कांकेर

रेजांगला शौर्य दिवस पर शहीद रामकुमार को यादव समाज ने दी श्रद्धांजलि
19-Nov-2023 8:46 PM
रेजांगला शौर्य दिवस पर शहीद रामकुमार को यादव समाज ने दी श्रद्धांजलि

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

कांकेर, 19 नवंबर। यादव समाज कांकेर के द्वारा 18 नवंबर को शहीद रामकुमार यादव के स्मारक झुनिया पारा कांकेर में रेजांगला शौर्य दिवस के अवसर पर शहीद रामकुमार यादव के स्मारक में दीप प्रज्ज्वलित कर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई, साथ ही 131 दीप प्रज्ज्वलित कर रेजांगला के वीर जवानों को श्रद्धांजलि दी गई।

  निलेश यादव ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि आज हम सभी लोग रेजोंगला के युद्ध में शहीद हुए उन सभी 114 अमर शहीद वीरों को श्रद्धांजलि देने यहाँ एकत्रित हुए हैं। उन्होंने सन 1962 में भारत-चीन युद्ध में अपने प्राणों की आहुति देकर चीन के 1400 सैनिकों को मार गिराया था। वीर शहीदों ने रेज़ांगला चौकी को चीन के हाथों जाने से बचा लिया था। अगर वह चौकी चीन के हाथ लग जाती तो आधा लेह-लद्दाख भारत के हाथों से निकल जाता।

 परमवीर चक्र विजेता शहीद मेजर शैतान सिंह सहित सभी 114 वीर अहीरों को शत-शत नमन करते हेमंत यादव ने कहा कि विश्व के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी विरोधी सैनिक देश ने दूसरे देश के सैनिकों को इतना सम्मान दिया हो। जब हमारे वीर अहीर शेरों की लाशों को चीनी सेना ने कम्बल से ढका और उनके सिर के साथ उनकी बन्दूक को खड़ा किया और एक कार्ड पर ‘बहादुर’ लिख कर उनके सीने पर रख दिया और फिर रेडियो पीकिंग से खबर दी कि चीन का सबसे ज्यादा नुक्सान रेजांगला में हुआ क्योंकि एक बहुत ही बहादुर कौम ने रेजांगला में मुकाबला किया था।

गिरधर यादव ने कहा कि दुनिया का सैन्य इतिहास यूं तो वीरता की कहानियों से भरा पड़ा है, परंतु रेजांगला की गौरवगाथा हर लिहाज से शहादत की अनूठी दास्तां हैं। बिना किसी तैयारी के अहीरवाल के वीर जवानों ने आज ही के दिन 18 नवंबर 1962 को लद्दाख की दुर्गम बर्फीली चोटियों पर शहादत का ऐसा इतिहास लिखा था, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। अति महत्वपूर्ण मानी जाने वाली रेजांगला पोस्ट पर यहां के जांबाज जवानों ने हजारों चीनी सैनिकों को मार गिराया था। रेजांगला पोस्ट पर वर्ष 1962 की इस लड़ाई में तत्कालीन 13 कुमाऊं बटालियन के कुल 124 जवान शामिल थे, जिनमें से 114 शहीद हो गये थे। शहादत देने वालों में अधिकांश जवान अहीरवाल क्षेत्र के थे। कुर्बानी देने से पूर्व इन जवानों ने देश की सरहद की ओर बढ़ रहे चीन के 1400 जवानों को मौत के घाट उतार दिया था।

इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से धनेश यादव गिरधर यादव हेमंत यादव निलेश यादव,किशन यादव राजु यादव उत्तम यादव राकेश यादव बल्लू यादव तीजु यादव योगेश यादव रामस्वरूप यादव लितेश यादव राधे लाल यादव बृजलाल यादव विनोद यादव नरेंद्र यादव मुकेश यादव बंटी यादव बिट्टू यादव प्रदीप यादव व समाजिक जन उपस्थित थे।

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news