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महासमुन्द, 7 मार्च। जिले के के युवाओं तथा महिलाओं को रोजगार तथा स्वरोजगार से विभिन्न गतिविधियों में जोडऩे के लिए जिले के प्रत्येक विकासखण्ड में रोजगार मेला का आयोजन किया जा रहा है।
जिला कौशल विकास प्राधिकरण द्वारा रोजगार मेला का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्रए ग्रामोद्योग विभाग तथा जिला अन्त्यावसायी निगम द्वारा प्रधानमंत्री स्वरोजगार सृजन कार्यक्रम और मुख्यमंत्री स्व.रोजगार योजनांतर्गत हितग्राहियों के प्रकरण तैयार कर ऋण वितरण करने की कार्रवाई की जा रही है। 10 मार्च को जनपद पंचायत पिथौरा एवं 12 मार्च को जनपद पंचायत बागबाहरा में रोजगार मेले का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने रोजगार मेलें में आने वाले सभी नागरिकों को कोविड.19 के सम्बंध में शासन द्वारा जारी दिशा.निर्देशों का पालन करने का आग्रह किया है।
महासमुन्द, 7 मार्च। कृषि विभाग के आत्मा योजना अंतर्गत महासमुन्द विकासखण्ड के गौठान ग्राम गुड़रूडीह में एक दिवसीय किसान संगोष्ठी का आयोजन शुक्रवार को किया गया।
महासमुन्द के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी भीमराव घोड़ेसवार ने बताया कि कार्यक्रम में कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन विभाग के अधिकारियों द्वारा किसानों को हितग्राही मूलक योजनाओं की जानकारी दी। इसके अलावा गोधन न्याय योजना के सम्बंध में, वर्मी कंपोस्ट उत्पादन, फसल अवशेष प्रबंधन, जैविक खेती एवं रबी फसलों में लगने वाले कीट व्याधि प्रबंधन आदि के बारे में बताया। तकनीकी सत्र के दौरान कृषि विज्ञान केन्द्र भलेसर महासमुन्द के कृषि वैज्ञानिक एच.एस. तोमर एवं डॉ गुप्ता द्वारा मूंगफली पैदावार के बारे में टीप दिए।
बोले-जैसा सोचा वैसा ही पाया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 7 मार्च। शुक्रवार को कलेक्टर डोमन सिंह एकाएक गुलाबी गांव के नाम से पहचान बनाने वाले ग्राम नानकसागर पहुंचे। ग्रामीण महिलाओं ने शुभ हुल्लिली ध्वनि (मुख से निकाली जाने वाली आवाज) कलेक्टर का स्वागत किया। इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डॉ.रवि मित्तल भी साथ थे।
स्वच्छ पर्यावरण शिक्षा के क्षेत्र में विशिष्ट एवं सुन्दर गांव की श्रेणी में नानकसागर ग्राम को शामिल किया गया है। गांव के सुवर्धन प्रधान ने गुलाबी ग्राम के बारे में कलेक्टर को विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर गांव की सरपंच रेणुका गुणनिधि बंधु सहित गांववासी मौजूद थे। कलेक्टर डोमन सिंह ने गांव की सुव्यवस्थित व्यवस्था, साफ -सफाई, पानी निकासी की बेहतर योजना और सभी कच्चे-पक्के मकानों की एक ही रंग गुलाबी से पोताई और गांव के पक्की सडक़ के दोनों ओर अशोक के पेड़,घरों के सामने फुलवारी, गमले देखकर उन्होंने कहा कि जैसा सोचा वैसा पाया। वास्तव में जैसा गांव के बारे में सपने में सोचतें हैं, वैसा ही सच लगा।
उन्होंने गांववासियों से चर्चा करते हुए कहा कि हम सब बचपन से पढ़ते सुनते आ रहे हैं कि भारत की आत्मा गांव में निवास करती है। तब शायद गांव की तस्वीर ऐसे ही होगी। यहां आकर उन्हें बहुत सुकून मिला है। देश में आज भी अनेक गांव अच्छे.खासे स्वच्छ हैं। मौलिनौंग नामक एक छोटे से गांव को जो अरूणाचल प्रदेश के शिलांग से काफी दूरी पर पहाडिय़ों के मध्य बसा हुआ है, एशिया का सबसे स्वच्छ गांव बताया जाता है। लेकिन नानकसागर ग्राम भी बेहद खुबसूरत है। उन्होंने कहा कि उनकी पांचवीं कलेक्टरी के बीच इतना सुंदर, इतना साफ.सुथरा गांव आज तक नहीं देखा। यहां के आदिवासी लोग भी मिलनसार और अच्छे हंै। एक दूसरे की बात भी अच्छे से मानते हैं। गांव के एक भी लोगों का कोई केस कोर्ट कचहरी, थाने में नहीं होने पर उन्होंने कहा कि अच्छी बात है कि गांव हर प्रकरण और समस्याओं को आपस मेें ही निराकरण कर लिया जाता है। यह औरों के लिए प्रेरणास्त्रोत है।
कलेक्टर ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री सुपोषण योजना के तहत् 6 माह से 3 वर्ष तक के बच्चे और चिन्हांकित एनीमिक पीडि़त बालिका और महिलाओं 15 से 49 वर्ष उम्र तक को आंगनबाड़ी केन्द्रों में सप्ताह में तीन दिन गुणवत्तापूर्ण गरम पौष्टिक भोजन देने की शुरूआत माह फरवरी से की गई है। आपके आंगनबाड़ी केन्द्रों में भी यह व्यवस्था है। इस गांव का कोई बच्चा कुपोषित और महिला एनीमिक न रहें। यह ध्यान भी रखें।
उन्होंने गौठान में एक शेड निर्माण के साथ एक-दो कमरे और बनाने के निर्देश दिए। गांव के दोनों आंगनबाड़ी केन्द्रों की साज-सज्जा करने को कहा। उन्होंने पेयजल की बात पर कहा कि जल जीवन मिशन के तहत् हर घर में कनेक्शन देने की योजना है। उसके तहत् इसका निराकरण किया जाएगा। उन्होंने गांव में एक मुक्तिधाम भी स्वीकृत किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 7 मार्च। महासमुन्द का डाकघर भी अब आधार का सुधार और नया आधार कार्ड बनाने के लिए रविवार को भी खुला रहेगा। डाकघर ने लोगों की असुविधा को देखते हुएअवकाश के दिन डाकघर को खोलने फैसला लिया है। इस दिन केवल आधार कार्ड का ही काम होगा।
रविवार के दिन सरकारी दफ्तर, च्वाइस सेंटर व लोक सेवा केंद्र बंद रहते हैं। इससे आवश्यकता पडऩे पर लोगों को आधार कार्ड के लिए भटकना पड़ता है। इसी परेशानी को देखते हुए डाक विभाग लोगों की समस्या दूर करते हुए अवकाश के दिन डाकघर खोल रहा है। इस नई सुविधा के तहत लोगों की चिंता अब दूर हो गई। जिले में इसकी शुरुआत रविवार से हुई है। अब रविवार को भी डाकघर सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक खुला रहेगा। लोग डाकघर पहुंचकर अपना काम करवा सकते हैं।
मालूम हो कि वर्तमान में जारी कोरोना वैक्सीनेशन के दौरान पहचान पत्र के रूप में आधार कार्ड की जरुरत पड़ रही है। डाकघर के पोस्ट मास्टर संजय ठाकुर ने बताया कि आधार कार्ड बनवाना हो या फिर उसमें संशोधन कराना हो, अक्सर लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसलिए अब नजदीकी डाकघर जाकर आधार के लिए आवेदन कर किया जा सकता है या फिर उसमें बदलाव करा सकते हैं। इसके लिए रविवार को भी डाकघर का दफ्तर खुलेगा रहेगा। लोग यहां आकर आधार संबंधी कार्य करा सकते हैं।
