सामान्य ज्ञान
ट्यूनिशिया उत्तरी अफ्रीक़ा महाद्वीप में एक अरब राष्ट्र है जिसका अरबी भाषा में नाम अल्जम्हूरीयाह अत्तूनिसीयाह या तूनिस है। यह भूमध्यसागर के किनारे स्थित है, इसके पूर्व में लीबिया और पश्चिम मे अल्जीरिया देश हैं। देश की पैंतालीस प्रतिशत ज़मीन सहारा रेगिस्तान में है जबकि बाक़ी तटीय जमीन खेती के लिए इस्तमाल होती है। रोमन इतिहास में तूनिस का शहर कारथिज एक आवश्यक जगह रखता है, और इस प्रान्त को बाद में रोमीय राज्य का एक प्रदेश बना दिया गया जिस का नाम अफ्रीका यानी गरम प्रांत रखा गया जो अब पूरे महाद्वीप का नाम है।
20 मार्च सन 1956 ईसवी को ट्यूनीशिया को फ्रांस के अधिकार से मुक्ति मिली और यह देश स्वतंत्र हुआ। इस देश का इतिहास बहुत पुराना है और इस पर बहुत से देशों तथा सरकारों को अधिकार रह चुका है। 1574 ईसवी में उसमानी शासन ने इस क्षेत्र पर अधिकार किया किन्तु 19वीं शताब्दी के आरंभ से यूरोपीय वर्चस्ववादियों ने इस क्षेत्र की ओर रूख़ किया। फ्रांस ने इस देश पर आक्रमण करके इसे अपने अधीन कर लिया। इस देश में जनता ने फ्रांस के विरुद्ध प्रथम विश्व युद्ध से पहले ही संघर्ष आरंभ किया किन्तु द्वितीय विश्व युद्ध में फ्रांस के कमज़ोर पड़ जाने के बाद ट्यूनीशिया के स्वतंत्रता प्रेमियों ने अपना संघर्ष तेज़ कर दिया और अंतत: 1956 ईसवी में ट्यूनीशिया को स्वतंत्रता मिली। इस देश का क्षेत्रफल 1 लाख 63 हज़ार वर्ग किलोमीटर है और अलजीरिया और लीबिया इसके पड़ोसी देश हैं।
यहां की अरबी राजभाषा है। फ्रेंच का भी प्रयोग प्रशासन और व्यापार में किया जाता है ट््यूानिजियाई अरबी भाषा, जिसपर मगरिबी लिपि का प्रभाव है, मध्य पूर्व में ही वोली जाती है। बेरबर भाषियों की संख्या बहुत थोड़ी है।
राज्य का धर्म इसलाम है। फिर भी यहां के निवासी धर्म के मामले में दुराग्रही नहीं। मूलवासी सुन्नी मुस्लिम हैं। यूरोपीय लोग रोमन कैथोलिक, ग्रीक आर्थोडॉक्स, प्रोटेस्टेंट और अंाग्लिकन आदि धर्मों पर आस्था रखते हैं।