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तीन साल में भी पाइपलाइन का विस्तारीकरण पूरा नहीं
जल जीवन मिशन के तहत पाइपलाइन व घर तक कनेक्शन देने का काम टेंडर में अनियमितता के कारण रद्द था
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 10 मार्च। जल जीवन मिशन के तहत ग्रामीणों के घर-घर नल कनेक्शन देने का काम अभी तक शुरू नहीं हो पाया। योजना का लाभ ग्रामीणों को 2023 तक देना था, लेकिन टेंडर में अनियमितता पाए जाने के बाद प्रदेश सरकार ने रद्द कर दिया था।
महासमुन्द जिले में 1122 गांव है, जहां ग्रामीणों को पेयजल हैंडपंप व पावर पंप से पानी की सप्लाई की जा रही है। इन सभी गांवों में तीन से चार पंप व हैंडपंप हैं। जिले के 259 गांव ऐसे हैं जहां 80 प्रतिशत तक पाइपलाइन की सुविधा मोहल्लों व घरों में दी गई है। इन ग्रामीणों को पेयजल की समस्या से काफी राहत है, लेकिन 863 गांव ऐसे हैं, जहां के ग्रामीणों को पानी लाने के लिए हैंडपंप व पंप के पास जाना पड़ता है। इन गांवों में अभी तक पाइपलाइन का विस्तारीकरण नहीं हुआ है। हालांकि पंप व हैंडपंप हैं, लेकिन पानी के लिए यहां तक ग्रामीण महिलाओं को प्रतिदिन आना पड़ता है। इन्हीं गांवों को जल जीवन मिशन के तहत पाइपलाइन व घर तक कनेक्शन देने का काम पिछले तीन सालों से चल रहा है। लेकिन अभी तक ग्रामीणों को इस योजना का लाभ नहीं मिल पाया है।
विभागीय अधिकारियों के मुताबिकटेंडर निरस्त होने के बाद प्रदेश सरकार ने इस योजना के क्रियान्वयन की जिम्मेदारी जिला स्तर पर करने के आदेश दिए हैं। अब जिला स्तर पर ग्रामीणों को लाभ देने योजना पर काम किया जा रहा है। एक बैठक लेकर 43 कार्यों की निविदा जारी करने का अनुमोदन भी जिला जल एवं स्वच्छता समिति की बैठक में हो गया है। वर्कआर्डर मिलने के बाद ठेकेदार जल्द ही इन गांवों में नल जल योजना के तहत पाइपलाइन बिछाने का काम शुरू करेंगे।
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के उप अभियंता खिलेश्वर साहू कहते हैं कि जल जीवन मिशन योजना के तहत पूर्व में हुई बैठक में 70 गांवों को रेट्रोफिटिंग योजना की सौगात मिली है। इसके लिए 52.61 करोड़ रुपए की प्रशासकीय स्वीकृति दी गई है। इसके तहत 21 हजार 931 घरेलू नल कनेक्शन दिया जाएगा। वहीं 43 रेट्रोफिटिंग की नलजल योजना की निविदा कार्रवाई का भी अनुमोदन किया गया है। इसके तहत 7223 घरेलू कनेक्शन दिए जाएंगे।
मालूम हो कि जिले में 11 हजार 893 जलस्त्रोत है। जल जीवन मिशन में इन्हीं जल स्रोतों से ग्रामीण के घर तक पानी पहुंचाने की योजना है। जिले के कुल 11 हजार 893 जल स्रोतों को छोडक़र विभाग को नए जल स्त्रोत भी खोजना था, ताकि इस नए स्त्रोत से भी ग्रामीणों को पानी पहुंचाया जा सके। वर्तमान में पीएचई विभाग ने हैडपंपों की मरम्मत शुरु कर दी है। जिन गांवों में हैंडपंप व पंप बंद हैं, वहां सुधार कार्य किया जा रहा है।
जिले के पीएचई विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जल जीवन मिशन योजना के तहत जहां बोर खनन की आवश्यकता है, वहां बोर खनन होगा । जहां पानी टंकी की आवश्यकता है, वहां पानी टंकी का निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा बस्तियों से दूर रहने वालों के लिए पानी की व्यवस्था इन स्रोतों से नहीं हो पाएगी वहां सोलर पंप के माध्यम से पानी देने का प्रावधान है।
जल जीवन मिशन के तहत 1122 गांवों को इस योजना का लाभ देना है। लेकिन 259 गांव ऐसे हंै जहां 80 प्रतिशत पाइपलाइन बिछ गई है और घरों तक कनेक्शन दिया जा चुका है। 20 प्रतिशत ऐसे घर या मोहल्ले हैं, जहां न तो पाइपलाइन बिछा है और न ही कनेक्शन है। ऐसे गांवों को भी इस योजना में चिन्हित कर लिया गया है।
समझाइश के बाद भी दलहन-तिलहन की ओर रूझान कम
रजिंदर खनूजा
पिथौरा, 10 मार्च (‘छत्तीसगढ़’)। क्षेत्र में पानी एवं बिजली की खपत कम करने की कोशिशें नाकाम हो रही हंै। इस बार रबी में क्षेत्र के किसानों ने विगत वर्ष की तुलना में रबी धान का रकबा करीब 20 फीसदी बढ़ा दिया है। ज्ञात हो कि रबी सीजन में लगाई जाने वाली धान की फसल में अत्यधिक पानी की आवश्यकता होती है। गर्मी की वजह से पानी पंप दिन रात चलाये जाने से विद्युत की खपत बढ़ जाती है जिसका खामियाजा घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को भोगना पड़ता है।
कृषि विभाग से मिली जानकारी के अनुसार इस वर्ष विगत वर्ष की तुलना में करीब 20 फीसदी रकबा रबी फसल हेतु बढ़ा है। अधिकांश किसान धान की ही खेती कर रहे हैं। पिथौरा विकासखण्ड में कुल 8402 हेक्टयर भूमि में रबी की किसानी की जा रही है। इसमें गेंहू मक्का, दलहन, तिलहन एवं साग सब्जी मिलाकर कुल करीब 250 हेक्टयर में लगाई गई है, जबकि मात्र धान 6303 हेक्टयर में लगाया गया है।
धान कम कर दलहन-तिलहन को बढ़ावा
कृषि विभाग के अधिकारी डी पी पटेल ने बताया कि इस बार विभाग का लक्ष्य रबी धान का रकबा कम कर दलहन तिलहन का रकबा बढ़ाने का रखा गया था परन्तु किसानों ने किसी की नहीं सुनी और इस बार पहले से भी 20 से 25 फ़ीसदी अधिक रकबा में धान लगा दिया। इसके अतिरिक्त शासन की ओर से फसल प्रदर्शन के रूप में गेहूं 129 हेक्टयर मूंग 145 हे. उड़द 145 हे. सहित मक्का एवं सरसो 28 हेक्टयर में लगा कर फसल ली जा रही है।
गर्मी बढऩे के साथ बिजली-पानी संकट
ज्ञात हो कि कृषि विभाग की समझाइश के बाद भी किसान रबी में सर्वाधिक पानी लगने वाली धान की खेती कर रहे हंै। इन खेतों में सिंचाई हेतु क्षेत्र में 20 हजार से अधिक पम्प लगातार 24 घण्टे चल रहे हंै। उससे ये तय है कि गर्मी बढऩे के साथ ही क्षेत्र में बिजली एवं पानी का गम्भीर संकट हो सकता है। प्रशासन को इसके लिए पूर्व से ही योजना तैयार की जानी चाहिए।
धान 1200 में बिक रहा
एक ओर कृषि विभाग की दलहन तिलहन में अधिक फायदा होने की सलाह को किसान पूरी तरह खारिज कर अत्यधिक रकबे में धान की फसल लगा चुके हंै, जिससे रबी में कम खर्च में अधिक धान होने के कारण किसानों के पास रबी का खासा धान होगा। ऐसी स्थिति में अब इस धान को किसान कहां और कैसे बेचे इस उधेड़बुन में लगे हंै। क्योंकि खरीफ सीजन निकलने के बाद स्थानीय कृषि उपज मंडी में धान के सौदा पत्रक मात्र 1100 से 1300 तक ही कट रहे हैं, जबकि न्यूनतम समर्थन मूल्य 1868 रुपये है। इस स्थिति में रबी में धान की फसल लेने वाले किसानों को नुकसान भी उठाना पड़ सकता है।
बहरहाल रबी में धान की जगह दलहन तिलहन लगाने की सरकारी सलाह नहीं मान कर धान लगाने वाले किसानों को इस वर्ष खासा नुकसान उठाना पड़ सकता है। वहीं पानी और बिजली की कमी का खामियाजा आम लोगो को भुगतना ही पड़ेगा।