सरकार की योजनाओं व अपनी पहचान दिखाने के लिए आधार को ज्यादा महत्व दिया गया है। वर्तमान में कोरोना टीकाकरण में आधार अनिवार्य है। कोरोना टीकाकरण के लिए आधार से मोबाइल नंबर लिंक अनिवार्य है। वर्ष 2018 में लोगों ने सरकार के आदेश के बाद मोबाइल नंबर को आधार से लिंक कराया था। यदि मोबाइल नंबर पहले वाला ही है तो अब आधार से लिंक कराने की जरुरत नहीं है। लेकिन नंबर में बदलाव है तो लिंक कराना अनिवार्य है । कई लोग ऐसे हंै जिन्होंने आधार पहले ही मोबाइल नंबर से लिंक भी करा लिया है, लेकिन लिंक हुआ है या नहीं यह पता नहीं है।
आधार की वेबसाइट वेरिफाई मोबाइल नंबर में जाकर चेक कर सकते हैं कि नंबर लिंक है या नहीं। बदलाव के लिए ऑनलाइन की सुविधा भी दी है। घर बैठे ऑनलाइन आधार में बदलाव कर सकते हैं।लोक सेवा केंद्र के अलावा आधार कार्ड पिछले कई महीनों से डाकघर में भी बनाया जा रहा है।
यहां लोग आधार कार्ड बनाने के लिए पहुंच रहे हैं। आधार कार्ड में यदि त्रुटि भी हो रही है, तो लोग सुधरवाने के लिए डाकघर की सेवा ले रहे हैं। डाकघर में आधार कार्ड की सेवा देने से लोगों को काफी राहत मिल रही है । इसके अलावा ऑनलाइन पेमेंट जमा करने की भी सुविधा डाकघर में मिल रही है। बिजली का बिल सहित अन्य बिल का भुगतान करने के लिए भी लोग पोस्ट आफिस पहुंच रहे हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 7 मार्च। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी डोमन सिंह ने आगामी 12-14 मार्च को आयोजित तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध महोत्सव एव शोध संगोष्ठी 2021 के प्रस्तावित आयोजन के लिए भारत सरकार द्वारा जारी एस.ओ.पी. के पालन के साथ आयोजन की अनुमति दी है। कोविड.19 संक्रमण के नियंत्रण एवं रोकथाम को दृष्टिगत रखते हुए आयोजन के लिए 9 बिन्दुओं के दिशा.निर्देश अतिरिक्त कलेक्टर जिला दण्डाधिकारी के हस्ताक्षर से कल देर शाम जारी कर दी गई है।
बौद्ध महोत्सव में उपस्थित प्रत्येक व्यक्ति को सोशल, फिजिकल डिस्टेंसिंग, मॉस्क लगाना एवं समय.समय पर सेनेटाईजर का उपयोग करना अनिवार्य होगा। समिति द्वारा सैनेटाईजर, थर्मल स्क्रिनिंग,ऑक्सीमीटर, हैंडवाश एवं क्यू मैनेजमेंट सिस्टम की व्यवस्था करनी होगी। थर्मल स्क्रिनिंग में बुखार पाये जाने अथवा कोरोना से सम्बंधित कोई भी सामान्य या विशेष लक्षण पाये जाने पर कार्यक्रम में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। आयोजन के दौरान अनावश्यक भीड़ एकत्रित न हो इसका ध्यान समिति को रखना होगा। कार्यक्रम के दौरान अग्नि शमन की पर्याप्त व्यवस्था अनिवार्यत: किया जाना होगा। आयोजन स्थल में आवश्यकतानुसार बेरिकेटिंग आयोजक करायेंगे। 65 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्ति, गर्भवती महिलाएं, 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चे एवं बीमार व्यक्ति को घर पर ही रहने की सलाह दें। इन सभी शर्तों के अतिरिक्त भारत सरकार, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के आदेश दिनांक 04 जून, 2020 के अंतर्गत जारी एसओपी का पालन अनिवार्य रूप से किया जाना होगा। उपरोक्त दिये गये किसी शर्तों का उल्लंघन अथवा किसी प्रकार के अव्यवस्था होने पर इसकी समस्त जिम्मेदारी आयोजन समिति की होगी, जिनके विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही की जावेगी।
महिलाओं की आर्थिक स्थिति होगी मजबूत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 7 मार्च। जिले में टसर रेशम विकास में नई गति देने के लिए 41 ग्रामीण एवं आदिवासी महिलाओं को टसर कोसा धागाकरण का बुनियाद रीलिंग एवं विद्युत चलित स्पिनिंग मशीन का दस दिवसीय प्रशिक्षण रेशम विभाग द्वारा दिया गया। परसों शुक्रवार को प्रशिक्षण के अंतिम दिन कलेक्टर डोमन सिंह और मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डॉ. रवि मित्तल ग्राम लाहंगर प्रशिक्षण के समापन कार्यक्रम में शामिल हुए।
कलेक्टर ने महिलाओं को सामग्री रखने हेतु बैग सौंपा। कलेक्टर ने प्रशिक्षण प्राप्त महिलाओं से प्रशिक्षण के तौर तरीके और बारीकियां पूछी। उन्होंने कहा कि इसके अलावा भी राज्य सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा जीविकोपार्जन सम्बंधी प्रशिक्षण दिए जाते हैं। आप भी और आप जैसी अन्य ग्रामीण महिलाएं आगे आकर इन प्रशिक्षणों का लाभ उठाएं और अपनी आय में अतिरिक्त वृद्धि करें।
कलेक्टर से महिलाओं ने बताचीत करते हुए कहा कि वे इस प्रशिक्षण के बाद आत्मनिर्भर बनते हुए अपनी आय में वृद्धि सकेंगी। उन्होंने कहा कि वे घर पर धागाकरण का कार्य उनकी अतिरिक्त आय भी होगी। मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉण् रवि मित्तल ने कहा कि जिला पंचायत द्वारा भी विभिन्न कार्यक्रम के जरिए ग्रामीण महिलाओं को अलग.अलग व्यवसाय में स्वावलंबी बनाकर उन्हें आत्मनिर्भर बनानें के लिए कई तरह के प्रशिक्षण दिए जा रहे हैं। उनका भी लाभ उठाएं। बता दें कि यह प्रशिक्षण 25 फरवरी से शुरू हुआ था। प्रशिक्षण महिलाओं में महामसुन्द विकासखण्ड के ग्राम लहंगर की 25 और बागबाहरा विकासखण्ड के ग्राम भालूचुवा की 16 आदिवासी महिलाएं शामिल हुई। उप संचालक रेशम डा. राकेश कुमार गुप्ता ने प्रशिक्षण का उद्देश्य बताया। इन महिलाओं को प्रशिक्षण के बाद बुनियादी मिलिंग मशीन एवं स्पिनिंग मशीन शतप्रतिशत् अनुदान पर प्रदाय की जाएगी। जिस पर धागाकरण का कार्य कर महिला अपनी आमदनी कर आत्मनिर्भर बनेगी। केन्द्र प्रभारी रेशम आर.एस.राठौर ने महिलाओं को तकनीकी जानकारी दी। नोडल अधिकारी रेशम एस.के. टिकरिहा ने विद्युत चलित स्पिनिंग मशीन के बारे में प्रशिक्षण दिया। प्रदीप नामदेव ने भी प्रशिक्षण सम्बंधी बारीकियां बतायी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 7 मार्च। शुक्रवार को कलेक्टर डोमन सिंह ने अपने पिथौरा और बसना भ्रमण के पहले वन विज्ञान केन्द्र मुड़ीपार में आधुनिक तकनीक से ऑयस्टर एवं पैरा मशरूम के बीज के उत्पादन विधियों का जायजा लिया। इस केन्द्र में मशरूम बीज के साथ.साथ मशरूम का उत्पादन भी व्यापक स्तर पर किया जा रहा है। इस मौके पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डा. रवि मित्तल भी साथ थे।
