दुर्ग
![दुर्ग: 30 लाख से अधिक बारदाने की जरूरत दुर्ग: 30 लाख से अधिक बारदाने की जरूरत](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/1609589945G_LOGO-001.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 2 जनवरी। जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए बारदाने के टोटे का संकट खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। उपार्जन केंद्रों में जाम की स्थिति एवं बारदानों के अभाव में भी कई केंद्रों में खरीदी बंद रही। जिले में धान खरीदी के लिए अभी भी 30 लाख से अधिक बारदानों की जरूरत है। केंद्र से भी बारदाने नहीं मिल रहे हैं।
जानकारी के अनुसार गत वर्ष समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए लगभग एक करोड़ बारदाने उपयोग किए गए थे। इस साल धान का भी रकबा बढ़ा है। इससे जिले में इस बार धान खरीदी के लिए एक करोड़ से अधिक बारदाने की जरूरत पड़ेगी। अब तक जिले में पीडीएस एवं मिलर से 70 लाख बारदाने एकत्रित कर समितियों में उपलब्ध कराए जा चुके हैं। इनमें से लगभग 62 लाख बारदाने का उपयोग अब तक धान खरीदी में किया जा चुका है। अभी आठ लाख बारदाने ही शेष है। गत वर्ष बारदानों की खपत के लिहाज से जिले में अभी भी धान खरीदी के लिए 30 लाख बारदानों की जरूरत है और अब पुराने बारदाने नहीं मिल पा रहे हैं। बारदाने के अभाव में जिले के अधिकांश उपार्जन केंद्रों में धान खरीदी व्यवस्था चरमरा गई है।
प्रदेश के कई जिलों में धान खरीदी के लिए प्लास्टिक बोरी भी उपलब्ध कराए गए हैं। अधिकारियों की माने तो जिले में भी प्लास्टिक बोरी उपलब्ध कराकर राहत पहुंचाये जा सकते हैं।
खाद्य नियंत्रक सीपी दीपांकर का कहना है कि किसानों के बारदाने में भी धान खरीदी चालू रखने के निर्देश दिए गए हैं। उनका कहना है कि किसानों द्वारा अपने बोरे में धान लाए जाने पर उन्हें पीडीएस बारदाने की दर से प्रति बारदाना 15 रुपए का भुगतान किया जाएगा। यदि किसानों द्वारा लाए गए बारदाने वापस किए जाते हैं तो किसानों को प्रति बारदाना 7 रुपए दिया जाएगा, मगर किसानों की माने तो उन्हें भी बारदाना नहीं मिल पा रहा है।