एमएसपी का महत्व समझने लगे किसान
एमएसपी मतलब न्यूनतम समर्थन मूल्य क्या होता है, अब पानी के मोल बिकती अपनी फसल को देख कर समझने लगे हैं। जिस धान का सरकारी न्यूनतम समर्थन मूल्य 1868 रुपये है, अब उसी धान को समर्थन मूल्य नहीं होने के कारण व्यापारी 1000 से 1300 तक ही खरीद रहे हैं। कुछ किसानो के अनुसार यदि धान बिक्री के हालात ऐसे ही रहे तो वह दिन दूर नहीं ज़ब किसानों की आय दुगुनी के बजाय आधी से भी कम हो सकती है। ऐसे हालातों में किसानों के सामने रोजी रोटी की समस्या भी आ सकती है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पिथौरा,9 मार्च। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय पिथौरा द्वारा महाशिवरात्रि पर्व के अवसर पर अमरनाथ गुफा की झांकी और गुफा के भीतर बर्फानी बाबा शिवलिंग के आकर्षक और बहुत सुंदर प्रतिमा की स्थापना की गई है। जिसका उद्घाटन अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन 8 मार्च को स्थानीय सेवा केन्द्र की ब्रह्माकुमारी बहनें पुष्पा दीदी और तोमेश्वरी बहनजी के कर कमलों द्वारा किया गया।
उद्घाटन समारोह के पश्चात यह भव्य और खूबसूरत झांकी दर्शनार्थियों के लिए खोल दिया गया है। जिसका समय शाम 4 बजे से लेकर रात्रि 9 बजे तक निर्धारित है । जहां श्रद्धालु अमरनाथ गुफा, बर्फानी बाबा की शिवलिंग और विभिन्न चित्रों के माध्यम से रोचक और ज्ञानवर्धक जानकारी का आनंद उठा सकते हैं। यह झांकी थाना चौक के आगे ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय भाग्यविधाता भवन के सामने स्थित है । संस्था द्वारा आसपास के समस्त ग्रामीण और शहरी श्रद्धालुओं को इस अवसर पर दर्शनार्थ हेतु आमंत्रित किया गया है।
इस अवसर पर मुख्य रूप से कलप राम पटेल, के पी चौधरी , एस सी चतुर्वेदी, एस के नीरज, ओमप्रकाश पटेल, किशोर पटेल, प्रधान सर और रामनाथ सोनवानी जी इत्यादि मुख्य रूप से उपस्थित थे।
किसी ने रास-गरबा में तो किसी ने छत्तीसगढ़ी गाने में डांस किया
महिलाओं ने महिला ङ्क्षहसा विषय पर खुलकर अपना पक्ष रखा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 9 मार्च। संजय कानन में अंतर राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में एक शानदार समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान मंच पर 18 से 70 साल उम्र तक की महिलाओं ने तरह-तरह की प्रस्तुतियां दी। किसी ने रास-गरबा में हिस्सा लिया, किसी ने छत्तीसगढ़ी गाने में डांस किया तो कोई बंगाली और शाीय गाने पर झूमती रहीं।
इस मंच पर महिलाओं ने महिला ङ्क्षहसा विषय पर खुलकर अपना पक्ष रखा। बचपन की यादों को ताजा करते हुए कई महिलाओं ने खेलों में हिस्सा लिया। रंग बिरंगी वेशभूषा और आभूषणों में सजी कई महिलाओं ने जूड़ा सजाने वाले स्पर्धा में हिस्सा लिया। राजनीतिक-गैर राजनीतिक-सामाजिक-सरकारी और आम महिलाओं के इस आयोजन का नाम शक्ति दिया गया था। इसमें विधायक विनोद चंद्राकर और नपाध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर ने भी हिस्सा लिया। सरला कोसरिया ने महिलाओं को शक्ति संजोकर रखने और अपने आने वाली पीढ़ी का सुरक्षा कवच बनने के लिए प्रेरित किया।
नपाध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर ने ऐसे आयोजन को सफल कहते हुए आगामी वर्षों में भी आयोजन की बातें कहीं। विनोद चंद्राकर ने कहा कि महिलाएं एक दिन ही सशक्तिकरण दिवस न मनाएं बल्कि साल के पूरे दिनों में वे सशक्त रहें। क्योंकि महिलाएं मजबूत होंगी तो घर-परिवार, प्रदेश और देश मजबूत होगा।
कार्यक्रम का सफल संचालन डा. निशा जैन ने किया। बता दें कि इस कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु शक्ति नाम की एक टीम गठित की गई थी। इस टीम में शहर की राजनीतिक, गैर राजनीतिक, सामाजिक, शासकीय, गैर शासकीय संस्थान से जुड़ी महिलाएं शामिल हुईं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 9 मार्च। ग्राम पाटन क्षेत्र के बठेना गांव में एक ही परिवार के 5 लोगों की मौत के विरोध में भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जाति मोर्चा के जिलाध्यक्ष प्रियरंजन कोसरिया के नेतृत्व में स्थानीय बरौण्डा चौक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू का पुतला जलाया गया।
इस दौरान उपस्थित भाजपा नेता कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री व गृह मंत्री के मुर्दाबाद का नारा लगाया। इस दौरान भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक व पूर्व विधायक डॉ विमल चोपड़ा, रायपुर ग्रामीण सह प्रभारी अरविंद प्रहरे, जिला महामंत्री प्रदीप चंद्राकर, सांसद कार्यालय प्रभारी मोहन साहू ,सांसद प्रतिनिधि पवन साहू, मंडल महामंत्री प्रकाश शर्मा, मनीष बंसल, मंडल कोषाध्यक्ष हनीश बग्गा अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष नईम खान ,मंडल मंत्री महेंद्र सिंह, हिमांशु चंद्राकर जितेंद्र साहू, हीरेंद्र सोनी, महेश चौहान ,दिनेश गभने, प्रशांत श्रीवास्तव,जगन्नाथ छुरा, नरेश नायक,दीपक राव,दिनेश रूपरेला,योगेश सोनवानी कादर राजपूत सुरेंद्र दास महाराज, अमित टंडन, गोपी कन्नौजे सहित अनुसूचित जाति मोर्चा व युवा मोर्चा के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
सोमवार से योजना की शुरुआत, खनिज न्यास निधि से होगा भुगतान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 9 मार्च। मुख्यमंत्री सुपोषण योजना के तहत जिले में विशेष पिछड़ी जनजाति में से एक कमार जाति के चिन्हित बालक बालिका और महिलाओं के लिए सप्ताह में तीन दिन उबला अंडा उनके घर में पहुंचाया जाएगा। सोमवार से इसकी शुरुआत की गई।
संसदीय सचिव एवं खल्लारी विधायक द्वारिकाधीश यादव ने बागबाहरा विकासखण्ड के ग्राम खुटेरी से इसकी शुरुआत की। इस दौरान सरपंच पुष्पा गिरी उपस्थित थी। वहीं पिथौरा ब्लॉक के ग्राम सोनासिल्ली के कमारडेरा में सरपंच चोपलाल चौधरी, भिथीडीह में सरपंच सुनीता डडसेना, उपसरपंच अनिल चौधरी एवं स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों के हाथों कमार बच्चों एवं बालिकाओं तथा महिलाओं को उबला अंडा खिलाकर योजना का शुभारंभ किया गया। जिले के कमार जनजाति के 3 से 6 वर्ष के चिह्नांकित बच्चों और 01 से 49 उम्र की चिह्नांकित बालिका एवं महिलाओं को उबला अंडा सप्ताह में तीन दिन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से उनके घर पहुंचाया जाएगा। इसके लिए कलेक्टर डोमन सिंह ने व्यय राशि की व्यवस्था जिला खनिज न्यास निधि से की है।
