दन्तेवाड़ा
दंतेवाड़ा, 9 जुलाई। दंतेवाड़ा में वैश्विक महामारी कोविड-19 के दौरान भी गांवों में रोजगार पर दुष्प्रभाव नहीं पड़ा इसके चलते ग्रामीण अर्थव्यवस्था मंदी की चपेट में आने से बच गई।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर कलेक्टर दीपक सोनी के मार्गदर्शन में जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा के तहत् प्रतिदिन हजारों मजदूरों को काम मिल रहा है। मनरेगा के कार्य में मजदूर सोशल डिस्टेंसिंग और कोविड उपयुक्त व्यवहार के साथ काम कर रहे हैं। मनरेगा के तहत् सडक़ निर्माण एवं समतलीकरण, तालाब गहरीकरण आदि कार्य चल रहे हैं जिसमें हर दिन दंतेवाड़ा, गीदम, कुआकोंडा एवं कटेकल्याण जनपद पंचायतों में हजारों लोगों को रोजगार मिल रहा है।
इसके अलावा आज तीन करोड़ से अधिक 303.947 लाख के 65 नए कार्यों को स्वीकृति प्रदान की गयी है। गीदम विकासखंड में 111.763 लाख के 21 कार्यों, कुआकोंडा विकासखंड में 22.694 लाख के 14 कार्यों, कटेकल्याण विकासखंड में 169.49 लाख के 30 कार्यों को स्वीकृति प्रदान की गई है। इन कार्यों के व्यय का अनुपात में 71.72 प्रतिशत मजदूरी एवं 28.28 प्रतिशत सामग्री का है।
जिला पंचायत द्वारा ग्राम पंचायतों की आवश्यकता के अनुरूप कार्यों की तत्काल स्वीकृति दी जा रही है। शासन की मंशा है कि लॉकडाउन के दौरान भी ग्रामीणों को रोजगार का संकट पैदा न हो।