यवसायी खुद ही दुकानें और बाजार बंद कर रहे हैं। सर्व पिछड़ा वर्ग समाज के बन्द को चेम्बर ऑफ कॉमर्स ने भी समर्थन दिया है।
पिछड़ा वर्ग समाज ने ज्ञापन में बताया है कि राज्य में अन्य पिछड़ा वर्ग के 52 प्रतिशत आबादी के आधार पर 27 प्रतिशत आरक्षण की मांग किया जा रहा है। राज्य में अन्य पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग का स्वतंत्र मंत्रालय की स्थापना की घोषणा की गई है, जिसे तत्काल लागू करने की मांग की जा रही है। बस्तर संभाग के हर जिले में वर्तमान में लागू 14 प्रतिशत अन्य पिछड़ा वर्ग का आरक्षण रोस्टर शत प्रतिशत लागू करने और वर्तमान में हो रही विभागीय भर्तियों में अन्य पिछड़ा वर्ग के अभ्यार्थियों के साथ न्याय करने की मांग की गई है। बस्तर संभाग के अन्य पिछड़ा वर्ग को परंपरागत वनवासी होने के नाते पांचवी अनुसूची में शामिल करने की मांग भी ओबीसी वर्ग ने की है।