गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 6 मार्च। राजिम कुंभ कल्प मेला में 11वें दिन छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध ढोला मारू के गायिका रजनी रजक ने राजा ढोला मारू की प्रेमकथा को संगीत के माध्यम से प्रस्तुति देकर दर्शकों से खूब वाह वाही लूटी। इसके साथ ही उनकी टीम द्वारा छत्तीसगढ़ी और जसगीत की शानदार प्रस्तुति दी, जिसमें नौ महिना ले कोख म रखथे..... दुनिया के देवता देवत हो नेवता..... जैसे गीत शामिल है।
मंच पर बसंत वीर उपाध्याय के टीम ने केवट के राम की मंच पर संगीत व गीत के माध्यम से केवट और राम के संवादों को बताया। साथ ही इस संवाद के माध्यम से ये भी बता दिया कि राम ने केवल उसी केवट को क्यों बुलवाया इस रहस्य को विशाल सांस्कृतिक मंच में राम भक्त दर्शकों को रहस्य जानने का मौका मिला। राजनांदगाव के संतोषी नेताम महतारी लोकमंच ने अपनी पहली प्रस्तुति गणेश वंदना से की। इसके बाद मैइया फूल गजरा...... गीत ने सभी दर्शको को जगतजननी की ओर ध्यान आकर्षित करने के लिए बाध्य कर दिया। जगतजननी के स्मरण के बाद जवांरा गीत की प्रस्तुति देकर भक्तिमय माहौल बना दिया। छत्तीसगढ़ महतारी टाइटल गीत के साथ बारहमासी गीतों की जबरदस्त प्रस्तुति दी। जिसमें छत्तीसगढ़ में बारह महीनों में पढऩे वाले त्यौहारो को एक-एक करके दर्शाया गया। रायपुर के प्रसिद्ध लोक संध्या विवेक शर्मा ने भी अपने अंदाज में उनका सबसे अधिक प्रसिद्ध गीत मोला बेटा कहिके बुला न...... महाकाल का दिवाना....... मन के मनमोहनी....... मतौना जैसे गीतो ने दर्शकों का दिल जीत लिया। कलाकारों का सम्मान विधायक रोहित साहू सहित स्थानीय जन प्रतिनिधियों सहित विशिष्ट जनों ने गुलदस्ते और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।