कलेक्टर ने राज्य सरकार की अन्य योजनाओं के साथ ही महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री सुपोषण योजना को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए इससे पहले महासमुंद जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों में बीते फरवरी की पहली तारीख से चिह्नांकित 8500 से ज्यादा कुपोषित बच्चों और 15 से 49 वर्ष के चिन्हांकित 10700 से ज्यादा एनीमिक पीडि़त बालिका एवं महिलाओं को सप्ताह में तीन दिन गुणवत्तापूर्ण गरम पौष्टिक भोजन देने की शुरूआत की गई है। इसके लिए भी राशि जिला खनिज न्यास निधि से उपलब्ध कराई गई है। कलेक्टर ने इस कड़ी को आगे बढ़ाते हुए कमार जाति के बच्चे, बालिकाओं और महिलाओं को उनके स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए आहार में सप्ताह में तीन दिन अंडा घर पहुंचाने की पहल की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कमार जाति के बच्चों को अंडा खिलाने की योजना जिले के 76 गांव में शुरू की गई है।
महिला एवं बाल विकास विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के महासमुन्द ब्लॉक के 42 गांव, बागबाहरा के 32 गांव एवं पिथौरा के 02 गांव में कमार जाति के परिवार निवासरत हैं। इन परिवारों में 3 से 6 वर्ष के चिह्नांकित 105 बच्चे और 1 से 49 उम्र की 1507 बालिका और महिलाएं शामिल हैं। कलेक्टर डोमन सिंह ने बताया कि लोगों की मंशानुरूप कमार जाति के बच्चों-महिलाओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर अंडा देने की शुरूआत की। इस मामले में जनभावनाओं का भी पूरा ख्याल रखा गया है। किसी बच्चे या बालिका एवं महिलाओं को जबरन अंडा खाने के लिए नहीं दिया जाएगा। यदि कोई पालक चाहता है कि उसके बच्चे या बालिका एवं महिलाओं को अंडा नहीं दिया जाए तो उनकी इच्छा का सम्मान किया जाएगा।
महासमुन्द, 9 मार्च। कोरोना काल में जो विवाह नहीं कर पाए हैं उन्हें विवाह के लिए अब एक महीने और इंतजार करना होगा। आगामी 12 अप्रैल के बाद ही विवाह का मुहूर्त है। खरमास लगने के कारण एक महीने और देरी हो रही है। इसलिए 14 मार्च से खरमास लगेगा, जो 12 अप्रैल तक रहेगा। इसलिए इस बीच मांगलिक कार्य नहीं होते हैं। खरमास में केवल पूजा, पाठ व सतसंग का आयोजन किया जाता है।
अंबेडकर चौक स्थित दुर्गा मंदिर के पं. हेमंत त्रिवेदी ने बताया कि 13 को शनि अमावस्या है और 14 से खरमास शुरू होगा। इसी बीच 21 मार्च से होलाष्टक भी लगेगा जो 28 मार्च तक चलेगा। जबकि खरमास का समापन 12 अप्रैल को होगा। खरमास के चलते खरीदी व मांगलिक कार्य नहीं होते हैं। वैसे भी 23 मार्च 2020 के बाद से शहनाई बजना बंद हो गया है। 12 अप्रैल के बाद मांगलिक कार्य संपन्न होंगे। मुहूर्त की पहली शादी 25 अप्रैल से शुरू होगी जो जुलाई तक चलेगी। पंडित जी के मुताबिक साल के 12 अमावस्या में शनि अमावस्या का अत्यधिक महत्वपूर्ण होता है। इस दिन नदियों में स्नान व जरुरतमंद लोगों को भोजन व वस्त्र दान करने और शनिदेव को तिल व तेल आदि चढ़ाकर पूजा करने से विशेष पुण्य फल की प्राप्ति होती है। फाल्गुन कृष्ण शनिवार के दिन पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र, साध्य योग, नाग कारण व कुंभ राशि के चंद्रा की साक्षी अमावस्या होगी।
महासमुन्द, 9 मार्च। 20वीं छत्तीसगढ़ जूनियर राज्य स्तरीय बॉल बैडमिंटन प्रतियोगिता के फायनल मैच मेंं भिलाई का मुकाबला कवर्धा से हुआ। जिसमें भिलाई ने कवर्धा को 35-28, 35-18 से हराकर प्रथम स्थान प्राप्त किया। बालक वर्ग में पहला सेमी फायनल भिलाई का बिलासपुर के खिलाफ हुआ जिसमें बिलासपुर ने भिलाई को 35-25,30-35,35-24 से हराकर फाइनल प्रवेश किया। दूसरा सेमीफाइनल कबीरधाम का दुर्ग जिले से हुआ जिसमें दुर्ग ने कबीरधाम को 35-28,35.33 से हराकर फाइनल प्रवेश किया। बालक वर्ग का फाइनल मुकाबला बिलासपुर का दुर्ग जिला से हुआ जिसमें बिलासपुर ने दुर्ग को 35-28,35-28 से हराकर प्रथम स्थान प्राप्त करते हुए ट्रॉफी अपने नाम की।
समापन अवसर पर मुख्य अतिथि बादल मक्कड़ ने प्रथम व द्वितीय खिलाडिय़ों को ट्रॉफी प्रदान की। कार्यक्रम की अध्यक्षता लोकेश चंद्राकर ने की। उन्होंने बालक वर्ग के संयुक्त तृतीय स्थान प्राप्त खिलाडिय़ों को ट्रॉफी प्रदान की। विशिष्ठ अतिथि मुकेश जैन, सन्नी लूनिया ने दोनों वर्ग में प्रथम द्वितीय खिलाडिय़ों व निर्णायकों को व्यक्तिगत पुरस्कार प्रदान किया। तारिणी चंद्राकर ने संयुक्त तृतीय स्थान प्राप्त खिलाडिय़ों को ग्रुप ट्रॉफी प्रदान की। मंचसंचालन रियाज़ भाई राजिम व सेवन दास मानिकपुरी के द्वारा की गई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 9 मार्च। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन कल महासमुन्द पुलिस ने महिलाओं को सुरक्षा का तोहफा दिया है। इसके तहत जिले के किसी भी हिस्से में फंसी या फिर असुरक्षित महसूस कर रही महिलाओं को तत्काल पहुंचकर उनके घर या गंतव्य तक महासमुन्द पुलिस छोड़ कर आएगी। इस पहल की शुरुआत सोमवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में किया गया।
कोतवाली परिसर में आयोजित महिला जागरुकता कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक ने शक्ति टीम के नंबर की लॉन्चिंग की। जिससे जिले में सभी महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित होगी। इसके तहत 9479290095 टोल फ्री नंबर की शुरुआत की गई। साथ ही समारोह में उपस्थित एसपी प्रफुल्ल कुमार ठाकुर ने बताया कि महिलाएं डायल 100 व 112 के साथ 1090 नंबर से भी महिलाएं इन सुविधाओं का लाभ ले सकती हैं। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पुलिस अधीक्षक ने जिले की सभी पुलिस अधिकारियों का परिचय कराया और कहा कि मैं जिले में इतनी शक्तियों के साथ काम करता हूं। वहीं एसपी ने अपनी मां के बारे में भी अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने कहा कि मां द्वारा दी गई शिक्षा से ही सभी भाई.बहन आज फस्र्ट क्लास अफसर बन पाए हैं।