कलेक्टर ने मशरूम बीज उत्पादन हेतु स्थापित आधुनिक लैब का भी अवलोकन किया। लैब टेक्निशियन ने उन्हें मशरूम स्पॉन लैब की कार्य पद्धति और प्रक्रिया को बताया। वन विज्ञान केन्द्र प्रभारी ने बताया कि यह केन्द्र किसानों से ऑयस्टर मशरूम की खरीदी एक तय दर पर करती है तथा मशरूम उत्पादक यहां अपने द्वारा उत्पादित मशरूम को आसानी से बेच सकता है। इस प्रकार ऑयस्टर मशरूम उत्पादकों की मार्केटिंग की समस्या हल हो जाती है। यह केन्द्र इस क्षेत्र में बेरोजगारों को स्व व्यवसाय से उन्नति करने का एक सुनहरा अवसर प्रदान कर रहा है। कलेक्टर डोमन सिंह ने कहा कि मशरूम खेती की इच्छा रखने वाले किसानों को पहले इस केन्द्र से ट्रेनिंग अवश्य ही दिलानी चाहिए और उनका पंजीकरण भी किया जाना चाहिए। क्योंकि मशरूम की मांग स्थानीय बाजार के अलावा छोटे होटलों से बड़े होटलों तक है। उन्होंने वर्मी कम्पोस्ट खाद का भी अवलोकन किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 7 मार्च। शहर में गंदगी करने और कचरा फैलाने वालों पर नगरपालिका निरंतर निगरानी रख रही है। कल शनिवार को भी नपा अधिकारी-कर्मचारियों ने विभिन्न वार्डों, चौक चौराहों में गंदगी करने वाले, नाला नालियों में कचरा डालने वाले तथा प्रतिबंधित पालिथिन का उपयोग करने वाले 4 लोगों पर जुर्माने की कार्यवाही की है।
उन्हें इस बात से भी आगाह किया गया है कि शहर में स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 चालू है। इस दौरान किसी भी व्यक्ति अथवा व्यवसायियों को अपने घरों व दुकानों का कचरा केवल पालिका के कचरा रिक्शा गाड़ी को ही देना है। कचरा नहीं देने वाले और बाहर फेंकने वालों की सतत मॉनिटरिंग की जा रही है। इनके खिलाफ जुर्माना तो लिया जा रहा है साथ ही चेतावनी दी जा रही है कि दोबारा गंदगी करते पाये जाने पर कानूनी कार्यवाही भी की जाएगी।
मुख्य नगर पालिका अधिकारी ने स्वास्थ्य विभागए मिशन क्लीन सिटी विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों को निर्देशित कर कहा है कि जो लोग बार.बार गंदगी कर रहे हैं ऐसे लोगों का प्रकरण न्यायालय में प्रस्तुत करें। स्वच्छ भारत मिशन के प्रभारी नौशाद बक्श के नेतृत्व में मोहन दास मानिकपुरी, अजय घृतहरे, अंशुल भारतीय, खेमराज साहू, अजय प्रधान, विक्रम साहू, राजेंद्र नागपुरे, दुर्गेश कन्नौजे, संतोष तिवारी, प्रकाश सोनवानी, नीलम कुलदीप, संतोष कन्नौजे ने कल इंदिरा मार्केट, सब्जी बाजार, मछली बाजार क्षेत्र से करीब 18 किलो प्रतिबंधित पालिथिन जब्त किया है। वहीं प्रतिबंधित पालिथिन का उपयोग करने,गंदगी फैलाये वालों के उनके नाम रजिस्टर में पंजी कर उनसे 900 रुपए जुर्माना भी वसूला है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पिथौरा, 7 मार्च। विकासखंड के पांच स्वास्थ्य केंद्रों में कोरोना टीकाकरण अभियान जारी है। आधिकारिक जानकारी के अनुसार अब तक कुल 1188 लोगों को टीका लगाया जा चुका है।
मिली जानकारी के अनुसार पिथौरा स्वास्थ्य केंद्र में विगत 5 दिनों से कोरोना टीकाकरण का कार्य चल रहा है। यहां अब तक 642 बुजुर्गों एवं 45 वर्ष से ऊपर के कोमार्बीड (पहले से किसी बीमारी से ग्रसित) लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी है। इसके अलावा विकासखण्ड के अन्य 5 स्वास्थ्य केंद्रों में विगत 2 दिनों से टीकाकरण किया जा रहा है।
प्रशासनिक आंकड़ों के अनुसार बम्हनी में 118, पिरदा में मात्र 86, सलडीह में 169 एवं सांकरा स्वास्थ्य केंद्र में 173 लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी है। अब तक कुल 1188 लोगों को टीके लगाए जा चुके हंै।
एसडीएम राकेश कुमार गोलछा ने बताया कि प्रतिदिन पिथौरा विकासखंड के 5 केंद्रों में प्रतिदिन 100 -100 लोगों को कोविशील्ड टीका लगाया जाना है। अभी 45 से 59 वर्ष की आयुवर्ग में सूचीबद्ध बीमारी से पीडि़त लोग और 60 वर्ष से ज्यादा आयु वर्ग के सभी लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है।
श्री गोलछा ने बताया कि लोगों में वैक्सीन के प्रति विश्वास जागृत करने नगर एवं स्थानीय निकाय द्वारा नियमित रूप से मुनादी कर जनप्रतिनिधियों द्वारा भी अपील की जा रही है। गांवों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और मितानिनों के द्वारा डोर टू डोर संपर्क कर वैक्सीन के बारे में बताया जा रहा है। इसके अलावा सभी विभागों द्वारा समन्वय कर अधिक से अधिक टीकाकरण को प्रोत्साहित कर रहे हैं।
महासमुन्द, 7 मार्च। पिथौरा व्यवहार न्यायालय की अभिरक्षा से परसों शुक्रवार को एक आरोपी फरार हो गया है। उसे अभियोग पत्र के साथ पेश करने के लिए दो आरक्षक न्यायालय लाए थे। आरोपी के खिलाफ 341 भादस एवं 03 लोक संपत्ति निवारण अधिनियम के तहत अपराध दर्ज था। पुलिस धारा 224 के तहत अपराध दर्ज कर जांच पतासाजी में जुट गई है।
पिथौरा के व्यवहार न्यायालय के प्रस्तुतकार गिरेन्द्र कुमार सिन्हा ने बताया कि शुक्रवार को थाना तेन्दूकोना के अपराध क्रमांक 123, 2019 धारा 431 भादवि 03 लोक संपत्ति क्षति निवारण अधिनियक के आरोपी ऋषि कुमार साहू को आरक्षक आलोक ठाकुर एवं सियाराम दीवान ने अभियोग पत्र के साथ न्यायालय पेश किया था। अभियुक्त न्यायालय की अभिरक्षा के दौरान डेढ़ बजे के बाद बिना बताए वहां से फरार हो गया है। थाना तेंदूकोना से आए आरक्षकों से पूछताछ करने पर आरोपी के फरान होने की जानकारी हुई। अधिवक्ता मुरली प्रधान से भी पूछताछ करने पर फरार होने की जानकारी मिली। इसके बाद उन्होंने थाने में अपराध दर्ज कराई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 7 मार्च। महासमुन्द विकासखण्ड के ग्राम बिरकोनी स्थित चण्डी मंदिर प्रांगण में 75 और बागबाहरा विकासखण्ड के ग्राम खल्लारी के मंदिर कैम्पस में 20 जोड़े विवाह बंधन में बंधे।
