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![संगीत विवि में अध्यापकों-अफसरों का निलंबन पूरी तरह से गलत-विक्रांत सिंह संगीत विवि में अध्यापकों-अफसरों का निलंबन पूरी तरह से गलत-विक्रांत सिंह](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1717403396003.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
खैरागढ़, 3 जून। इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय के सहायक कुल सचिव सहित दो प्राध्यापक के निलंबन की कार्रवाई को खैरागढ़ विधानसभा क्षेत्र के शैडो विधायक विक्रांत सिंह ने पूर्वाग्रह से ग्रसित एवं पूरी तरह से गलत बताया है।
जारी विज्ञप्ति में श्री सिंह ने कहा है कि राजभवन से मिले पत्र के आधार पर विश्वविद्यालय प्रशासन के द्वारा कर्मचारियों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया था, जबकि उक्त संस्था के पास नोटिस जारी किए गए कर्मचारियों के नियुक्ति संबंधित समस्त दस्तावेज उपलब्ध होने के बावजूद कर्मचारियों से उनके दस्तावेजों की जानकारी मांगना समझ से परे है, वहीं कर्मचारियों के द्वारा जवाब देने हेतु विश्वविद्यालय में उपलब्ध दस्तावेजों की प्रति प्रदान न करते हुए निलंबन की करवाई विद्वेष पूर्ण भावना को दर्शाता है।
कांग्रेस के शासनकाल में निलंबित अधिकारी, अध्यापको की नियुक्ति सम्बन्धित शिकायत पर विश्वविद्यालय से परे शासन स्तर पर जांच की गई थी, जिसमे निलंबित कर्मियों की नियुक्ति को सही पाया गया था। इसके बावजूद बिना किसी कारण के विश्वविद्यालय संस्था द्वारा अपने कर्मचारियों को नियम से परे जा कर निलंबित कर दिया गया है।
विवि द्वारा अपने कर्मचारियों के निलंबन को बहाल करना चाहिए। श्री सिंह ने कहा कि निलंबन निरस्त नहीं किया जाता है, तो विश्वविद्यालय एवं उच्च शिक्षा विभाग से सम्बंधित मंत्रियों से इस विषय में चर्चा कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
ज्ञात हो कि विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा ताबड़तोड़ निलंबन की कार्रवाई की जा रही है, तथा कुछ लोग लाइन पर लगे हैं। इस निलंबन की कार्रवाई में एक दलित शिक्षक भी शामिल है। विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा कुछ चिन्हांकित व्यक्तियों को निलंबित किए जाने से नगर में जन आक्रोश फैलने लगा है।