शक्ति टीम की लॉन्चिंग के बाद कोतवाली परिसर के नवनिर्मित संवेदना कक्ष का भी एसपी प्रफुल्ल ठाकुर ने उद्घाटन किया। यह कक्ष महिलाओं के लिए बनाया गया है। जिसमें कई महिलाएं थाने में अपनी शिकायत दर्ज कराने आती हैं। यहांं महिलाएं अपनी बात महिला अधिकारी व कर्मचारी से बेहिचक कह पाएंगी। इसके साथ ही कोतवाली परिसर से महिला जागरुकता के लिए अंजोर रथ को रवाना किया गया। इसके साथ ही महिला पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों ने बाइक रैली निकालीं, ताकि महिलाएं अपने व अपनी सुरक्षा के प्रति जागरूक हों। इस अवसर पर 7 दिवसीय अभिव्यक्ति कार्यक्रम की शुरुआत की गई। कार्यक्रम के तहत मंगलवार को शहरी क्षेत्र में अटल आवास, झुग्गी झोपड़ी बस्ती और ग्रामीण क्षेत्रों में घरेलू हिंसा, छेडख़ानी, लैंगिक उत्पीडऩ, साइबर सुरक्षा, पोक्सो एक्ट, आत्म रक्षार्थ व पीडि़त क्षतिपूर्ति योजनाओं की जानकारी विशेषज्ञ द्वारा दी जाएगी। साथ ही इससे संबंधित नुक्कड़ नाटक का प्रदर्शन भी किया जाएगा। 10 मार्च को चौकी टुहलु क्षेत्र में मानव तस्करी, कैरियर काउंसलिंग, स्वास्थ्य. स्वच्छता, टोनही निवारण, नशा मुक्ति व पीडि़त क्षतिपूर्ति की जानकारी दी जाएगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 9 मार्च। शहर की सफाई की जांच के लिए टीम कभी भी महासमुन्द शहर पहुंच सकती है और शहर में सफाई को लेकर जनता से फीडबैक भी ले सकती है। जनता से फीड बैक लेकर ही टीम अच्छे रैंकिग व नंबर देगी।
जनता सफाई को लेकर बेहतर जवाब दे इसके लिए शहर में पालिका तीन से चार बार सफाई अभियान चला रही है। अब तो रात में भी टीम शहर की सफाई में लगी हुई है। इसके अलावा प्रतिबंधित पॉलिथिन पर भी पालिका कार्रवाई कर रही है। शहर की तमाम नालियां, खुले मैदान सहित अन्य जगहों पर टीम कार्रवाई के तैनात है और लोगों को कचरा फेंकने से मना कर रही है। कचरा व अपशिष्ट पदार्थ कचरा गाड़ी में ही डालने की अपील कर रही है। सफाई की टीम शहर के अलावा जिन वार्डों में अत्यधिक गंदगी फैली है वहां प्रचार.प्रसार कर लगातार सफाई कर रही है। इसके साथ ही कर्मचारी स्वच्छता के साथ फीडबैक के लिए भी मेहनत करना शुरू कर दिया है।
नगर पालिका महासमुंद सहित महासमुंद, सरायपाली व बागबाहरा अपनी-अपनी कैटेगरी में स्वच्छता रैकिंग में हिस्सा ले रहा है। अगामी 31 मार्च तक ऑनाइन सिटीजन फीडबैक लिया जाएगा। इसमें 18 से 99 साल तक उम्र का कोई भी व्यक्ति शहर की स्वच्छता पर फीडबैक दे सकता है ।
इसके लिए कुल 1500 नंबर निर्धारित किए गए हैं। जिस निकायों की व्यवस्था फीडबैक के आधार पर बेहतर होगा, उन्हें सार्वाधिक अंक व कैटेगरी वाइज उनकी रैंकिंग तय की जाएगी।
पालिका की सफाई टीम के अलावा मिशन क्लीन सिटी की टीम भी लगातार शहर के कोने.कोने में सफाई कर रही है। इससे शहर की सफाई व्यवस्था पर काफी सुधार आया है। अब लोग गली में कचरा फेंकने के बजाए कचरा गाड़ी में कचरा दे रहे हैं, जिसके चलते अब गलियों में कचरा नहीं दिखता है। पिछले साल पालिका स्वच्छता रैंकिंग में पालिका पांचवे स्थान पर था। इस बार भी शहर को प्रदेश में बेहतरीन प्रदर्शन रहे इसके लिए शहर को साफ.सुथरा रखा जा रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 9 मार्च। कलेक्टर डोमन सिंह ने कल जिला कार्यालय के सभाकक्ष में विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेकर विभागीय गतिविधियों की समीक्षा की।
उन्होंने राज्य शासन के महत्वाकांक्षी योजना गोधन न्याय योजना के तहत् जिले के गौठानों में की जा रही गोबर खरीदी एवं वर्मी कम्पोस्ट खाद के बारें में जानकारी लेते हुए कहा कि सप्ताह में कम से कम तीन दिन प्रत्येक गौठान में गोबर खरीदी का कार्य अनिवार्य रूप से कराएं। गौठान में महिला स्वसहायता समूह द्वारा बनाए गए वर्मी कम्पोस्ट के शतप्रतिशत बिक्री कराने में गति लाने को कहा। उन्होंने कहा कि गौठान ग्रामीण आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के साथ ही ग्रामीणों और पशुपालकों के लिए अतिरिक्त आमदनी का जरिया भी है। इसलिए वित्तीय प्रबंधन और वर्मी कम्पोस्ट के निर्माण से लेकर बिक्री तक का निर्धारण सुनिश्चित किया जाए।
उन्होंने अधिकारियों को कहा कि गोधन न्याय योजना के माध्यम से तैयार हुई वर्मी कम्पोस्ट की बिक्री जिले के सम्बंधित शासकीय, अद्र्धशासकीय, संस्थानों जिन्हें खाद की आवश्यकता होती है, उन्हें अनिवार्य रूप से कम्पोस्ट खाद उपलब्ध कराएं। इसके अलावा जिले के किसानों को विभिन्न सहकारी समितियों के माध्यम से वर्मी कम्पोस्ट खाद विक्रय कराने के लिए प्रेरित करने को कहा।
कलेक्टर ने ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों के निजी भवन में संचालित उचित मूल्य की दुकानों को शीघ्र ही सम्बंधित क्षेत्र के शासकीय भवनों में स्थानांतरित करने के निर्देश दिए है। इसके लिए रिक्त शासकीय भवनों का चिन्हांकन शीघ्र करने को कहा है ताकि आगामी माह से जिले के सभी दुकानें शासकीय भवनों पर संचालित किया जा सके। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों के लिए संबंधित अनुविभागीय अधिकारी एवं जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी तथा शहरी क्षेत्रों में मुख्य नगर पालिका अधिकारी शासकीय भवनों का चिन्हांकन कर स्थानांतरित करने की कार्रवाई करने के निर्देश दिए। जिला खाद्य अधिकारी ने बताया कि जिले में 47 उचित मूल्य की दुकान किराए के भवन पर संचालित है। इसमें ग्रामीण क्षेत्र में 21 तथा शहरी क्षेत्र में 26 दुकानें शामिल है। जिले में 06 नवीन ग्राम पंचायत का गठन किया गया है।
उन्होंने बताया कि बसना विकासखण्ड के नए ग्राम पंचायत चिर्राचुंवा में शासकीय उचित मूल्य की दुकान आबंटित किया गया है तथा शेष 05 नए ग्राम पंचायतों में शासकीय उचित मूल्य की दुकानों के लिए भवन आबंटित की जाएगी।
कलेक्टर ने पशुपालन विभाग के अधिकारी को ट्रेविस और चॉप कटर की सप्लाई शीघ्र कराने के निर्देश दिए। उन्होंने उद्यानिकी अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि जिले के जिन गौठानों में पानी की पर्याप्त व्यवस्था है। ऐसे गौठानों में सब्जी का उत्पादन करें। सिरपुर स्थित रायकेरा तालाब में नौका विहार के लिए बोट शीघ्र प्रारम्भ करने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर पशु चिकित्सक सेवाएं के उप संचालक डॉ. डी.डी. झारिया, एस.आर.् डोंगरे, डी.एल. नायक, नीतिश त्रिवेदी, एन.एस. कुशवाह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 9 मार्च। शहर स्थित जिस आशीबाई गोलछा हायर सेकण्डरी उच्चर माध्यमिक विद्यालय में दादी मां और मां ने आजीवन सेवाएं दी, उसी स्कूल में निधि तिवारी ने 6 मार्च को 2021 को राजपत्रित व्याख्याता अंग्रेजी के पद पर पदभार ग्रहण किया है।
