सामान्य ज्ञान
टीका बनाने में रोगों के कमजोर, जीवित या मृत वायरस, बैक्टीरिया सैद्धान्तिक रूप से प्रयोग किए जाते हैं। पाश्चर ने सबसे पहले एन्थ्राक्स और रैबीज का टीका बनाया। अब तो बहुत से रोगों से सुरक्षा के लिए अच्छी श्रेणी के टीके बनाए जा रहे हैं। इससे कई बीमारियों की रोकथाम में काफी मदद मिली है।
सबसे पहले जेनर ने यह महसूस किया कि गायों के रख-रखाव करने वाले व्यक्ति जब अचानक काउपॉक्स से संक्रमित हो जाते हैं, तो वे स्मॉलपाक्स रोग के लिए प्रतिरोधी (क्रद्गह्यद्बह्यह्लड्डठ्ठह्ल) हो जाते हैं। इससे यह निष्कर्ष निकाला गया कि रोगों के कारण जीवाणु और विषाणु यानी बैक्टीरिया और वायरस द्वारा उत्पन्न एन्टीजेन के विरुद्ध रक्त में एंटीबॉडीज उत्पन्न होते हैं , जो शरीर में उस रोग से लडऩे की प्रतिरक्षण क्षमता प्रदान करते हैं। इसी सिद्धांत को विभिन्न रोगों से रक्षा के लिए टीका बनाने में प्रयुक्त किया जाता है।