दन्तेवाड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 24 जुलाई। बस्तर कमिश्नर जी आर चुरेंद्र ने जिला संयुक्त कार्यालय के सभागृह में जिले के सभी विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की बैठक लेकर समीक्षा की। सरकारी जमीन के कब्जा को रोककर उस जगह पर सामुदायिक खेती, सामुदायिक बागवानी तथा सामुदायिक उपयोग के लिए मनरेगा के माध्यम से बीपीएल, भूमिहीन, नक्सली पीडि़त एवं आत्मसमर्पित नक्सलियों जैसे जरूरतमंद लोगों के द्वारा जैविक खेती, फल उत्पादन, सब्जी उत्पादन, मछली उत्पादन, डेयरी विकास, कुक्कुट पालन, रेशम उत्पादन जैसे कार्यों को बढ़ावा देने के निर्देश दिये।
जिले के सभी कार्यालयों को स्मार्ट कार्यालय में बदलेेंं। कार्यालय प्रबन्धन के माध्यम से सभी की क्षमता एवं कार्यप्रणाली का भी आंकलन करने को कहा। सभी हाट बाजार को माडल हाट बाजार में परिवर्तित कर बाजार में शेड, चबूतरा, पेय जल, पार्किंग, कोल्ड स्टोरेज, वन धन केंद्र, आदि सुविधाएं मुहैया कराने को कहा। सभी हाट बाजार में बाजार चौपाल तथा कृषि चौपाल लगाकर लोगों को समस्या सुनकर निराकरण करने के निर्देश दिये। अधिकारियों को दौरा कर लोगों की समस्याओं एवं गांव के विकास दोनों की जानकारी लेने तथा नए नए प्रयोग करने को कहा। सभी जगह रोजगार, स्वरोजगार, पोषण, आंगनबाड़ी, स्वास्थ्य, शिक्षा, राशन, पेयजल, सडक़, मोबाईल कनेक्टिविटी, आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड, तथा शासन की सभी योजनाओं का लाभ एवं अन्य सुविधाएं लोगों तक पहुंचाने के निर्देश दिए।
श्री चुरेंद्र ने कहा कि कलेक्टर दीपक सोनी के नेतृत्व में काम का विश्वास बना हुआ है। इसी सुदृढ़ विश्वास के साथ आजीविका के विभिन्न आयामों आर्थिक और सामाजिक क्षेत्रों में योजना बनाये।अब गांव के गरीबों को फोकस कर योजना बनाएँ।
सभी अधिकारी, कर्मचारियों को अपने कार्यों के प्रति गंभीरता, व समर्पण की भावना लाने को कहा। सभी के सहयोग एवं समन्वय से जिले से उन्मूलन के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। फसल उद्योग परिवर्तन के तहत दलहन, तिलहन, मक्का, गन्ना और सागभाजी, के लिए बीज उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। दंतेवाड़ा में गर्मी में धान की फसल की जगह गुड़ उत्पादन के लिए गन्ना उत्पादन को ड्रिप सिस्टम से बढ़ावा देने कहा।
साथ ही अन्य व्यावसायिक फसल पर फोकस करने के निर्देश दिए। कोदो, कुटकी और कुल्थी उत्पादन को प्रोत्साहित करने विभागवार कार्ययोजना बनाकर 15 दिवस के भीतर पेश करने के निर्देश दिए।
सीईओ जिला पंचायत अश्वनी देवांगन को 10 अधिकारियोंं की टीम बनाकर गरीबी उन्मूलन के कार्यों का मॉनिटरिंग करने कहा। दंतेवाड़ा जिले में केंद्रीय लोकेशन चिन्हांकित कर विकास मॉडल स्थापित कर उसे प्रसारित करने कहा ,जिसे देख आस-पास के ग्रामीण प्रेरणा हासिल करेंगे। न अभियान चलाते रहेंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री वृक्षरोपण योजना के तहत प्रचार प्रसार करने को कहा।
कलेक्टर ने बताया कि फसल बीमा योजना, किसान न्याय योजना, वृक्षारोपण योजना, किसान क्रेडिट कार्ड जैसी योजनाओं पर विशेष जोर दिया जा रहा है ।तहसीलदार मॉनिटरिंग कर रहे हैं। गोंडी, हल्बी भाषा में प्रचार-प्रसार कर ग्राम सभा तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। पंजीकृत किसानों को नरेगा के तहत कार्य देंगे व हितग्राही मूलक कार्य हेतु 50 हजार रुपए की राशि प्रदान की जा रही है। केसीसी को दुगुना करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। श्री सोनी ने बताया कि शहीद वीर नारायण योजना के तहत 40 अनुमोदन प्राधिकरण से मिला है, इसमें अधिकतर लोगों को जोडऩे का प्रयास किया जा रहा है। बैठक में वनमण्डलाधिकारी संदीप बलगा, एडीएम अभिषेक अग्रवाल, एसडीएम अबिनाश मिश्रा, और एसडीएम प्रकाश भारद्वाज प्रमुख रूप से मौजूद थे।