महासमुन्द
![मध्यान्ह भोजन रैकिंग में महासमुंद जिला 11वें पायदान पर मध्यान्ह भोजन रैकिंग में महासमुंद जिला 11वें पायदान पर](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/1615803959G_LOGO-001.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 15 मार्च। मध्यान्ह भोजन रैकिंग में महासमु्न्द जिला पिछड़ गया है। कुल 95 अंकों के लिए किए गए सर्वें में धमतरी अव्वल नंबर पर है और महासमुन्द जिला 11 वें पायदान पर। यह रिपोर्ट एक सर्वे के आधार निकाली गई है। इसका खुलासा एमडीएम की डैशबोर्ड रिपोर्ट में हुआ है। जिला शिक्षा अधिकारी रार्बट मिंज का कहना है कि मध्याह्न भोजन के वितरण को लेकर लगातार निर्देश दिए गए हैं। वर्तमान में भी वितरण शुरू हो गया है। पूरे 45 दिनों का मध्याह्न भोजन बांटा जा रहा है।
मध्याह्न भोजन वितरण को लेकर जिले की स्थिति अच्छी नहीं है। एक सर्वे में इस बात का खुलासा हुआ है कि 95 अंकों के आधार पर प्रदेश में यह सर्वे किया गया है। जिसमें महासमुन्द जिला 11 वें नम्बर पर है। इसमें महासमुन्द जिले को 59 अंक प्राप्त हुए हैं। जबकि धमतरी जिला 79 अंकों के साथ पहले पायदान पर है। इसके अलावा रसाईयों के मानदेय भुगतान सहित कुकिंग कॉस्ट वितरण में भी महासुमन्द को कम अंक मिले हैं। इस मामले में विकाखंडशिक्षा अधिकारी एस चंद्रसेन ने बताया कि सूखा अनाज बांटने का काम शुरू हो गया है। पूरे 45 दिन का सूखा राशन प्राथमिक व मिडिल के बच्चों को प्रति छात्र के हिसाब से सामग्री दी जा रही है। जिले के प्राइमरी व मीडिल स्कूलों में मध्याह्न भोजन बनना बंद है, इसलिए पहली से आठवीं तक पढऩे वाले एक लाख 19 हजार 766 बच्चों को सूखा राशन बांटा जा रहा है। पिछले साल शिक्षक घर-घर पहुंचकर राशन बांटे थे। अब संचालनकर्मा यानी एजेंसी व शिक्षकों के द्वारा वितरण का कार्य किया जा रहा है। स्कूल के बाहर या अन्य जगहों पर बच्चों को बुलाकर वितरण किया जा रहा है फिर भी कोरोना संक्रमण का खतरा है।