बलौदा बाजार
![संभावनाएं तलाशने पहुंची टीम, अगले साल मिल सकता है मेडिकल कॉलेज संभावनाएं तलाशने पहुंची टीम, अगले साल मिल सकता है मेडिकल कॉलेज](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/16157307238.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 14 मार्च। रायपुर से पहुंची टीम ने जिला मुख्यालय पहुंचकर बलौदाबाजार जिला अस्पताल में मानकों का मुआयना किया तथा 5 घंटे तक रुककर व्यवस्थाओं की पड़ताल की।
बलौदाबाजार जिलेवासियों को अब अच्छी और बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए जिले से बाहर नहीं भटकना पड़ेगा। मेडिकल कॉलेज के लिए संभावनाएं तलाशने पहुंची टीम ने जिला मुख्यालय पहुंचकर जिला अस्पताल में मानकों का मुआयना किया तथा 5 घंटे तक रुककर व्यवस्थाओं की पड़ताल की।
संभावना जताई जा रही है कि अगले साल तक मेडिकल कॉलेज मिल सकता है। जिला कार्यालय में सर्वे टीम व जिला स्वास्थ्य विभाग की टीम की कलेक्टर के साथ हुई बैठक में मेडिकल कॉलेज के लिए आवश्यक जरूरतों पर लंबी चर्चा भी हुई। सर्वे से संतुष्ट अधिकारियों ने यह कहकर उम्मीद बंधा दी कि यहां वह सब कुछ है जो एक मेडिकल कॉलेज के लिए जरूरी होता है। टीम अब रिपोर्ट शासन को सौंपेंगी।
टीम में शामिल रायपुर मेडिकल कॉलेज से डॉ. जितेंद्र तिवारी व विभागाध्यक्ष कम्युनिटी मेडिसीन डॉ. निर्मल वर्मा ने देखा कि मेडिकल कॉलेज के मुताबिक जिला चिकित्सालय में व्यवस्थाएं हैं या नहीं, अगर नहीं है तो इसमें और संसाधन उपलब्ध कराए जा सकेंगे। साथ ही वार्डों का नवीनीकरण व नवनिर्माण भी किया जा सकता है।
इस दौरान जिला मुख्यालय के समीप सकरी में जमीन का मुआयना भी किया। सीएमएचओ डॉ. खेमराज सोनवानी के अनुसार नए मेडिकल कॉलेज के लिए कम से कम 50 एकड़ जमीन की आवश्यकता होगी। सर्वे के दौरान तहसीलदार गौतम सिंह, सिविल सर्जन डॉ. राजेश अवस्थी, जिला कोविड नोडल अधिकारी डॉ. राकेश प्रेमी, डॉ. सृष्टि मिश्रा, डॉ. स्वाति वर्मा, डॉ. अशोक वर्मा रायपुर से आई सर्वे टीम के साथ मौजूद थे।
उल्लेखनीय है कि केंद्रीय बजट के अनुसार देश के हर जिले में राज्य सरकार के सहयोग से मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा की गई है । इसके तहत प्रदेश मे 3 नए मेडिकल कॉलेज प्रस्तावित हैं जिसमें कांकेर, महासमुंद, कोरबा के नाम तय हो चुके हैं और इनके डीन भी नियुक्त हो चुके हैं। इनके अलावा जो 6 अतिरिक्त मेडिकल कॉलेज खुलने हैं, उसके लिए उपर्युक्त जिलों में संभावनाएं तलाशी जा रही हैं। समुचित मेडिकल सुविधाओं के लिए सालों से तरसते यहां के क्षेत्रवासियों का मानना है कि अगर यहां मेडिकल कॉलेज खुलता है तो त्वरित इलाज के अभाव में होने वाली अकाल मौतों के आंकड़े में कमी आएगी।
कलेक्टर सुनील जैन ने बताया कि महासमुंद में प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज मेरे कार्यकाल के दौरान किए गए प्रयासों का ही नतीजा है। बलौदाबाजार आने के बाद यहां के लिए मेडिकल कॉलेज की स्थापना मेरी प्राथमिकता में था और इसके लिए लगातार प्रयास भी किए जिसके सार्थक परिणाम अब सामने आने लगे हैं। मेडिकल कॉलेज के लिए हर आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराने के प्रयासों में कोई कमी नही करेंगे।
शनिवार दोपहर को रायपुर से मेडिकल कॉलेज से डॉ. जितेंद्र तिवारी व विभागाध्यक्ष कम्युनिटी मेंडिसीन डॉ. निर्मल वर्मा बलौदाबाजार जिला चिकित्सालय पहुंचे तथा सीएमएचओ डॉ. सोनवानी के साथ जिला चिकित्सालय तथा उसके बाजू में 200 बेड के अस्पताल के संसाधनों का भौतिक परीक्षण किया। बिल्डिंग की दीवारों से लेकर हाल और कमरों के स्पेस, ब्लड बैंक, खुला एरिया समेत सभी पहलुओं का सर्वे करने के बाद टीम रायपुर लौट गई। सीएमएचओ ने बताया कि टीम जल्द ही शासन को अपनी रिपोर्ट सौंप देगी अगर यह बिल्डिंग और एरिया पैमाने पर खरा उतरा तो अगले साल यहां मेडिकल कॉलेज शुरु हो जाएगा।