शहर में इस बात की चर्चा जोरों पर थीं। निधि कहती हैं-मुझे नहीं मालूम था कि इस स्कूल में तीसरी पीढ़ी के रूप में शिक्षादान करने का अवसर मुझे मिलेगा। यह मेरे लिए सुखद संयोग है कि मैं अपनी दादी और मां की कर्मस्थली में अपने काम को बखूबी निभाने के लिए आदेशित हूं। शहर के लोग आज भी मेरी दादी और मेरी मां के कामों को याद करते हैं, कोशिश करूंगी कि उनकी तरह मैं भी शिक्षा दीप जलाकर भावी पीढ़ी का जीवन रौशन करती रहूं।
‘छत्तीसगढ़’ से बातचीत में उन्होंने बताया-मेरे पिता रामकुमार तिवारी सुमन की माता स्व. उर्मिला देवी तिवारी इसी स्कूल में वर्ष 1955 से 1985 तक प्रधान पाठिका थीं। उन्होंने तीस साल तक यहां शिक्षादान की। इसी स्कूल से उनकी सेवानवृत्ति भी हुई। मां सुमित्रा तिवारी पीटीआई के पद पर इसी स्कूल में सेवाएं देते हुए 2019 में सेवानिवृत हुईं। अब मैं इस स्कूल में पढऩे वाले बच्चों को पढ़ाउंगी। निधि के पिता पत्रकार रामकुमार तिवारी और माता सुमित्रा तिवरी कहती हैं-हमने सोचा भी नहीं था कि बेटी भी इसी स्कूल में अध्यापन कार्य करेगी। यह हमारे लिए बड़े संयोग की बात है कि जिस स्कूल में दादी और मां ने बरसों सेवाएं दी, उसी स्कूल में निधि भी व्याख्याता बनकर आएंगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 9 मार्च। भीमखोज खल्लारी पहाड़ी पर विराजित माता खल्लारी दर्शन के लिए श्रद्घालुओं को रोप-वे की सुविधा शीघ्र ही मिलने वाली है। आज 9 मार्च को इस काम की शुरुआत के लिए आधारशिला रखी जा रही है। संसदीय सचिव व खल्लारी विधायक द्वारिकाधीश यादव व मंदिर ट्रस्ट भूमि पूजन करेंगे। यह जिले का पहला रोप वे होगा।
खल्लारी मंदिर समिति के ट्रस्टी की मानें तो श्रद्घालुओं भीड़ को देखते हुए यहां लगातार रोप-वे निर्माण की मांग हो रही थी। उनकी मांग पर ही कोलकाता की कंपनी रोपवे एवं रिसॉर्ट प्राइवेट लिमिटेड यहां रोप-वे का निर्माण करने वाली है। इसका खर्च भी मंदिर ट्रस्ट व कंपनी वहन करेगी। कंपनी के अधिकारी व कर्मचारी दो माह पूर्व सडक़ से पहाड़ी तक किस दिशा से रोप.वे का संचालन करना है, का निरीक्षण कर चुके हैं। तकनीकी स्वीकृति मिलने के बाद कंपनी के द्वारा निर्माण कार्य जल्द ही शुरू किया जाएगा। गौरतलब है कि खल्लारी पहाड़ी के बारे में ऐसा माना जाता है कि महाभारत युग में पांडव इस पहाड़ी पर आये थे,जिसका प्रमाण भीम के विशाल पदचिन्ह हैं जो इस पहाड़ी पर स्पष्ट दिखते हैं।
मंदिर कमेटी का कहना है कि बनने वाले 300 मीटर लंबे रोप-वे में कुल चार ट्रॉली होंगी। हर ट्रॉली में चार लोग बैठ सकेंगे। ये प्रदेश का दूसरा मंदिर होगा, जहां रोपवे लगाया जा रहा है। इससे पहले डोंगरगढ़ में 650 मीटर लंबा रोपवे है। कंपनी ने दो माह पूर्व ही खल्लारी पहाड़ी का सर्वे कर लिया है। रोप-वे गांव के ढेकानाल तालाब से भंडार स्थल तक बनेगा। पहाड़ी की ऊंचाई 130 मीटर है। रोप-वे का पहला छोर गांव के तालाब के पास होगा। अभी 981 सीढ़ी चढक़र मंदिर तक पहुंचते हैं। रोप-वे से एक घंटे में 200 लोग दर्शन कर सकेंगे।
लोगों का मानना है कि मां खल्लारी के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को नवरात्र में रोप वे की सवारी का भी मजा उठाने का अवसर मिलेगा। रोपवे का निर्माण होने के बाद टूरिस्टों की संख्या में वृद्धि होगी। लोगों को पहाडिय़ों का दृश्य देखने को मिलेगा। इसके साथ ही बहुत से लोगों को रोजगार का भी अवसर प्राप्त होगा। बता दें कि खल्लारी दर्शन के लिए देश के कोने-कोने से लाखों की संख्या में भक्त आते हैं। दर्शकों को पहाड़ी पर मां खल्लारी के दर्शन के लिए 981 सीढ़ी चढऩा पड़ता है। इस रोप-वे के निर्माण के बाद श्रद्घालुओं को केवल 50 सीढ़ी ही चढऩा होगा।
महासमुन्द, 9 मार्च। कलेक्टर डोमन सिंह ने कल शाम जिला अस्पताल के टीकाकरण सेंटर में कोविड.19, वैक्सीन का दूसरा डोज लगवाया। कलेक्टर श्री सिंह ने इससे पहले 08 फरवरी को पहला डोज लगवाया था। इस तरह आज 28 दिन पूर्ण होने पर कोविड वैक्सीन सेंटर पहुंचकर उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 08 मार्च को उन्होंने टीकाकरण केन्द्र में सेवाएं दे रही महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को महिला दिवस की बधाई और शुभकामनाएं दी।
कलेक्टर ने कहा कि कोविड का टीका पूरी तरह सुरक्षित है। इससे डरने की आवश्यकता नहीं है। कोविड से बचाव के लिए यह टीका वरदान है। उन्होंने लोगों से अपील कर कहा कि पात्र हितग्राही अधिक से अधिक संख्या में टीकाकरण केन्द्र में आकर टीका लगवा सकते हैं। कोविड से सुरक्षा के लिए यह टीका वरदान है। सरकार के निर्देशानुसार 60 वर्ष या 60 वर्ष से अधिक आयु के सभी नागरिकों तथा विशेष सूचीबद्ध बीमारियों के साथ 45 से 59 वर्ष के आयु वर्ग में आने वाले व्यक्तियों को टीका लगाया जाएगा।
महासमुन्द, 8 मार्च। विकास कार्यों के लिए बजट में करोड़ों का प्रावधान किए जाने पर क्षेत्रवासियों ने संसदीय सचिव विनोद सेवनलाल चंद्राकर का आभार जताया है।
गौरतलब है कि 120 लाख की लागत से गोंगल से कुरूभाठा मार्ग निर्माण, ग्राम तुरेंगा से सरेकेल पहुंच मार्ग का निर्माण कार्य अनुमानित लागत 120 लाख, महासमुंद-खट्टी-लभराकला मार्ग का चौड़ीकरण व मजबूतीकरण कार्य अनुमानित लागत 290 लाख, महासमुंद-बम्हनी-चिंगरौद-हथखोज मार्ग का चौड़ीकरण व डामरीकरण कार्य अनुमानित लागत 450 लाख, ग्राम खरोरा अंडर ब्रिज से बेमचा मार्ग निर्माण अनुमानित लागत 330 लाख, एनएच 53 से बिरबिरा बांसकुड़ा मार्ग निर्माण अनुमानित लागत 536 लाख, बेलसोंडा से बिरकोनी मार्ग निर्माण अनुमानित लागत 340 लाख,लोहारडीह-बंजारी-तुमगांव मार्ग में पुल निर्माण अनुमानित लागत 416.43 लाख, बनपचरी-बरेकेल-धनगांव मार्ग में पुल निर्माण अनुमानित लागत 413.79 लाख, महासमुन्द-तुमगांव-अछोला मार्ग का उन्नयन व नवीनीकरण कार्य अनुमानित लागत 130 लाख व पटेवा-खल्लारी मार्ग का उन्नयन तथा नवीनीकरण कार्य के लिए अनुमानित लागत 130 लाख का बजट में प्रावधान किया गया है। जिस पर क्षेत्रवासियों ने संसदीय सचिव श्री चंद्राकर का आभार जताया है।
क्षेत्र के गांवों में संसदीय सचिव व विधायक श्री चंद्राकर के प्रयास से गली आंतरिक विद्युतीकरण के लिए 36 लाख की स्वीकृति मिली है। जिसमें ग्राम पंचायत बेलटुकरी के ग्राम अमावश, ग्राम पंचायत उमरदा के ग्राम उमरदा व पतेरापाली, ग्राम पंचायत बिरकोनी, ग्राम पंचायत अछोली, ग्राम पंचायत पासीद के ग्राम कर्राडीह व चुहरी, ग्राम पंचायत लहंगर के ग्राम मोहकम तथा ग्राम पंचायत सिरपुर में चार-चार लाख की लागत से गली आंतरिक विद्युतीकरण कार्य की स्वीकृति मिली है।
