राजनांदगांव
राजनांदगांव, 27 जून। संसद में राहुल एवं सोनिया गांधी द्वारा संविधान की किताब लहराए जाने पर पूर्व प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष एवं वरिष्ठ नेता खूबचंद पारख ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि दस साल तक कांग्रेस पर मोदी नाम का भूत चढ़ा रहा, अब आंखें थोड़ी खुली तो संविधान की पुस्तक का भूत चढ़ गया है। संविधान के लाल रंग के इस पाकेट एडिशन को हाथ में लेकर राहुल गांधी संसद के भीतर और सोनिया संसद के बाहर लहराते रहे। कल संसद का पहला ही दिन था, कोई कामकाज नहीं होना था, सिर्फ सांसदों को शपथ लेनी थी, लेकिन अगली पंक्ति में बैठे राहुल गांधी ने रैड बुक तब लहराई, जब मोदी और शाह शपथ लेने आए। मजेदार बात यह कि ठीक उसी समय उनकी मां सोनिया गांधी संसद के बाहर संविधान की प्रति लेकर सहयोगियों के साथ जोर-जोर से लहरा रही थी।
श्री पारख ने आश्चर्य व्यक्त करते कहा कि समझ नहीं आया कि जिस संसद की इमारत खुद ही संविधान पर टिकी हैं, वहां संविधान की प्रतियां दिखाकर कांग्रेस साबित क्या करना चाहती है? कांग्रेस और ईडी वाले चुनाव के समय भी संविधान संविधान खेल रहे थे। यह ठीक है कि चुनाव के दौरान विपक्ष ने चुनाव बाद संविधान बदलने का डर दिखाया जो काम आया, परन्तु अब लाल किताब दिखाकर क्या कांग्रेस खुद को संविधान का मसीहा साबित करना चाहती है?