सामान्य ज्ञान
चीन की ज़ीजियांग यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने कार्बन एयरोजेल नाम का विश्व का सबसे कम वजन का पदार्थ तैयार किया है। इसका घनत्व (डेन्सिटी) 0.6 एमजी/क्यूबिक सेंटीमीटर है। इसकी खोज करने वाली टीम का नेतृत्व प्रोफेसर गाओ चाओ ने की। इस पदार्थ के निर्माण में कार्बन नैनोट्यूब्स और ग्रैफीन का उपयोग किया गया है।
इस मटीरियल की खोज के साथ ही वैज्ञानिकों ने विश्व का सबसे हल्का मटीरियल कहे जाने वाले ग्रेफाइट एरोजेल का रेकॉर्ड तोड़ दिया है। इसे वर्ष 2013 में जर्मन साइंटिस्ट्स ने खोजा था। इसका वजन 0.18 मेगा/क्यूबिक सेंटीमीटर है।
एरोजेल एक ऐसा पदार्थ है जो सेमी-सॉलिड जेल से बनता है। यह वैसे ठोस अवस्था (सॉलिड स्टेट) में नजर आता है, लेकिन इसके आंतरिक हिस्से में हवा भरी रहती है। इसी कारण से इसका घनत्व बस नाम मात्र का ही होता है। यह अपने वजन से 9 सौ गुणा ज्यादा भारी चीज सोख सकता है। जब इसे दबाया जाता है तो यह वापस अपनी मूल आकृति में वापस लौट आता है।