ग्रामीण महिलाएं स्व-सहायता समूह से जुड़ परिवार को आर्थिक रूप से कर रहीं मजबूत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 8 मार्च। महासमुन्द जिले की 56 हजार से ज्यादा ग्रामीण महिलाएं 2200 से ज़्यादा महिला स्व सहायता समूह से जुड़ कर आज खुद का काम कर परिवार को आर्थिक रूप से कर रही मजबूत। कभी घर के दरवाजों तक ही सिमटी रहने वाली ये ग्रामीण महिलाएं चूल्हा चौका, खेती किसानी के काम के साथ आज महिला स्वयं सहायता समूह से जुड़ कर अपनी आमदनी में इज़ाफ़ा कर रही है और गांव की दूसरी महिलाओं को भी जोड़ रही हैं।
समूह की वजह से आज हम ग्रामीण महिलाओं की आर्थिक स्थिति बेहतर हो रही है। व्यक्ति के साथ महिलाओं ने कदम कदम पर अपने बुद्धि, धैर्य और साहस का परिचय दिया है। आज हम जिस दुनिया में जी रहे हैं, वह इसी का परिणाम है। आज का दौर रफ़्तार का है। जितना तेज रफ़्तार उतनी तेज उन्नति होगी। चाहे व्यक्ति की बात हो या किसी देश या राज्य की। सब रफ़्तार पर टिका है। जितना तेज़ी से काम होगा उतना तेज़ी से विकास भी होगा। मनुष्य अपने सांसों से अधिक तेज गति से विकास कर रहा है। शासन की यह महत्वाकांक्षी बिहान योजना हजारों महिलाओं की सामाजिक आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए वरदान साबित हो रही है।
राज्य शासन द्वारा महिलाओं के सामाजिक.आर्थिक विकास के लिए संचालित विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाकर महासमुन्द जिले की महिलायें अपने स्वसहायता समूहों के माध्यम से धरातल पर आत्म निर्भरता का एक नया इतिहास रच रही हैं। या कही ये कि सरकार के सहयोग से महिलाएं अपनी कामयाबी की जोत जला रही है। चाहे वह रुक्मणी पाल जयमां सरस्वती समूह की बात हो जिन्होंने गौठान में 200 क्विंटल जैविक वर्मी कंपोस्ट खाद बनाकर 1.70 लाख रुपए कमाये हैं। जिले की ऐसी 5200 से ज़्यादा महिला स्व सहायता समूहों की बात करें जिनमें 56 हजार महिलाएं मोमबत्ती,दीया,वाशिंग पाउडर, फिनायल, बांस की टोकरी आदि बनाकर आत्मनिर्भर हुई है। महिलाओं के इस उद्यम ने छत्तीसगढ़ में स्त्री सशक्तिकरण की दिशा में उजियारा फैलाया है जो आगे निकलकर पूरे समाज की महिलाओं को हौसला दे रहा है।
जिले में गोठानों को ग्रामीण महिलाओं के लिए प्रशिक्षण और ग्रामीण औद्योगिक केंद्र के रूप में विकसित करते हुए वर्मी खाद बनाने का प्रशिक्षण के साथ अन्य प्रशिक्षण संचालित किए जा रहे हैं। वे गोबर के दीये, राखी से लेकर गोबर लकड़ी आदि बना रही है। अब उन्हें रोज़ी रोटी के लिए और कहीं नही जाना पड़ता। वे सीधे अपने इलाक़े की गौठान में आकर कमाई कर रही हंै। इसी जिले के सभी विकासखंडों में महिला स्व सहायता समूहों की महिलाएं अपने रुचि का प्रशिक्षण लेकर तार फेंसिंग, भवन निर्माण सेंट्रिंग, टेराकोटा सामग्री निर्माण, मसाले, साबुन, अचार, बड़ी पापड़ आदि बना रही है। इनके द्वारा बनाई गई सामग्रियों की स्थानीय बाज़ार के साथ पड़ोसी जिलों सहित राजधानी रायपुर में भी है। मां सरस्वती महिला स्वसहायता समूह की रुक्मणी पाल ने बताया की उन्होंने गो धन न्याय योजना में 200 क्विंटल वर्मी खाद बनाया जिसमें उन्हें 1.70 लाख रुपए का लाभ हुआ।
महासमुन्द के आदर्श गौठान ग्राम बारोंडाबाजार राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान योजना के द्वारा गठित स्व सहायता समूह को आर्थिक तौर पर सशक्त बनाने हेतु एक अनुठी पहल की गई है।
बिहान योजना से जुड़ी स्व सहायता महिला द्वारा विभिन्न प्रकार के आजीविका गतिविधि जैसे वर्मी खाद् निर्माण, टेराकेाटा उत्पाद निर्माण, मिठाई निर्माण, सिलाई कार्य, फोटोकापी दुकान एवं दोनापत्तल निर्माण कार्य अपने दैनिक जीवन को सफल बनाने के लिए कर रही है। इन उत्पादों की बिक्री हेतु ग्राम पंचायत बरोण्डाबाजार में मॉडल गौठान के पास बिहान बाजार खोला गया है। जिसमें समूह द्वारा कपडों की सिलाई.कढ़ाई का कार्य एवं दोनापत्तल बनाकर बेचने का कार्य बिहान बाजार के माध्यम से किया जायेगा।
बरोंडाबाजार में स्थित कालेजों में कामधेनु स्व सहायता समूह द्वारा कैन्टिन चलाने का कार्य भी बिहान बाजार में किया जायेगा। इस तरह वे अपने आय को दुगुना करने का प्रयास कर रहे हैं। शासन की यह महत्वाकांक्षी बिहान योजना हजारों महिलाओं की सामाजिक आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए वरदान साबित हो रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 8 मार्च। प्लंबर विकास सेवा समिति का वार्ड नंबर चार में कार्यालय भवन का निर्माण किया जाएगा। संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने भवन निर्माण के लिए तीन लाख देने की घोषणा की है। जिस पर समिति के पदाधिकारियों ने संसदीय सचिव श्री चंद्राकर का आभार जताया है।
रविवार को ससंदीय सचिव निवास पहुंच कर प्लंबर विकास सेवा समिति के पदाधिकारियों ने संसदीय सचिव श्री चंद्राकर से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने समिति की गतिविधियों की जानकारी दी। पदाधिकारियों ने बताया कि समिति के सदस्यों ने शहर के वार्ड चार में ईदगाहभाठा के पीछे भवन निर्माण का निर्णय लिया है। जिस पर संसदीय सचिव श्री चंद्राकर ने भवन निर्माण के लिए तीन लाख देने की घोषणा की है। अध्यक्ष लुकेश्वर विश्वकर्मा, अशोक हिरवानी, सुरेश साहू, दीपक देवांगन, रोहित साहू, कमलेश हिरवानी, संतोष साहू, तीरथ साहू, कमल निषाद, रामचरण धीवर, रमेश देवदास, रामप्रसाद यादव आदि ने संसदीय सचिव श्री चंद्राकर का आभार जताया है।
महासमुन्द, 8 मार्च। एक दिन पहले बिरकोनी चंडी मंदिर परिसर में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत 65 जोड़ों की शादी कराई गई शादी में दी गई सामानों की रायल्टी की जांच शुरू हो चुकी है।
इस शादी के दौरान योजना के तहत 19 हजार रुपए का विभिन्न सामान नव दंपत्ति को उपहार स्वरूप दिया गया। इसमें गद्दा, पंखा, आलमारी, आयरन, बर्तन, कूकर सहित अन्य सामाग्रियां शामिल है। उपहार में दिए गए इन सामग्रियों की गुणवत्ता को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं। इस मामले को लेकर संसदीय सचिव विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने सामाग्री की गुणवत्ता की जांच के लिए कलेक्टर को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि मामले की शिकायत विभागीय मंत्री से भी की जाएगी। शासकीय योजनाओं में इस तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 8 मार्च। रायपुर की तर्ज पर महासमुन्द जिलेवासियों को छत्तीसगढ़ी व्यंजन उपलब्ध कराने के लिए प्रशासन की पहल पर शुरू गढक़लेवा पिछले छह महीने से बंद है।