इस अवसर पर बिरकोनी में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संसदीय सचिव एवं विधायक विनोद चन्द्राकर ने नव विवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया साथ ही सुखी दाम्पत्य जीवन की शुभकामनाएं भी दी। उन्होंने कहा कि विवाह जीवन एक पवित्र बंधन है। पति-पत्नी का संबंध दुनिया का सबसे विश्वसनीय संबंध होता है। सुख.दु:ख में एक.दूसरे का कंधे से कंधा मिलाकर साथ निभातें हैं। चाहे यह सामाजिक दायित्व का मामला हो या पारिवारिक मसला। वो हर परिस्थिति में खरे उतरते हैं। वहीं संसदीय सचिव एवं विधायक खल्लारी द्वारिकाधीश यादव ने ग्राम खल्लारी में आयोजित मुख्यमंत्री कन्या विवाह में वर.वधु को अपने गृहस्थ जीवन में प्रवेश करने के लिए अपने शुभकामनाएं दी और उनकी उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत शनिवार को बिरकोनी के चंडी मंदिर परिसर में 65 जोड़े वैवाहिक बंधन में बंधे। कोविड 19 के दौर में हुए इस सामूहिक आयोजन में कोरोना को लेकर बड़ी अनदेखी दिखी। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में कोविड-19 को लेकर कोई खास इंतजाम नहीं किया गया था।
इस दौरान विवाह करने आए आधे जोड़ों ने तो मास्क का उपयोग किया था, लेकिन उनके साथ आए परिजन बिना मास्क और बिना किसी सोशल डिस्टेंसिंग के समारोह में शामिल हुए। यहां गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे परिवार की कन्या का विवाह मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत किया गया। बता दें कि बिरकोनी में विभाग 75 जोड़ों का विवाह कराने की तैयारी में था लेकिन किसी कारण से 10 जोड़े विवाह स्थल नहीं पहुंच पाए।
अधिकारिक जानकारी के मुताबिक विभाग ने बिरकोनी में विवाह के लिए 75 लोगों से फार्म भरवाए थे लेकिन उनमें से 10 लोग विवाह समारोह में किसी कारण से शामिल ही नहीं हुए। सामूहिक विवाह में 64 जोड़ों का विवाह गायत्री परिवार द्वारा वैदिक रीति से हुआ और समारोह में सिर्फ 1 जोड़े का विवाह ईसाई रीति से हुआ। इस दौरान पसौद के रूपेश निषाद व पीढ़ी ग्राम की अंजू निषाद ने ईसाई रीति से विवाह किया। विवाह समारोह में जोड़ों के साथ उनके परिजन भी बड़ी संख्या में शामिल हुए।
ये सभी जोड़े महासमुन्द ब्लॉक के ही थे।
विभाग के तहत लगने वाले योजनाओं के बैनर पोस्टर तो विभाग ने लगाया था लेकिन कोविड.19 के दिशा.निर्देश व जागरूकता से सम्बंधी एक भी पोस्टर बैनर नहीं लगाए गए थे। जिला अधिकारी मनोज सिन्हा ने कहा कि हमने सभी व्यवस्थाएं की थी लेकिन इस मानना लोगों को स्वयं से चाहिए। एक जोड़े को 19 हजार रुपए के सामान विभाग द्वारा दिया गया। इसमें आलमारी, पंखा, गद्दा, बर्तन, प्रेस व अन्य चीजें शामिल हैं। विवाह के बाद कई परिजनों ने इसकी क्वालिटी को लेकर सवाल भी उठाए। अंजू निषाद व रूपेश निषाद के परिजन पीढ़ी के धनेश्वर कहते हैं कि 19 हजार रुपए का सामान बताया गया है, लेकिन यह उसके भी आधे कीमत की लगती है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 7 मार्च। अरे वादा ला भुलाए.. अरे वादा ला भुलाए.. प्रदेश सरकार हे लबरा जैसे फाग गीतों के साथ भारतीय जनता युवा मोर्चा के पदाधिकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग 353 बरोंडा चौक में प्रदर्शन किया।
शनिवार को भाजयुमो पदाधिकारियों ने रोजगार और बेरोजगारी भत्ता के मुद्दे को लेकर कांग्रेस सरकार के खिलाफ नगाड़ा बजाकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए नगाड़ा बजाया और मटका फोड़ा। भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला महामंत्री विक्की सलूजा एवं हेमंत तिवारी के नेतृत्व में स्थानीय बरोंडा चौक में युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा पेश किए बजट में युवाओं के लिए कोई नया प्रावधान नहीं करने एवं चुनावी घोषणा पत्र में बेरोजगार युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देने का वादा पूरा नहीं करने के विरोध में मटका फोडक़र, नगाड़ा बजाकर, फाग गीत गाकर, नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया गया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए भाजपा जिला महामंत्री प्रदीप चंद्राकर, युवा मोर्चा महामंत्री द्वय विक्की सलूजा एवं हेमंत तिवारी ने कहा कि भूपेश सरकार ने गंगा जल की झूठी कसम खाई है। उन्होंने चुनाव से पहले घोषणा पत्र में बेरोजगार युवाओं को भत्ता देने का वादा किया, लेकिन अब इससे मुकर रही है। आज छत्तीसगढ़ का युवा अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे हंै, लेकिन भारतीय जनता युवा मोर्चा के एक-एक कार्यकर्ता छत्तीसगढ़ के युवाओं के साथ है। जब तक ये सरकार अपने वादे को पूरा नहीं करेगी हम तब चैन से सरकार को सोने नही देंगे।
कार्यक्रम में जिला भाजपा उपाध्यक्ष योगेश्वर राजू सिन्हा, महेंद्र जैन, मनीष बंसल, मिलिंद चंद्राकर,बाला चन्द्राकर, दिनेश रूपरेला, बाबा सिकंदर, नितिन जैन, विकास चंद्राकर,आनंद साहू, गणेश निषाद, लक्की चंद्राकर, अमन वर्मा, जग्गू छुरा, नरेश नायक, दीपक राव, योगेश सोनवानी, रवि चंद्राकर, राहुल भोई, यश नायक, रेनू, देवेंद्र साहू, गोलू साहू, अंकुश गौर, गगन चंद्राकर, मनु मोहन, ओमू साहू, वाशु शर्मा, सुशील अग्रवाल, अमित साहू, तोपसिंह राजपूत, श्रीकांत शर्मा, यशवंत साहू, अनुभव चन्द्राकर, हर्षित चंद्राकर सहित कार्यकर्ता उपस्थित थे।
बेलसोंडा से आरंग तक इलेक्ट्रिफिकेशन व दोहरीकरण का काम पूरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 7 मार्च। महानदी पुल पर रेलवे का दूसरा ब्रिज बनकर तैयार हो गया है। साथ ही इस ट्रैक पर विद्युतीकरण का काम भी पूरा हो चुका है। कहा जा रहा है कि अब बेलसोंडा से आरंग तक दोनों ट्रैक में भी ट्रेनों का परिचालन शुरू किया जा सकेगा।
