दन्तेवाड़ा
दंतेवाड़ा, 28 मार्च। दंतेवाड़ा के वार्षिक और ऐतिहासिक फागुन मेले का गुरुवार को गरिमामय समारोह में समापन किया गया। इसकी अभूतपूर्व विशेषता दंतेवाड़ा के देवी - देवताओं के अतिरिक्त ओडिशा और तेलंगाना प्रदेश से पहुंचे देवी - देवता थे। इसमें तेलंगाना और ओडिशा के देवी देवता पहली बार मंडई में शामिल हुए।
इस मौके पर मड़ई के सफल आयोजन की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कलेक्टर ने कहा कि मेला - मड़ई हमारी संस्कृति और परम्परा के धरोहर है और इस फागुन मंडई में सभी परम्परागत प्रसंगों का प्रस्तुतीकरण एवं समस्त दैवीय अनुष्ठानों का नियमानुसार भली-भांति पालन किया गया। इसमें सभी जनों का सराहनीय योगदान रहा। इसके लिए मड़ई से जुड़े सभी देव पुजारी बधाई के पात्र हंै। आने वाले वर्ष में फागुन मड़ई के आयोजन को और भी बेहतर बनाने का प्रयास किया जाएगा।
मुख्य पुजारी ने भी विभिन्न ग्रामों से आये देव पुजारियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि भविष्य में भी उनका सहयोग मिलता रहेगा।
समापन अवसर पर सभी देव पुजारियों को कलेक्टर द्वारा श्रीफल और नेग प्रदान करके रस्म अदायगी की गई। इसके साथ ही उक्त आयोजन में स्वीप कार्यक्रम के तहत उपस्थित देव पुजारियों से शत-प्रतिशत मतदान की अपील भी की गई। साथ ही उनसे वापस अपने ग्राम जाकर ग्रामीणों को लोकतंत्र के महापर्व में भाग लेने हेतु जागरूक करने का भी आग्रह किया गया।
इस मौके पर कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी, सीईओ कुमार बिश्वरंजन, एसडीएम जयंत नाहटा, मुख्य जिया पुजारी हरेंद्रनाथ जिया प्रमुख रूप से मौजूद थे।