कांकेर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कांकेर, 12 सितंबर। शहर के समीप गोविंदपुर स्थित विशिष्ठ बालक छात्रावास में 9वीं कक्षा के छात्र ने सुबह अपनी टाई से फंदा बनाकर फांसी लगा कर अपनी जान दे दी। छात्र ने हॉस्टल की खिडक़ी में फांसी लगाई है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच में जुटी है।
बताया जा रहा है कि आमाबेड़ा क्षेत्र के धुर नक्सल प्रभावित हुर्रा पिंजोड़ी गांव का रहने वाला 14 साल का छात्र ललित हुर्रा गोविंदपुर के विशिष्ठ बालक छात्रावास में रहकर पढ़ाई कर रहा था, जो कि तबीयत खराब होने के कारण 15 दिन अपने गांव में रहकर दो दिन पहले ही छात्रावास वापस लौटा था। वह करीब 9 बजे सुबह तक अपने साथियों के साथ ही था। उसके बाद उसे किसी ने नहीं देखा। जब 10 बजे उसका दोस्त उसे स्कूल जाने के लिए ढूंढने गया, तो वह कहीं नहीं मिला। जिसके बाद अध्यापक रूम के खिडक़ी से उसका शव फांसी के फंदे में लटकता देखा। छात्रों ने तुरंत इसकी जानकारी हॉस्टल के स्टाफ को दी। जिसके बाद उसके शव को नीचे उतारा गया, शव को फिलहाल जिला अस्पताल में रखकर मृत छात्र के परिजनों से संपर्क करने का प्रयास किया।
पुलिस छात्र के साथियों से भी पूछताछ कर रही है साथ ही उसके समान की भी तलाशी ली जा रही है।
थाना प्रभारी शरद दुबे ने बताया कि फिलहाल छात्र के द्वारा आत्महत्या का कारण अज्ञात है, मामले की पूरी जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।
छात्रावास अधीक्षक ने बताया कि जिस दौरान यह घटना हुई, वो नहाने गया हुआ था। जैसे ही छात्रों ने उन्हें आवाज दी वो तुंरत मौके पर पहुंच गए थे, लेकिन तब तक छात्र की मौत हो चुकी थी।
हॉस्टल में 50 छात्र थे और हॉस्टल का स्टाफ भी मौजूद था। ऐसे में छात्र ने हॉस्टल के अंदर ही कैसे फांसी लगा ली, उसे ऐसा करते किसी ने देखा कैसे नहीं, जिसका जवाब जांच के बाद ही मिल पाएगा।