हालांकि अभी इसे रेलवे सुरक्षा आयोग की टीम ने हरी झंडी नहीं दिखाई है। आने वाले दिनों में रेलवे सुरक्षा आयोग के अधिकारी बेलसोंडा से आरंग तक विद्युतीकरण, दोहरीकरण व ब्रिज पर बने ट्रैक की टेस्टिंग करेंगे। टेस्टिंग पूरी होने के बाद यदि रेलवे सुरक्षा आयोग के अधिकारी क्लीयरेंस देते हैं तो दोनों ही ट्रैक पर ट्रेनों का परिचालन शुरू कर लिया जाएगा। इस सम्बंध में रेल विकास निगम लिमिटेड के विद्युतीकरण विभाग के अभियंता बीएस बेहरा ने बताया कि बेलसोंडा से आरंग तक इलेक्ट्रिफिकेशन व दोहरीकरण का काम पूरा हो गया है।
जानकारी के अनुसार टिटलागढ़ से रायपुर तक 203 किलोमीटर दोहरीकरण ट्रेक की शुरुआत 2012 सितम्बर से हुई थी। कुल 758.09 करोड़ रुपए से दोहरीकरण और 258 करोड़ रुपए के विद्युतीकरण का काम उसमें हुआ है।
महासमुन्द के रेलवे अधिकारी कहते हैं कि इस कार्य का जांच के लिए सीआरएस रेलवे सुरक्षा आयोग साउथ ईस्टर्न सर्किल कोलकाता की टीम द्वारा जल्द ही किया जाएगा। आरंग महानदी से मंदिर हसौद तक का भी काम कुछ -कुछ जगह बचा है। वह भी जून में पूरा हो जाएगा। सितंबर माह तक विभाग द्वारा रायपुर तक काम पूरा करने की कोशिश की जा रही है। वाल्टेयर रूट पर रायपुर से टिटलागढ़ तक रेलवे लाइन दोहरीकरण का काम जारी है। साल 2012 में करीब 758.9 करोड़ की लागत से शुरू हुए इस निर्माण कार्य के तहत जिले के बेलसोंडा से टिटिलागढ़ तक दोहरीकरण का काम पूरा हो चुका है। वहीं बेलसोंडा से रायपुर तक का काम शेष था। जिसमें से मार्च महीने में आरंग तक काम पूरा कर लिया गया है ।
दोहरीकरण व इलेक्ट्रिफिकेशन का काम पूर्ण होने के बाद यात्रियों को ट्रेनों की लेट लतीफी से काफी राहत मिलेगी, क्योंकि सिंगल ट्रैक के कारण सुपर फास्ट और एक्सप्रेस ट्रेनों को पास करने के लिए पैसेंजर व लोकल को रोक दिया जाता था। विशाखापट्नम से बेलसोंडा तक दोहरीकरण व इलेक्ट्रिफिकेशन का काम पूरा हो चुका है। ऐसे में विशाखापट्नम से आने वाली ट्रेनें अब समय पर महासमुन्द पहुंच रही है। बेलसोंडा से रायपुर तक दोहरीकरण का कार्य कुछ जगहों पर बचा हुआ है। दोहरीकरण व इलेक्ट्रिफिकेशन का काम आरंग से मंदिर हसौद तक कुछ हिस्सों में बचा हुआ है। वहीं अतिक्रमण के कारण रायपुर से मंदिर हसौद तक का काम नहीं हो पा रहा है।
जानकारी के अनुसार आरंग से मंदिर हसौद तक काम पूरा होने के बाद ही रायपुर की ओर हुए अतिक्रमण को हटाया जाएगा। इसके बाद सितंबर के अंतिम महीने तक रायपुर तक दोहरीकरण व इलेक्ट्रिफिकेशन का काम पूरा कर लिया जाएगा।
इस वर्ष दोनों ट्रैक में इलेक्ट्रिक इंजन का परिचालन शुरू हो जाएगा। इलेक्ट्रिफिकेशन व दोहरीकरण के बाद इन रूटों में ट्रेन की संख्या में बढ़ोतरी की उम्मीद जताई जा रही है। साथ ही विभिन्न स्टेशनों में लंबी दूरी तय करने वाले ट्रेनों के स्टॉपेज भी होंगे। फिलहाल चार से पांच एक्सप्रेस ही चलती है। वहीं दो से तीन लोकल ट्रेनें हैं। इस मार्ग में लोकल ट्रेनों के फेरे व संख्या भी बढ़ेगी। इस दोहरीकरण से यात्रियों के साथ दैनिक यात्रियों को भी राहत मिलेगी और समय पर वे अपने काम व घर पहुंच जाएंगे।
महासमुन्द, 6 मार्च। प्रसिद्घ उपन्यासकार फणीश्वर नाथ रेणु को उनके जन्मशताब्दी वर्ष पर आस्था साहित्य समिति महासमुन्द ने स्मरण किया। लोक संवेदना विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय महासमुन्द में साहित्यकार एस चंद्रसेन की अध्यक्षता में की गयी।
इस अवसर पर आस्था साहित्य समिति अध्यक्ष एवं प्रसिद्घ साहित्यकार आनंद तिवारी पौराणिक ने कहा कि लोक भाषा का जीवन्त रूप रेणु के साहित्य को प्राणवान बना देता है। उनके साहित्य में मानवता की खोज का संकल्प है। साहित्यकार एस.चंद्रसेन ने कहा कि रेणु जी ने अपने साहित्य में लोक संवेदनाओं को जो स्थान दिया, ग्रामीण अंचल में नारियों, आदिवासियों एवं विविध कुरीतियों का जो मार्मिक चित्रण किया, वह आज के समय में प्रासंगिक है।
साहित्यकार डॉ. साधना कसार ने उनकी प्रसिद्घ कहानी संवदिया के नारी अन्र्तद्वन्द एवं मार्मिक चित्रण का उल्लेख किया। साहित्य जगत में फणीश्वर नाथ रेणु की अमरता को बताते हुये सरिता तिवारी ने कहा कि रेणु जी ने आंचलिकता के रंगों से उपन्यास को अपने अनुभवों द्वारा सजाया है। उन्होंने कहा कि मैला आंचल इसका जीवंत उदाहरण है । इस अवसर पर प्रसिद्घ लघुकथाकार महेश राजा ने उनके जीवन दर्शन एवं संघर्ष पर विचार उकेरते हुये उन्हें स्मरण किया। साहित्यकार उमेश भारती गोस्वामी, टेकराम सेन चमक ने अपनी विचार रखते हुये कहा कि फणीश्वर नाथ रेणु प्रेमचंद के बाद साहित्य जगत के प्रसिद्घ उपन्यास, कहानी एवं लोक जीवन को रेखांकित करने वाले सशक्त हस्ताक्षर है। मैला आंचल, रसप्रिया, आदिम रात्रि की महक, लालपान की बेगम जैसे कृतियां रेणु को अलग पहचान दिलाती हैं।
उन्होंने कहा कि श्री रेणु आत्म स्वाभिमान के साथ साहित्य जगत को प्रेरित करने वाला कार्य किया है। मैला आंचल प्रसिद्घ उपन्यास के कारण मिलने वाले पदम श्री जैसे सम्मान भी उन्होंने लौटा दिया। इस अवसर पर कमलेश पांडे, सुजाता विश्वनाथन ने भी गोष्ठी में हिस्सा लिया। साहित्य प्रेमी एवं शिक्षाविद के.आर. चंद्राकर ने कहा कि आस्था साहित्य समिति के इस तरह विविध साहित्यिक आयोजन से साहित्य प्रेमियों में उत्साह का संचार हुआ है। कार्यक्रम का संचालन अपने अनूठे अंदाज में कमलेश पाण्डेय एवं आभार प्रदर्शन एम.आर. विश्वनाथन ने किया।
महासमुन्द, 6 मार्च। शुक्रवार को नगर पालिका के अध्यक्ष सभाकक्ष में राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के तहत शहरी सीमा अंतर्गत कुष्ठ जांच, खोज एवं उपचार के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया।
नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चन्द्राकर के मुख्य आतिथ्य में आयोजित हुआ। कार्यक्रम में रायपुर से आये डॉ.वी.पी.सिंग व उनकी टीम ने कार्यशाला में उपस्थित जनप्रतिनिधियों को शहर के सभी वार्डो में 6 से 20 मार्च तक चलाये जाने वाले जांच, खोज एवं उपचार कार्यक्रम की जानकारी दी।
