बिलासपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 9 मार्च। जिले के मस्तूरी क्रशर उद्योग संघ ने धमकी, मारपीट कर अवैध वसूली करने के विरोध में खदान व क्रशर का काम कल से अनिश्चितकाल के लिये बंद करने का निर्णय लिया है।
राजस्व, खनिज अधिकारी और पुलिस को 8 मार्च को सौंपे गये ज्ञापन में उन्होंने कहा कि वे 25.30 साल से यहां क्रशर खदान चला रहे हैं। कुछ दिनों से असामाजिक तत्व यहां के जनप्रतिनिधियों को उकसाकर व शासन पर दबाव बनाकर जबरदस्ती लीज की जमीन को अवैध बताकर अवैध वसूली करने के लिये उकसा रहे हैं। क्रशर संचालकों के खिलाफ शिकायत की गई कि ग्राम पंचायत मोहतरा में शासकीय भूमि पर लीजधारकों ने कब्जा कर लिया है। उन्होंने सीमांकन के लिये राजस्व विभाग को आवेदन भी दिया। इसके बाद सीमांकन कराया गया और पंचनामा तैयार किया गया। इस दौरान जनप्रतिनिधियों के साथ मौजूद कुछ असामाजिक तत्वों ने धमकी दी कि हम तुम्हें जातिगत मामले में झूठे फंसाकर जेल भिजवा देंगे और मशीन यहीं सड़ जायेगी।
क्रशर संघ संचालकों ने ज्ञापन में कहा है कि इस धमकी से वे भयभीत हैं। विभिन्न बैंकों से ऋण लेकर वे चूना पत्थर खदान चला रहे हैं और क्षेत्र के मजूदरों से काम लेकर उनके परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं। कोविड-19 के कारण क्रशर संचालकों की आर्थिक स्थिति भी खराब है।
क्रशर संघ पदाधिकारियों ने कहा कि ग्राम पंचायत स्थित सम्पूर्ण शासकीय भूमि का सीमांकन कराया जाये, जिससे स्पष्ट हो जायेगा कि किन लोगों ने यहां बेजा कब्जा किया है। उन्होंने ज्ञापन में कहा है इन असामाजिक तत्वों के विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई करने की मांग की है।
मस्तूरी थाने के प्रभारी एसपी चतुर्वेदी ने बताया कि क्रशर संघ द्वारा जनपद पंचायत सदस्य के पति रज्जू भार्गव तथा उनके साथियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आवेदन दिया गया है। शिकायत को जांच में लिया गया है। इस सम्बन्ध में जिला खनिज अधिकारी से सम्पर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन वे उपलब्ध नहीं थे।