दुर्ग
![आंगनबाड़ी केंद्र में शिशुओं का अन्नप्राशन आंगनबाड़ी केंद्र में शिशुओं का अन्नप्राशन](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1719764771004.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
उतई, 30 जून। मचांदुर आंगनबाड़ी केंद्र पर शिशुओं के अन्नप्राशन कराया गया। साथ ही शिशु के स्वजनों को शिशुओं के लिए स्तनपान के साथ अनुपूरक आहार उपयोग करने की जानकारी दी गई। जिले में बाल कुपोषण को दूर करने के लिए विभिन्न कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
उतई (मचांदुर ) गुरुवार को जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर शिशुओं के अन्नप्राशन कराया गया। साथ ही शिशु के स्वजनों को शिशुओं के लिए स्तनपान के साथ अनुपूरक आहार उपयोग करने की जानकारी दी गई। जिले में बाल कुपोषण को दूर करने के लिए विभिन्न कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। कार्यक्रम में यह जानकारी दी गई कि बाल कुपोषण को कम करने में अनुपूरक आहार की अहम भूमिका होती है। छह माह तक शिशु का वजन लगभग दो गुना बढ़ जाता एवं एक वर्ष पूरा होने तक वजन लगभग तीन गुना एवं लंबाई जन्म से लगभग डेढ़ गुना बढ़ जाती है। जीवन के दो वर्षों में तंत्रिका प्रणाली एवं मस्तिष्क विकास के साथ सभी अंगों में संरचनात्मक एवं कार्यात्मक ²ष्टिकोण से बहुत तेजी से विकास होता है। इसके लिए अतिरिक्त पोषक आहार की जरूरत होती है। इस अवसर पर भाजयुमो अध्यक्ष उतई मंडल एवं पंच ग्राम पंचायत मचांदुर वार्ड क्रमांक 10 प्रवीण कुमार यदु, जयंती साहू, प्रभा साहू, सेवंती यदु, मोना पाठक, दीपका यदु, विशा प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।