श्री चन्द्राकर ने कहा कि कुष्ठ रोगियों की बात जब आती है तो छ.ग. में ही नहीं अपितु भारत में भी महासमुन्द एवं रायगढ जिला का नाम पहले क्रम में आता है। पालिका अध्यक्ष ने शहरी क्षेत्र के समस्त नागरिकों से अपील की कि 6 मार्च से 20 मार्च 2021 तक चलाये जाने वाले जांच खोज अभियान में स्वास्थ्य विभाग टीम का खुलकर अपनी समस्या बताए।
इस अवसर पर नपा उपाध्यक्ष कृष्ण कुमार चन्द्राकर, पार्षद संदीपघोष, देवीचंद राठी, महेन्द्र जैन, बड़ेमुन्ना देवार, राजेश नेताम, जगत महानंद, हाफिज कुरैशी, गोलू मदनकार, स्वास्थ्य विभाग से डॉ वी.पी.सिंग, लोकनाथ चन्द्राकर, दुर्गेश चन्द्राकर, टेकेश्वर शुक्ला, बी.एल.साव सहित नगर पालिका के अधिकारी-कर्मचारी काफी संख्या में उपस्थित थे।
मैन ऑफ द मैच सचिन ध्रुव, मैन ऑफ द सिरिज राजेश देवांगन, बेस्ट बल्लेबाज का खिताब संदीप को
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 6 मार्च। जिला मुख्यालय के समीपस्थ ग्राम केशवा में केपीएल क्रिकेट प्रतिस्पर्धा का समापन मुख्य अतिथि जनपद सदस्य प्रतिनिधि लोकेश चन्द्राकर सभापति दिग्विजय साहू दिग्गी एवं युवा नेता वेंकटेश चन्द्राकर की उपस्थिति में हुआ।
केपीएल टूर्नामेंट में फाइनल मैच केशवा व महासमुन्द के बीच खेला गया जिसमें महासमुन्द की टीम ने प्रथम स्थान में अपना नाम दर्ज कराते हुए शील्ड के साथ 7001 रुपये नगद पुरस्कार जीता। द्वितीय इनाम टीम केशवा ने शील्ड के साथ 4001 रुपये नगद हासिल किया। तृतीय इनाम टीम खट्टी की टीम रही। उन्हें 2501 रुपए के साथ शील्ड भेंट की गई। मैन ऑफ द मैच सचिन ध्रुव महासमुन्द, मैन ऑफ द सिरिज राजेश देवांगन ग्राम खट्टी, बेस्ट बॉलर संदीप को मिला। फाइनल मैच में टॉस जीतकर केशवा ने पहली बेटिंग की। जिसमें 53 रन का स्कोर रहा। वहीं टीम महासमुन्द ने अपना खाता खोलते ही छक्कों के साथ 55 रन बनाया। स्पर्धा में मुख्य अतिथि जनपद सदस्य प्रतिनिधि लोकेश चन्द्राकर ने अपने उद्बोधन में कहा कि खिलाड़ी हमेशा अपने देश व प्रदेश के साथ अपने जिले का नाम रोशन करते रहें।
महासमुन्द, 6 मार्च। गरीबी, आर्थिक तंगी के बावजूद पाई-पाई जोडक़र अपना मकान टैक्स जमा करने वाली वार्ड नं. 22 निवासी चंद्रभागा बाघ का नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर एवं सीएमओ ने पुष्प गुच्छ भेंटकर सम्मानित किया।
श्रीमती बाघ का पिछले 5 वर्षों का मकान टैक्स बकाया था। वह अकेली बहुत गरीबी से जीवन यापन करती है। इसके बाद भी उन्होंने धीरे-धीरे राशि एकात्रित कर पिछले बकाया सहित चालू वर्ष 2021-22 का करीब 7 हजार रुपये मकान टैक्स नगर पालिका में जमा किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 6 मार्च। स्थानीय मिनी स्टेडियम में 20वीं राज्य स्तरीय जुनियर बॉल बैडमिंटन बालक व बालिका प्रतियोगिता का आयोजन 7 मार्च 2021 को आयोजित किया जाना है। अत: नपा अध्यक्ष ने आरंग नगर पालिका से स्काई लिफ्ट मंगवा कर तत्काल 12 नग 200 वाट की एल ई डी लाइट लगाकर ग्राउंड में लगवाई है।
इस अवसर पर सभापति संदीप घेाष, संतोष वर्मा, गोलू मदनकार,महेंद्र जैन, महेंद्र सिक्का, बड़े मुन्ना, विद्युत प्रभारी सीताराम तेलक,खेल अधिकारी मनोज धृतलहरे, जिला बॉल बैडमिंटन संघ के पदाधकारियों व वरिष्ठ खिलाड़ी गौरव भारद्वाज, विनय भारद्वाज,प्रभात सेठ, भूषण साहू, निलेश पांडेय उपस्थित थे।
पिछले राज्य स्तरीय सब जूनियर प्रतियोगिता में खिलाडि़य़ों ने लाइट की कमी महसूस की थी। इसके बाद बॉल बैडमिंटन के खिलाड़ी व सचिव अंकित लूनिया ने नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर से एलईडी लाईट की मांग की थी। उनकी मांग पर नगर पालिका अध्यक्ष ने आगामी समय में आयोजित प्रतियोगिता तक लाइट की पूर्ति करने की घोषणा की थी।
तीसरे चरण के वैक्सीनेशन में महासमुन्द प्रदेश में तीसरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 6 मार्च। 1 मार्च से शुरू हुए वैक्सीनेशन प्रोग्राम के तीसरे चरण में महासमुन्द जिला प्रदेशभर में तीसरे स्थान पर है। जिले में पिछले पांच दिनों में पांच हजार बुजुर्ग और 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का वैक्सीनेशन किया जा चुका है। जिले के सभी टीकाकरण केंद्र में बड़ी संख्या में बुजुर्ग पहुंचकर वैक्सीन लगवा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग बुजुर्गों का ध्यान भी रख रहा है। यही कारण है कि वैक्सीनेशन के मामले में महासमुन्द ने प्रदेश में अच्छी रैंक हासिल की है। जानकारी के अनुसार वैक्सीनेशन के मामले में पहले स्थान पर रायगढ़ व दूसरे स्थान पर दुर्ग जिला है।
महासमुन्द जिले में वैक्सीनेशन के लिए केंद्र पहुंचने वाले बुजुर्गों की परेशानियों को देखते हुए अब आधार कार्ड मिलान के नियम को शिथिल किया गया है। अब टीकाकरण केंद्र में सामान्य रजिस्ट्रेशन के साथ ही बुजुर्गों को वैक्सीन लगाई जा रही है।
ज्ञात हो कि शुरुआती दिनों में आधार कार्ड से नम्बर के लिंक नहीं होने के कारण बुुजुर्गों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। इसके चलते कई बार बुजुर्गों को वापस जाना पड़ता था और दूसरी आईडी लेकर फिर से केंद्र पहुंचना पड़ता था। कई बार तो बुजुर्ग वापस ही नहीं आते थे। यही कारण है कि अब इस प्रक्रिया में बदलाव किया गया है, ताकि बुजुर्गों को सहूलियत मिले। इसके तहत अब पोर्टल पर सामान्य रजिस्ट्रेशन करके लोगों को टीका लगाया जा रहा है ताकि लोगों को परेशानी न हो।
बीते 1 मार्च से शुरू हुए तीसरे चरण के टीकाकरण अभियान में अब बुजुर्गों में उत्साह नजर आने लगा है। इसका नजारा वैक्सीनेशन सेंटर में देखा जा सकता है। शुक्रवार को जिला मुख्यालय के जीएनएम नर्सिंग सेंटर के वैक्सीनेशन सेंटर में बड़ी संख्या में बुजुर्ग पहुंचकर टीका लगवाने पहुंचे थे। यहां सुबह 10.50 तक 100 से अधिक लोगों को टीका लगाया जा चुका था।
हालांकि रजिस्ट्रेशन पोर्टल के सर्वर स्लो होने के कारण इसकी रफ्तार में थोड़ी कमी भी आई थी टीकाकरण केंद्र में टीका लगवाने आ रहे लोगों का पूरा ब्यौरा रजिस्टर में रखा जा रहा है। केंद्र में मितानिन तैनात हैं, जो पोर्टल में रजिस्ट्रेशन से पहले मैनुवल पंजीकरण कर रही हैं। वहीं टीका लगवाने के बाद निश्चित समय तक लोगों को ऑब्जर्वेशन रूम में बैठाया जा रहा है।
