सामान्य ज्ञान
नारको टेस्ट क्या है?
02-Jan-2022 10:54 AM
अगर अयिुक्त बहुत चालाक हो , पुलिस या जांच एजेंसियों के साथ सहयोग न करें या सवालों का सीधा जवाब न दे, तो नारको टेस्ट की मदद से उससे असलियत उगलवाई जा सकती है। इसमें उसे सरकारी प्रयोगशाला में ले जाया जाता है, जहां उसे नशे का इंजेक्शन दिया जाता है। इस इंजेक्शन से वह पूरी तरह बेहोश नहीं होता, बल्कि नीम बेहोशी की हालत में पहुंच जाता है लेकिन उसका दिमाग सक्रिय रहता है। इससे लाभ यह होता है कि वह नशे की हालत में अपने जवाब को तोड़-मरोड़ या छिपा नहीं पाता है। अगर उसकी जानकारी में कुछ है, तो वह उसे उगल देता है। यह नारको टेस्ट केवल उन परिस्थितियों में किया जाता है जब अपराध बहुत गंभीर हो या बहुत जटिल हो या उस मामले में पर्याप्त सबूत न मिल पा रहे हों।