दुर्ग
![छत्तीसगढिय़ा स्वाभिमान की अलख जगाने हमेशा स्मरणीय रहेंगे ताराचंद- बघेल छत्तीसगढिय़ा स्वाभिमान की अलख जगाने हमेशा स्मरणीय रहेंगे ताराचंद- बघेल](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/1609589742609503271893.jpg)
सीएम ने ताराचंद साहू की मूर्ति का अनावरण व भवन का किया लोकार्पण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग/भिलाई नगर, 2 जनवरी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढिय़ा स्वाभिमान की अलख जगाने के लिए स्व. ताराचंद साहू हमेशा याद किए जाएंगे। छत्तीसगढिय़ा आत्मगौरव के लिए बड़ा कार्य स्व. साहू ने किया है। मुख्यमंत्री ने ताराचंद साहू की जयंती के अवसर पर आयोजित सामाजिक कार्यक्रम में यह बात कही।
उन्होंने कहा कि ताराचंद साहू उन लोगों में से थे, जिन्हें लगता था कि छत्तीसगढ़ राज्य तो बन गया है, लेकिन छत्तीसगढिय़ा स्वाभिमान और अस्मिता के लिए अभी काफी कार्य शेष है। इसके लिए वे आगे बढ़े और प्रयत्न किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें खुशी है कि हम छत्तीसगढ़ के आत्मगौरव के लिए कार्य कर रहे हैं। छत्तीसगढिय़ा स्वाभिमान की अलख के लिए काम कर रहे हैं।
गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि छत्तीसगढ़ी स्वाभिमान की अलख को जगाने का बड़ा काम स्व. ताराचंद साहू ने किया। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य सरकार इसी दिशा में कार्य कर कर रही है। लोगों की आर्थिक तरक्की के साथ ही सांस्कृतिक धरोहर को भी सहेजने की दिशा में बड़ा काम किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो पर्व हमारी छत्तीसगढ़ी अस्मिता के पहचान थे, वो अपने ही प्रदेश में हाशिये में जा रहे थे। शहरी क्षेत्रों में तो कई लोग ऐसे थे, जिन्होंने हरेली त्यौहार का नाम सुना ही नहीं था। जब हरेली के दिन हम लोग गेड़ी से निकले तो लोगों ने देखा कि कितनी समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर हम लोग लेकर चल रहे थे। पहली बार हमारे तीज त्योहार, कर्मा जयंती, हरेली, विश्व आदिवासी दिवस पर अवकाश आरंभ हुआ। मुख्यमंत्री ने स्व. चंदूलाल चंद्राकर एवं स्व. पवन दीवान को भी याद किया।
हमें अवसर दिया गया तो चलाएंगे नगरनार का प्लांट
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार नगरनार प्लांट का विनिवेश करना चाहती है। हमने केंद्र से कहा है कि प्लांट चलाने का अवसर हमें दें। छत्तीसगढ़ में प्रतिभाशाली लोगों की टीम है। हमें अवसर मिला तो प्लांट का बेहतर संचालन करेंगे, ताकि स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के बेहतर अवसर पैदा हों। उन्होंने कहा कि एफसीआई द्वारा चावल नहीं लिये जाने के संबंध में प्रधानमंत्री से चर्चा हुई है। हम किसानों के हितों के लिए प्रतिबद्ध है और खेती किसानी को बढ़ावा देना हमारी प्राथमिकता है।