सामान्य ज्ञान
लाइका एक जर्मनी कंपनी है, जो अपनेे बेहतरीन कैमरों के निर्माण के लिए जानी जाती है। 100 साल पुरानी इस कंपनी का कैमरा रखना एक बड़ी बात माना जाता है। लाइका के सबसे महंगे डिजिटल कैमरे की कीमत 20 हजार यूरो ।
जर्मनी का लाइका कैमरा है भी कुछ ऐसा खास कि इसे 50 साल में एक बार ही सर्विसिंग की जरूरत पड़ती है। लाइका सिरीज के एम2 कैमरे का बस नाम ही काफी है। इस कैमरे की ऑयलिंग और सफाई कराने का खर्च है 600 यूरो यानी करीब 40 हजार रुपये। इतनी कीमत में लोग नया डीएसएलआर कैमरा खरीद लेते हैं, लेकिन लाइका के दीवाने किसी भी सूरत में अपने पसंदीदा कैमरे को अलविदा नहीं कहेंगे। लाइका कैमरा चुनिंदा लोगों के ही पास होता है, इसलिए इसे रखना बहुत खास बात मानी जाती है। कंपनी का डिजीटल मोड़ सफल रहा। अब 600 कर्मचारी जर्मनी में एक्स2 जैसे कैमरे बनाते हैं। 1,800 यूरो यानी करीब सवा लाख रुपये की कीमत के साथ ये कैमरे बेहद महंगे जरूर हैं, लेकिन हॉबी फोटोग्राफरों में अत्यंत लोकप्रिय हैं। मांग कितनी है इस बात का अंदाजा इस से लगाया जा सकता है कि लाइका में इन कैमरों का उत्पादन जितनी भी तेजी से हो, फिर भी सप्लाई के लिए महीनों की लाइन रहती है.
हाई डिफीनिशन तस्वीरों के लिए इस्तेमाल होने वाले डिजीटल लाइका का टॉप मॉडल 20,000 यूरो का है। इस कैमरे के साथ लाइका ने पेशेवर फोटोग्राफी की तरफ महंगा कदम बढ़ाया है। कंपनी को इसके विकास पर ही सवा तीन करोड़ यूरो का खर्च आया है। पूरा इलेक्ट्रॉनिक और सेंसर सिस्टम फिर से तैयार किया गया। लेंस, जो कि इस कंपनी की विशेषता है, वह भी दोबारा बनाया गया। ऐसी कंपनी के लिए जिसका वार्षिक टर्नओवर 15 करोड़ यूरो का था, यह बहुत हिम्मत का काम था। कंपनी ने हिम्मत दिखाई और वर्ष 2012 में इसका टर्नओवर दोगुना होकर 30 करोड़ यूरो हो गया। अब लाइका पीछे मुड़ कर नहीं देखना चाहता। वर्ष 2016 तक इसे बढ़ाकर 50 करोड़ करने का इरादा है।