15 अगस्त 2020 को जिला मुख्यालय के कलेक्टोरेट परिसर में इसकी शुरुआत की गई थी। साथ ही इसके संचालन का जिम्मा दिव्यांग महिला समूह को दिया गया था। इस गढ़ कलेवा से आमदनी तो दूर मजदूरी नहीं निकल पाने के कारण मजबूरन इसे महीने भर के भीतर बंद करना पड़ा। प्रशासन से दिव्यांग महिला समूह को सहायता नहीं मिल पाई। यही वजह है कि गढक़लेवा का संचालन बंद हो गया। प्रदेश सरकार की मंशा के अनुरूप जिले में जिले में 15 अगस्त को गढक़लेवा का शुभारंभ किया गया था। पिछले साल सरकार ने इसे बजट में शामिल भी किया था। समाज कल्याण विभाग के उप संचालक धर्मेन्द्र साहू का कहना है कि प्रशासन स्तर पर व्यवस्था कर संचालन के लिए दिव्यांग समूह को दिया गया था लेकिन बाद में सही ढंग से प्रचार-प्रसार नहीं होने के कारण गढक़लेवा बंद हो गया।
गौरतलब है कि गढक़लेवा कलेक्टोरेट परिसर के पीछे खोला गया था। यही कारण है कि यहां तक आमजनों की पहुंच नहीं थी। वहीं प्रशासन स्तर पर गढक़लेवा का प्रसार.प्रसार भी नहीं किया गया। शहर के लोगों को गढक़लेवा के बारे में जानकारी ही नहीं थी। जिसके कारण कर्मचारियों को छोड़ बाहर के लोग छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का स्वाद लेने पहुंच नहीं पाते थे। जिला कार्यालय में पदस्थ अधिकारी-कर्मचारी गढक़लेवा की बजाए आसपास कार्यालय परिसर स्थित होटलों में चाय नाश्ता करना अधिक पसंद करते थे।
यही वजह है कि कार्यालय परिसर में होने वाली बैठकों और अन्य कार्यक्रमों में गढक़लेवा की जगह बाहर के होटल से नाश्ता मंगाकर अधिकारी-कर्मचारियों को परोसा जाता रहा। कुछेक अधिकारी-कर्मचारी नियमित रुप से चाय-नास्ता करने आते थे लेकिन इससे मजदूरी तक नहीं निकल पाती थी। इसलिए मजबूरन दिव्यांग स्व सहायता समूह की महिलाओं को बंद करना पड़ा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 8 मार्च। छत्तीसगढ़ राज्य वन विकास निगम के अध्यक्ष एवं बसना विधायक देवेन्द्र बहादुर सिंह, पिथौरा विकासखंड के ग्राम सांकरा में मुख्यमंत्री कन्या विवाह समारोह में शामिल हुए। मंगल ध्वनि और वैदिक मंत्रोच्चार के बीच 40 जोड़े परिणय-सूत्र में बंधे।
विधायक देवेंद्र बहादुर सिंह ने सभी नव-दम्पत्तियों को आशीर्वाद और उनके सुखमय जीवन के लिए शुभकामनाएं दी। जिला पंचायत अध्यक्ष उषा पटेल ने भी आशीर्वाद देते हुए कहा कि वर-वधु का नहीं बल्कि दो दिलों का मिलन और दो परिवारों का एक होना भी है।
समारोह में विशिष्ट अतिथि जनपद अध्यक्ष पिथौरा सत्यभामा नाग, जनपद सदस्य ललिता पटेल, सरपंच सांकरा मेमबाई नेताम, अनुविभागीय अधिकारी पिथौरा राकेश गोलछा, महिला एवं बाल विकास अधिकारी सुधाकर बोदले, सीडीपीओ गेंदलाल नारंग सहित अन्य नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 8 मार्च। पालिका जल विभाग ने रविवार को नल कनेक्शन में टुल्लू पंप का उपयोग करने वाले लोगों पर कार्रवाई करते हुए 2 टुल्लू पंप जब्त किए।
कार्यदल ने पालिका के वार्ड क्रमांक.2 इमली भाठा क्षेत्र में सघन रूप से निरीक्षण करते हुए नल कनेक्शनों में लगाए गए टुल्लू पंप की जब्ती की। साथ ही संबंधित लोगों को हिदायत दी कि वे नल कनेक्शन में टुल्लू पंपों का उपयोग कदापि न करें, ताकि सभी लोगों के घर तक पर्याप्त रूप से पेयजल पहुंचे। लोगों को समुचित मात्रा में पेयजल उपलब्ध हो सके। नगर पालिकाध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर ने कहा है कि नल कनेक्शन में टुल्लू पंप लगाकर पानी खींचने का कृत्य बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अब टुल्लू पंप जब्ती के साथ नल कनेक्शन काटने की भी कार्रवाई की जाएगी।
परेशान महिलाओं की तत्काल मदद करेगी और उन्हें घर तक पहुंचाएगी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 8 मार्च। महिलाओं को सुरक्षा देने के लिए महासमुन्द पुलिस ने अनोखा कदम उठाया है। महिलाएं अब कहीं भी रास्ते में वाहन आदि न मिलने से परेशान है, या फिर देर रात घर पहुंचने का कोई साधन नहीं मिला, महिलाएं खुद को असुरक्षित महसूस करे तो वे महासमुन्द पुलिस को फोन कर सकती हैं। पुलिस ऐसी महिलाओं की तत्काल मदद करेगी और उन्हें घर तक पहुंचाएगी।
महासमुन्द पुलिस ने इस पर पहल करते हुए 100 नंबर को भी महिलाओं की मदद के लिए खोल दिया है। इस पहल की शुरुआत महिला दिवस पर आज से शुरू है। इसके साथ ही महिला, युवती और बालिकाओं की सुरक्षा के लिए भी महासमुन्द पुलिस नई पहल शुरू कर रही है। इनकी सुरक्षा को देखते हुए जिले में शक्ति केंद्र शुरू की जा रही है, जहां फोन कर महिलाएं किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर सीधे शिकायत कर सकती हैं। इसकी शुरुआत भी आज सोमवार को की जाएगी। एसपी प्रफुल्ल कुमार ठाकुर कहते हैं कि महासमुन्द जिले की महिलाएं यदि सफर के दौरान कहीं पर उन्हें बस, टैक्सी या फिर अन्य कोई सुविधा घर पहुंचने के लिए नहीं मिलती तो वे हमें फोन करे। उन्हें सुरक्षित घर पहुंचाया जाएगा। महिलाएं डायल 112 में भी फोन कर यह लाभ ले सकती हैं।
8 फरवरी को एक युवती भटककर झलप पहुंच गई थी। जशपुर जिले के पत्थलगांव थाना क्षेत्र के ग्राम लुडेक की एक आदिवासी युवती पुलिस भर्ती परीक्षा में रायपुर गई हुई थी। रायपुर से घर वापस लौटने के लिए रायपुर से वह बस में सवार हुई, लेकिन बस चेकर ने युवती को गलत बस में बिठा दिया। देर रात युवती झलप पहुंच गई और उसे बस चालक ने वहीं उतार दिया। आसपास के लोगों ने युवती की मदद के लिए डायल 112 को फोन किया। सूचना के करीब डेढ़ घंटे बाद डायल 112 की टीम पहुंची, लेकिन उसमें सवार कर्मचारियों ने उच्च अधिकारियों का परमिशन नहीं होने का हवाला देते हुए युवती को निकटतम गंतव्य तक छोडऩे से मना कर दिया। इसके बाद गांव के सरपंच सहित अन्य गणमान्य नागरिकों ने स्वयं के खर्च से गाड़ी कर युवती को बागबाहरा में युवती के मौसी के घर सकुशल पहुंचाया। साथ ही मामले की शिकायत एसपी प्रफुल्ल कुमार ठाकुर से भी की।