जिले में 45 वर्ष से अधिक उम्र के गंभीर बीमारी से ग्रसित लोग और 60 वर्ष से अधिक उम्र के कुल 4930 लोगों को टीका लगाया जा चुका है। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ अरविंद गुप्ता और उप टीकाकरण अधिकारी डॉ मुकुंद राव घोड़ेसवार कहते हैं कि जिले में अब तक 4930 लोगों को तीसरे चरण में टीका लगाया जा चुका है। शुक्रवार को जिले के सीएचसी, जिला अस्पताल और जीएमएम सेंटर में कुल 1046 लोगों को टीका लगाया गया। जिसमें 165 लोग 45 से 59 वर्ष के अधिक बीमार शामिल थे। वहीं 881 लोग 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के थे।
डॉ. अरविंद गुप्ता ने बताया कि शुक्रवार को रूटीन टीकाकरण का दिन होता है। इसलिए मंगलवार और शुक्रवार को जिले के सीएचसी, जिला अस्पताल व जीएनएम सेंटर में टीकाकरण हुआ। उन्होंने बताया कि पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मियों व और दूसरे चरण में फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीनेशन का दूसरा डोज देने में हमारा जिला चौथे स्थान पर है। महासमुन्द जिले में 8481 लोगों को टीके का दूसरा डोज लगाया जाना है। 3 मार्च तक 3364 लोगों को टीके का दूसरा डोज लगाया जा चुका है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 6 मार्च। पिथौरा सरपंच संघ के अध्यक्ष और उसके बेटे ने गांव के एक आदिवासी युवक और उसकी मां की पिटाई कर दी। पुलिस का कहना है कि बाप-बेटे मिलकर एक महिला की पिटाई की है। घटना के दिन आदिवासी ग्रामीण शिकायत के लिए थाने पहुंचे थे। थाने में ही पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाकर वापस भेज दिया था। दूसरे दिन फिर से सरपंच और उसके बेटे ने शिकायतकर्ता और उसकी मां-पिता की गांव वालों के सामने ही पिटाई कर दी। घटना में महिला का सिर फूट गया है। सर्व आदिवासी समाज की रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर मामले को जांच में लिया है। मामला तेंदूकोना थाना क्षेत्र के ग्राम ठाकुरदिया कला का है।
घटनाक्रम अनुसार ग्राम ठकुरदिया कला निवासी स्वारति ध्रुव पति गंगाराम के बेटे थान सिंग की सरपंच के बेटे कुंदन पटेल ने पिटाई कर दी। घटना के बाद महिला और उसके पति थाने पहुंचे और एफआईआर दर्ज करने के लिए आवेदन दिया। इस पर पुलिस ने दोनों के बीच रजामंदी करा दी। दूसरे दिन 3 मार्च को गांव में स्वारति ध्रुव के घर के पास गांव की बैठक बुलाई गई। बैठक में पिथौरा सरपंच संघ अध्यक्ष और गांव के सरपंच विद्याधर पटेल, उसके बेटे कुंदन पटेल और अन्य ग्रामीण नंदलाल पटेल ने पीडि़त पक्ष की फिर से पिटाई कर दी।
सरपंच के बेटे कुंदन पटेल ने महिला के सिर पर ईंट से हमला कर दिया। घटना में महिला का सिर फूट गया। घटना की जानकारी मिलते ही सर्व आदिवासी समाज के लोग भी थाने पहुंचे। मारपीट करने वालों के खिलाफ तेंदूकोना थाने में अपराध दर्ज किया गया। तेंदूकोना थाना प्रभारी हर्ष धुरंधर ने कहा कि दोनों पक्ष थाने आए थे। दोनों पक्ष आपसी रजामंदी होकर चले गए थे। इसमें किसी तरह के दबाव की बात नहीं है। मारपीट के बाद दोबारा जब महिला आई तो शिकायत दर्ज की गई।
शिकायत के बाद कर्मचारियों से राशि वापस ली गई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 6 मार्च। जिले के बसना ब्लॉक के 339 आंगनबाड़ी केंद्रों में रंगाई-पुताई के नाम पर 20.34 लाख रुपए जारी करने का मामला सामने आया है। इन केंद्रों की रंगाई और पुताई के लिए केंद्रवार 6-6 हजार रुपए कार्यकर्ताओं के खाते में डाले गए थे। शिकायत के बाद अब अधिकारी ने कार्यकर्ताओं से यह रकम वापस मांग ली है।
चर्चा है कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को अपने हिसाब से केंद्र की रंगाई-पुताई करानी थी लेकिन अधिकारियों ने सभी केंद्रों की रंगाई का ठेका ही एक ही व्यक्ति को दे दिया था। अधिकारी अब कार्यकर्ताओं पर पैसे वापस करने का दबाव बना रहे हैं। मामला सामने आने के बाद अधिकारी मामले की पूरी जांच कर दोषियों के खिलाफ क ार्रवाई करने की बात कर रहे हैं।
बसना ब्लॉक के चनाट और बाराडोली सेक्टर के आंगनबाड़ी केंद्र के कार्यकर्ताओं से पैसे वापस मांगने के बाद इन सेक्टर में स्थित आंगनबाड़ी केंद्र की कार्यकर्ताओं ने शिकायत की।
प्राप्त जानकारी के अनुसार 20 जनवरी को बसना ब्लॉक के आंगनबाड़ी केंद्रों में कार्यरत कार्यकर्ताओं के खाते में 6-6 हजार रुपए जमा किए गए थे। उक्त राशि से कार्यकर्ताओं को अपने-अपने केंद्र की रंगाई-पुताई का काम कराना था। ज्ञात हो कि महासमुन्द ब्लॉक के आंगनबाड़ी केंद्रों के रंग-रोगन के लिए पिछले वर्ष राशि जमा हुई थी। महासमुन्द के 67 शहरी और 324 केंद्रों के लिए 6-6 हजार रुपए खाते में जमा कराया गया था। लेकिन इन कार्यकर्ताओं से भी पैसे वापस लेकर अधिकारियों ने सेंट्रलाइज्डज तरीके से केंद्रों का रंग-रोगन करा दिया था।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संघ की जिलाध्यक्ष द्रोपती साहू ने बताया कि रंगाई के नाम पर पैसे तो वापस लिए गए लेकिन केंद्रों का हाल काफी बुरा है। आंगनबाड़ी केंद्र के एक कमरे में चार दीवार होते हैं। लेकिन केवल तीन दीवार की रंगाई ही की गई है। भीतर की दीवारें पूरी तरह से खराब हो चुकी है। बाहरी दीवारों पर जो रंगाई का काम हुआ है, वह भी एक बारिश में पूरी तरह से धुल गया है।
इस पूरे मामले में जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी मनोज सिन्हा का कहना है कि बसना ब्लॉक के आंगनबाड़ी केंद्रों की रंगाई-पुताई के लिए 6-6 हजार रुपए प्रति केंद्र के हिसाब से राशि कार्यकर्ताओं के खाते में जमा कराई गई है। रंग-रोगन का काम तो उन्हें ही कराना है। यदि अधिकारियों के द्वारा इस तरह का कृत्य किया गया है तो उनके खिलाफ जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी। मैं आज ही अधिकारियों से इस सम्बंध में बात करता हूं।
