बलौदा बाजार
![गन्ने का मंडप सजाया, तुलसी-शालिग्राम का विवाह रचाया गन्ने का मंडप सजाया, तुलसी-शालिग्राम का विवाह रचाया](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/170083839238.jpg)
धूमधाम से मना देवउठनी एकादशी पर्व
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 24 नवंबर। देवउठनी एकादशी का पर्व 23 नवंबर को हर्षोल्लास से मनाया गया। देवउठनी एकादशी को प्रबोधिनी एकादशी या देव उत्थान एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन जगत के पालनहार श्री हरि विष्णु अपनी चार महीने की योग निद्रा से जागते हैं, इसलिए इस दिन इनकी विशेष पूजा की जाती है। देव उठनी पर्व के मद्देनजर नगर सहित अंचल के लोगों ने माता तुलसी की पूजा कर सुख-शांति समृद्धि की कामना की।
लोगों ने इस त्योहार में अपने घर के आंगन में तुलसी चौरा को विशेष रूप से सजाकर गन्ने का मंडप सजाया। उसके बाद पारम्परिक ढंग से माता तुलसी का विवाह शालिग्राम के साथ रचाया। इस पर्व के बाद से मांगलिक कार्यों का श्रीगणेश होगा।
अनेक स्थानों पर महिलाओं ने मां तुलसी के समक्ष विवाह रस्मों के गीतों का गायन किया। लोग सुबह से पूजा के सामाग्री खरीदी में लगे रहे। इस बार लोगों में गन्ने की खरीदी-बिक्री में उत्साह देखा गया। त्योहार सीजन के कारण गन्ने में इसका असर दिखा है।
नगर के प्रमुख मार्गों पर गन्ने की दुकानें सजी थी। लोगों ने उत्साह के साथ गन्ने की खरीदी की। त्योहारों में लगने वाले प्रसाद में चनाभाजी,बेर, आंवला, श्रृंगार सामान,कोचाई कांदा, सिंघाड़ा, कमलगट्टा,खोखमा, आदि की बिक्री देर रात तक होती रही। और नगर सहित ग्रामीण अंचल में यह पर्व धूमधाम से मनाया गया।