नारायणपुर
नारायणपुर, 13 जनवरी। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर के अंतर्गत कृषि महाविद्यालय एवं अनुसन्धान केन्द्र, नारायणपुर में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के द्वारा सप्त दिवसीय विशेष शिविर का आयोजन ग्राम पालकी में हुआ। इस विशेष शिविर में 35 स्वयं सेवक शामिल हुए, जिनके द्वारा ग्राम में विभिन्न जागरूकता अभियान, सरकारी योजना की जानकारी के साथ-साथ स्वयं सेवकों द्वारा श्रमदान भी दिया गया।
शिविर के समापन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि स्वामी कृष्णामृतानंद, प्राचार्य श्री विवेकन्द विध्यापीठ रामकृष्ण मिशन आश्रम, नारायणपुर ने शिरकत की। स्वामी कृष्णामृतानंद ने स्वयं सेवकों को अपने जीवन में सेवा, सद्भावना और एकजुटता अनुसरण करने को कहा जिससे आप सभी एक सशक्त व्यक्तित्व और राष्ट्र की प्रेरणा स्तम्भ बन सकते हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही अधिष्ठाता एवं कार्यक्रम अधिकारी, रासेयो डॉ. रत्ना नशीने ने स्वामी विवेकानन्द जी के चरित्र के बारे में बताया कि स्वामी जी सेवा, समर्थन और आत्मार्पण की ऊर्जा से भरपूर रहने की शिक्षा दी है। हमें एकजुटता और सामूहिक जिम्मेदारी के महत्व को समझ कर स्वयं को उत्कृष्ट मानव बन रस्त्र निर्माण में सहयोग करना चाहिये । राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यों से व्यक्तिव विकास और राष्ट्रीय निर्माण में सहायक है। विकसित भारत ञ्च2047 के अन्तर्गत सभी स्वयं सेवकों द्वारा विकसित भारत पोर्टल पर पंजीयन किया गया तथा अपने आइडिया साझा किया।
शिविर में स्वयं सेवकों के लिए बौद्धिक चर्चा में श्री-अन्न का महत्व, नशा मुक्ति, साइबर सुरक्षा, सडक़ सुरक्षा, शिष्टाचार, नारी सशक्तिकरण, जल संरक्षण एवं पर्यावरण सुरक्षा, विकसित भारत ञ्च2047 विषय परिचर्चा, मृदा संरक्षण, रक्तदान का महत्व, मानव मूल्यों का जीवन में समावेश, राष्ट्र चेतना एवं युवा तथा स्वामी विवेकानन्द के आदर्श एवं युवा, बिंदुओं पर आयोजित की गई।
शिविर में विभिन्न खेलों का आयोजन भी किया गया, जिसमें युवा महोत्सव के अंतर्गत अंतर कक्षा क्रिकेट मैच का आयोजन क्रीडा परिसर खेल मैदान में किया गया । नारायणपुर क्रीडा परिसर के क्रीडा अधिकारी जी. पी. देवांगन ने शिरकत की। सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें स्वयं सेवकों द्वारा कविता, देशभक्ति गीत, नृत्य इत्यादि की रंगारंग प्रस्तुतियां दी गईं।
इस अवसर पर स्वयं सेवकों के द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर के सुंदर अनुभव पर अपने विचार साझा किए और बताया कि इस शिविर में उन्हें मित्रता और सहयोग का महत्वपूर्ण सिखा और हमारे जीवन को एक नए आयाम में ले जाने में सार्थक रहा। सभी स्वयं सेवको को विभिन्न क्रिया करने के लिए प्रशस्ति पत्र तथा उत्कृष्ट कार्यों के लिए पुरुस्कृत भी किया गया। इस अवसर पर खेल मैदान उपलब्ध करने हेतु कलेक्टर नारायणपुर, जिला शिक्षा अधिकारी नारायणपुर, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग नारायणपुर, ग्राम पालकी के सरपंच लक्ष्मण सिंह दुग्गा, उप सरपंच राधा उसेंडी को धन्यवाद ज्ञापित किया गया। कार्यक्रम का संचालन चतुर्थ वर्ष की स्वयं सेवक कीर्ति साहू के द्वारा किया गया एवं धन्यवाद ज्ञापन अतिथि शिक्षक श्रीकिशोर मण्डल, अतिथि शिक्षक के द्वारा किया गया।निखिल झा, थबीरनाथ नायक, मंथन मंडल, जिज्ञासा, जागृति, खुशबू, अंकिता, मुकेश, नवीन, अमन सक्सेना इत्यादि स्वयंसेवको ने सरहनीय योगदान दिया।
शिविर का उद्घाटन कार्यक्रम पालकी के सरपंच लक्ष्मण सिंह दुग्गा के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ। उन्होंने स्वयं सेवकों को ग्राम में सहजता और मेलजोल के साथ ग्राम की संस्कृति को समझने और युवाओं को पाश्चात्यता से दूर रहकर अपने संस्कृति को सुरक्षित करने की सलाह दी। कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि के रूप में ग्राम पालकी की उप सरपंच राधा उसेंडी जी ने स्वयं सेवकों को महिलाओं के सम्मान, शिक्षा और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक और निष्ठ रहने की सलाह दी।