दन्तेवाड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 15 मार्च। दंतेवाड़ा में पशु चिकित्सा विभाग में ग्रामीणों द्वारा गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इनमें पशुपालन हेतु बनाए गए शेड कई वर्षों बाद भी अपूर्ण है। इसके साथ ही मजदूरों की मजदूरी भुगतान दूर की कौड़ी बनी हुई है।
इस मुद्दे पर जिले के दंतेवाड़ा विकासखंड अंतर्गत ग्राम मरकानार निवासी ग्रामीण रामदयाल ने बताया कि करीब 5 वर्ष पूर्व पशुपालन हेतु शेड निर्माण स्वीकृत हुआ था। कार्य आरंभ किया गया। उक्त शेड में मेरे और अन्य ग्रामीणों द्वारा मजदूरी की गई परंतु आज तक सभी मजदूरों का भुगतान प्राप्त नहीं हो सका है।
दो मजदूर मृत
उक्त शेड निर्माण में मजदूरी किए हुए दो मजदूरों की मौत हो गई है। उनके नाम सुमेर नाग और मेहतर राम है। शेड निर्माण के दौरान रामदयाल का पैर भी फ्रैक्चर हो गया था इसके फलस्वरुप उसे भी बड़ी समस्या से जूझना पड़ा। इसके अतिरिक्त भी अन्य मजदूरों की मजदूरी का भुगतान नहीं हुआ।
विभागीय कर्मचारी पर आरोप
ग्रामीणों ने पशु चिकित्सा विभाग के सहायक ग्रेड 2 जेपीएम बेैस पर मनरेगा अंतर्गत पशुपालन हेतु निर्मित सेट में ठेकेदारी का आरोप लगाया है। ग्रामीणों ने उक्त कर्मचारी पर फर्जी बिलों के माध्यम से कार्य पूर्ण होना दर्शाया है। इसके साथ ही मजदूरी भुगतान भी दिखाई गई है।वहीं निर्माण सामग्री आपूर्तिकर्ता को भी भुगतान दर्शाया गया है। ग्रामीण नें उक्त कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग जिला प्रशासन से की है।