एडिशनल एसपी मेघा टेंभुरकर साहू ने बताया कि जिलेभर में यदि कोई महिला, युवती या बच्चियां किसी परेशानी, तकलीफ ,या हिंसा की शिकार हुई हैं, या उनसे किसी ने छेड़छाड़ की है तो वे 9479230095 नंबर पर फोन कर सूचना दे सकती हैं। यह नंबर जिले के कंट्रोल रूम में होगा। फोन करने पर उनके निवास स्थान पर संबंधित थाना क्षेत्र से तत्काल मदद पहुंचाई जाएगी। आज महिला दवस पर कोतवाली में बने संवेदना कक्ष का शुभारंभ हुआ। इसी दौरान शक्ति केंद्र का शुभारंभ होगा। साथ ही महिलाओं को घर छोडऩे सम्बंधी योजना की शुरुआत की जाएगी। यहां विभिन्न कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। एएसपी ने बताया कि कई बार महिलाएं अपनी शिकायत लेकर पहुंचती हैं, लेकिन थाना परिसर में भीड़ होने के कारण वे हिचकिचाहट में अपनी बात ठीक से रख नहीं पाती। ऐसे में संवेदना कक्ष में महिलाएं, महिला पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों के सामने खुलकर अपनी बात रख सकेंगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 8 मार्च। नए सत्र से महासमुन्द का मेडिकल कॉलेज शुरू कर लिया जाएगा। इसकी तैयारी शुरू कर ली गई है। मेडिकल कॉलेज शुरू होने से पहले ही कॉलेज भवन, हॉस्टल, डिपार्टमेंट शुरू करने सम्बंधी तैयारियां की जा रही है। इन्हें मेडिकल कॉलेज के मानकों के अनुरूप डेवलप किया जा रहा है।
यही नहीं इंस्ट्रुमेंट्स खरीदी के साथ ही भवनों की रंगाई-पुताई सहित अन्य संसाधन जुटाने का काम शुरू कर लिया गया है। नए सत्र से मेडिकल कॉलेज महासमुन्द में पढ़ाई शुरू करने को लेकर तैयारियां अभी से चालू है। वर्तमान में मेडिकल कॉलेज के लिए भवन तैयार नहीं है, लेकिन इसके स्थान पर वैकल्पिक व्यवस्था पूरी कर ली गई है। कॉलेज में बच्चों की पढ़ाई के लिए जीएनएम नर्सिंग सेंटर और एएनएम ट्रेनिंग परिसर के साथ लाइवलीहुड कॉलेज परिसर को चिह्नांकित किया गया है। क्लास रूम और डिपार्टमेंट को विभिन्न संसाधनों से लैस करने के लिए 12.8 करोड़ की लागत से विभिन्न सामाग्रियां खरीदी जाएगी। इसके लिए टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर ली गई है।
जीएनएम बिल्डिंग में मेडिकल कॉलेज के फ़स्र्ट ईयर की कक्षाएं संचालित होगी। बताया जा रहा है कि यहां क्लासरूम के साथ एचओडी केबिन, लाइब्रेरी और डीन ऑफिस होगा। जीएनएम बिल्डिंग के पीछे हॉस्टल भवन है। भवन 128 बेड का है। मेडिकल कॉलेज के लिए 100 सीट की स्वीकृति मिलने का अंदाजा है।
इस हिसाब से यह कैम्पस हॉस्टल के काम आएगा। एएनएम ट्रेनिंग बिल्डिंग को मेडिकल कॉलेज के अलग-अलग डिपार्टमेंट के रूप में डेवलप किया जाएगा। इसके अलावा बरोंडाबाजार में स्थित लाइवलीहुड कॉलेज में शेष डिपार्टमेंट शुरू करने की तैयारी है। हॉस्पिटल परिसर को भी मेडिकल कॉलेज के अनुरूप डेवलप करने की तैयारी है। यहां नए इमरजेंसी वार्ड, सर्जिकल वार्ड, 2 नए ऑपरेशन थिएटर सहित बैड की क्षमता बढ़ाने का काम किया जाएगा।
मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. पीके निगम के मुताबिक प्रदेश में खुलने वाले तीन नए मेडिकल कॉलेज में सबसे आगे महासमुन्द है। महासमुन्द कॉलेज के लिए 90 एकड़ की जमीन हमें मिल चुकी है। इसका नामांतरण भी पूरा हो चुका है। भवन निर्माण के लिए बजट में 100 करोड़ रुपए की स्वीकृति मिलने के साथ ही 12.8 करोड़ की लागत से इंस्ट्रूमेंट खरीदी की प्रक्रिया भी जारी है। कॉलेज संचालन के लिए भवनों को उसके अनुरूप तैयार किया जा रहा है। इस तरह से महासमुन्द मेडिकल कॉलेज का काम कांकेर और कोरबा से काफी आगे चल रहा है।
चोरी के सामान बरामद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 8 मार्च। सूने मकान से नगदी व जेवरात चुराने वाले दो युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। ये दोनों आरोपी अपने ही गांव में एक सूने मकान में घटना को अंजाम दिए थे। पुलिस ने आरोपियों के पास से चोरी किए नगदी रकम व जेवरात बरामद कर लिया गया है। घटना सरायपाली के ग्राम भीखापाली का है।
थाना प्रभारी सरायपाली निरीक्षक वीणा यादव ने बताया कि ग्राम भीखापाली निवासी तिरमोती ओगरे ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि वह अपने पति का इलाज कराने ग्राम बुरला ओडिशा गई थी। इलाज के दौरान जब राशन कार्ड की आवश्यकता पड़ी तो 6 मार्च को उसने अपने देवर को फोन कर घर जाने की बात की और राशन कार्ड का फोटो खींचकर भेजने को कहा। इसके बाद उसने अपने पुत्र को राशन कार्ड लाने के लिए घर भेजा तो देखा कि घर के सामने लगे दरवाजे का ताला टूटा हुआ था। इस बात की जानकारी उसके भतीजे ने अपने बड़ी मां को दी। सूचना पर प्रार्थिया घर आकर देखी तो सामने का ताला टूटा हुआ था और घर के अंदर पेटी में रखे नगदी रुपए 74 हजार 200 एवं 50 हजार रुपए के सोने चांदी के जेवरात नहीं थे। अज्ञात चोरों ने ताला तोडक़र घर में प्रवेश किया और चोरी की घटना को अंजाम दिया है।
पूछताछ के दौरान जब आरोपियों ने अपराध कबूल किया तो पुलिस ने चोरी के समान के बारे में भी पूछताछ की गई। जिस पर आरोपी मनोज ओगरे ने बताया कि गांव के नाले के पास पत्थर के नीचे नगदी 34 हजार रुपए एवं मोतियों की एक माला जिसमें 09 नग सोने का लॉकेट लगा था कीमती 45 हजार रुपए को छिपा कर रखा है तथा पेटी को पास ही आंगनबाड़ी के बाथरूम में फेंक दिया। वहीं सुमंत यादव ने घर में 40 हजार 200 रुपए एवं 01 जोड़ी चांदी का पायल एवं 6 नग अंगूठी 5000 रुपए होना बताया। आरोपियों के बताए अनुसार टीम ने उक्त स्थल से नगदी व जेवरात बरामद कर ली।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 7 मार्च। शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय महासमुन्द में प्रथम सेमेस्टर एवं तृतीय सेमेस्टर के विधार्थियों का राजनीति विज्ञान परिषद गठन किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से डा. जया ठाकुर विभागाध्यक्ष समाज शास्त्र, डा. रीता पांडे विभागाध्यक्ष इतिहास,डा. दुर्गावती भारतीय हिंदी विभाग, डॉ. मालती तिवारी विभागाध्यक्ष राजनीति विज्ञान,एमएस वर्मा सहायक प्राध्यापक राजनीति विज्ञान,विजय कुमार मिर्चें अतिथि सहायक प्राध्यापक राजनीति विज्ञान की उपस्थिति में कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। इस दौरान राजनीति विज्ञान परिषद के पदाधिकारियों का मनोनयन किया गया जिसमें अध्यक्ष भगवती सोनवानी 3 सेमेस्टर, उपाध्यक्ष प्रेम सागर टांडे 1सेमेस्टर, सचिव कु.मोनिका यादव 3 सेमेस्टर, सहसचिव कु. रितु यदु 1 सेमेस्टर, कोषाध्यक्ष कु.परमेश्वरी ध्रुव 3सेमेस्टर को परिषद में स्थआन मिला है। इस अवसर पर उपस्थित अतिथियों ने सभी छात्र पदाधिकारियों को शुभकामनाएं दी। अजय देवांगन, अनिता आडवाणी, प्रीति दीवान मोहित यादव, ममता साहू, भामावती युगल, जागेश्वरी सिन्हा, जागृति खुले, परमेश्वरी धुव एवं प्रथम सेमेस्टर के अनिता सोनवानी पुष्पलता साहू किरण दीवान कुलेश्वर साहू, हितेश साहू, प्रमोद यदु, मंजू प्रेम सागर ताण्डे, भरत साहू, नोहर तिवारी, सागर यादव, कल्पना चक्रधारी,अदिति, प्रेम सागर टांडे सहित बड़ी संख्या में छात्र छात्राएं उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन विजय मिर्चें एवं भगवती सोनवानी द्वारा किया ।