सामान्य ज्ञान
वैज्ञानिक अब शैवाल या एल्गी की मदद से कैंसर का इलाज ढूंढने का प्रयास कर रहे हैं। जर्मनी में शोधकर्ताओं को शैवाल में एक खास पदार्थ मिला है जिससे शैवाल खुद को समुद्री हमलों से बचाते हैं। इसके लिए उत्तरी जर्मनी के शहर कील में तटीय शोध और मैनेजमेंट सेंटर की प्रयोगशाला में पौधों को फिल्टर किया जाता है। शोधकर्ताओं के अनुसार शैवाल को भी अपने पर्यावरण में तनाव का सामना करना पड़ता है। एल्गी इनके खिलाफ खास रसायन पैदा करती है जो कैंसर पर असरदार हो सकते हैं। मिसाल के तौर पर एल्गी का यह खास हथियार पैंक्रियास कैंसर को रोकने में सफल हो सकते हैं। आज तक इसका इलाज नहीं मिल पाया है और रिसर्चरों का मानना है कि एल्गी से इस मर्ज की दवा मिल सकेगी। इसके अलावा खूबसूरती के लिए खास क्रीमों में एल्गी का इस्तेमाल हो रहा है। समुद्री जीवों में बीमारियों के खिलाफ़ रसायनों के मिलने की संभावना बड़ी होती है क्योंकि ये सीधे अपने हमलावरों या बैक्टीरिया का सामना करते हैं। जमीन पर पौधों और उनके हमलावरों के बीच हवा होती है।
हवा के मुकाबले बैक्टीरिया पानी में ज्यादा तेजी से बढ़ते हैं और इनसे बचने के लिए शैवाल में खास क्षमता विकसित होती है, लेकिन अब भी रिसर्चर जान नहीं पाए हैं कि दवाइयों जैसे इन रसायनों का राज क्या है। उन्हें बस इतना पता है कि इनसे इलाज हो सकता है।