जिला चिकित्सालय में एक विशेष शिविर में 51 मरीजों का नि:शुल्क जांच उपचार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 5 मार्च। जिले में राष्ट्रीय बधिरता बचाव व नियंत्रण कार्यक्रम के तहत् बुधवार 3 मार्च को जिला चिकित्सालय में एक विशेष शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा.एन.के. मंडपे ने बहरेपन की समस्या के बारे में बताया कि 50 के उम्र आते तक बहुत से लोग बहरेपन की समस्या से ग्रसित हो रहे हंै।
बच्चों और युवाओं का एक बड़ा वर्ग सुनाई कम देने की शिकायत लेकर अस्पताल पहुंच रहे हैं। जो कि एक भयावह स्थिति है। राष्ट्रीय बधिरता बचाव व नियंत्रण कार्यक्रम के जिला नोडल अधिकारी डॉ.के. गजभिये ने बताया कि अधिक शोर से निरंतर मोबाईल एवं हेडफोन से गाना सुनने या बात करने से कान के पर्दे को नुकसान पहुंच रहा है। इससे कान में दर्द, खुजली एवं पानी बहने की की समस्या उत्पन्न हो रही है। जिससे कम उम्र में ही बहरेपन की समस्या सामने आ रहे हैं।
शिविर में कोविड.19 से बचाव के गाईड लाईन का पालन करते हुए 51 मरीजों का नि:शुल्क जांच उपचार एवं दवाई वितरण किया गया। साथ ही 15 मरीजों को विकलांगता प्रमाण पत्र प्रदान एवं नि:शुल्क श्रवण यंत्र के लिए चिन्हांकित किया गया। कान, नाक व गला रोग विशेषज्ञ डॉ. ओमकेश्वरी साहू ने 51 मरीजों की कान की जांच की। जिसमें कुछ मरीजों को श्रवण जांच के बाद दवाई दी गई।
शिविर में आडियोलॉजिस्ट अर्चना एवं आडियोमेट्री अस्टिेंट डोमार सिंह निषाद ने सभी मरीजों का मशीन से बधिरता का परीक्षण किया। टेकलाल नायक, देवकुमार डडसेना, राम गोपाल खुंटे, सुनील साहू का विशेष सहयोग रहा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 5 मार्च। नगर पालिका की टीम ने प्रतिबंधित पॉलीथिन रखने वालों के खिलाफ फिर से अभियान शुरू किया है। गुरूवार को शराब दुकान के पास चखना सेंटरों में पहुंचकर पालिका की टीम की प्रतिबंधित पॉलीथिन रखने वाले चार दुकानदारों के चालान काटा है।
प्रतिबंधित पॉलीथिन भी जब्त की गई और कहा गया कि अब यह अभियान नियमित तौर से संचालित होगा। यह भी चेतावनी दी गई है कि भविष्य में दोबारा से प्रतिबंधित पॉलीथिन मिली तो दस गुना तक जुर्माना लगाया जा सकता है। नगर पालिका की टीम ने चखना दुकानों पर औचक छापेमारी ओम प्रकाश कौशिक, संतोष भोई, बादल बघेल तथा अनवर खान से 5 किलो पालिथिन, डिस्पोजल जब्त किया है। नगर पालिका अधिकारी के निर्देश पर स्वच्छ भारत मिशन के नौशाद बक्श के नेतृत्व में सफाई मित्र अजय घृतलहरे,अंशुल भारतीय, संतोष तिवारी, खेमराज साहू, राजेंद्र नागपुर,ए विक्रम साहू, अजय प्रधान, मोहन दास मानिकपुरी ने इस काम में सहयोग किया।
महासमुन्द, 5 मार्च। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सुनील कुमार चन्द्रवंशी ने अपने कार्यालय सभाकक्ष में पटवारी एवं आरआई की बैठक ली।
उन्होंने भू-बंटन, वनाधिकार पट्टा वितरण, भू.राजस्व की वसूली आदि के सम्बंध में समीक्षा की। श्री चंद्रवंशी ने कहा कि पटवारी अपने हल्का क्षेत्र में अतिक्रमण एवं सरकारी कार्यों की अलग से रिपोर्ट बनाकर साप्ताहिक लक्ष्य निर्धारित कर आमजन को उसका फायदा पहुचाएं। उन्होंने कहा कि आम जनता को अपने जायज काम के लिए तहसील कार्यालय के बार-बार चक्कर न लगाना पड़े यह सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि आम जनता से जुड़ें मुद्दों और समस्याओं का निराकरण तत्परता से करें। शासकीय भूमि पर अवैध कब्जों को तत्काल हटानें की कार्यवाही की जाए।
सीमांकन, विवादित,अविवादित नामांतरण, बंटवारा, वसूली, प्राकृतिक आपदा में सहायता राशि पर समय-सीमा में कार्यवाही करें।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 5 मार्च। कलेक्टर डोमन सिंह की सतत् प्रयासों के बाद निरस्त वनाधिकार के पुनर्विचार दावों के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। अब तक व्यक्तिगत वनाधिकार के निरस्त कुल 2278 आवेदनों पर पुनर्विचार किए गए जिनमें से 216 दावे पात्र पाए गए। इनमें महासमुन्द विकासखण्ड के 17, बागबाहरा के 63, पिथौरा के 32, बसना के 48 और सरायपाली के 56 दावें शामिल हैं।
इन पात्र दावों में स्वीकृत भूमि का क्षेत्रफल 125.966 हेक्टेयर है। वहीं सामुदायिक वनाधिकार के पुनर्विचार के कुल 43 दावे हैं जिनमें बागबाहरा से 35 और सरायपाली के 8 शामिल हैं। इनका भूमि क्षेत्रफल 4882.35 हेक्टेयर है। इसी प्रकार वन संसाधन अधिकार के पुनर्विचार हेतु प्राप्त 54 दावों को जांच परीक्षण उपरांत सही पाया गया। इन दावों में महासमुन्द विकासखण्ड से 15, बागबाहरा से 30, पिथौरा से 5, बसना से 2 और सरायपाली से भी 2 दावे प्राप्त हुए थे। इन दावों की स्वीकृत भूमि का क्षेत्रफल 14539.007 है।
आदिम जाति विकास अधिकारी ने बताया कि लगभग आधे से ज्यादा वनाधिकार मान्यता पत्र जिले में विभिन्न कार्यक्रमों में जिला प्रभारी मंत्री, विधायक, जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के माध्यम से हितग्राहियों को सौंपे गए हैं। कलेक्टर डोमन सिंह ने वनाधिकार पत्र दावों की तुलना में वितरित मान्यता पत्रों की स्थितियों पर गौर किरते हुए निरस्त किए गए वनाधिकार आवेदनों पर पुन:विचार कर निराकृत करने करने के निर्देश अपने मातहतों को दिए थे।
उन्होंने सामुदायिक वनाधिकारों को मान्यता प्राप्त कराने हेतु व्यक्तिगत रुचि लेते हुए विभिन्न सामुदायिक प्रायोजनों हेतु ग्राम स्तर पर अधिक से अधिक दावे आमंत्रित करने के निर्देश दिए थे।
मालूम हो कि जिले में इस वर्ष 72 वें गणतंत्र दिवस 26 जनवरी 2021 को पहली बार वनाधिकारों की मान्यता अधिनियम 2006 के अंतर्गत वनाधिकार पत्र मिले। छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री एवं लोक निर्माण मंत्री ताम्रध्वज साहू ने पांच ग्रामों को सामुदायिक वन संसाधन अधिकार पत्र वितरण की शुरूआत थी। इस मौके पर पांच लोगों को व्यक्तिगत वनाधिकार सौंपे गए थे। इन दोनों का कुल रकबा लगभग 10 हजार हेक्टेयर था।