सामान्य ज्ञान
हमारा मस्तिष्क एक बहुत जटिल अंग है। यह हमारे शरीर की लगभग सभी गतिविधियों को नियंत्रित करता है। इसे लेकर कई भ्रांतियां भी फैली हैं जैसे - हम मस्तिष्क का केवल 10 प्रतिशत हिस्सा ही इस्तेमाल करते हैं।
इस भ्रांति के पैदा होने के कई कारण हो सकते हैं। एक कारण यह हो सकता है कि 19 वीं शताब्दी और 20 वीं शताब्दी के शुरू में शोधकर्ताओं ने पाया कि मस्तिष्क में किसी एक समय में केवल 10 प्रतिशत तंत्रिका कोशिकाएं सक्रिय होती हैं। दूसरा कारण यह हो सकता है कि तब तक मस्तिष्क के 10 प्रतिशत हिस्से का ही नक्शा तैयार हो पाया था। तीसरा यह कि मस्तिष्क में केवल 10 प्रतिशत तंत्रिका कोशिकाएं होती हैं। बाकी अन्य किस्म की कोशिकाएं होती हैं। कुछ लोगों का यह भी कहना है कि मस्तिष्क का जो बाकी का हिस्सा है उसमें आत्मिक शक्ति होती है और उसे प्रशिक्षित करके विशेष संवेदी बोध पैदा किया जा सकता है। लेकिन ऐसा परामनोविज्ञान के क्षेत्र में काम करने वाले विशेषज्ञ मानते हैं, वैज्ञानिक नहीं। इतना जरुर कहा जा सकता है कि अधिकांश लोग अपने मस्तिष्क की संज्ञानात्मक क्षमता का बहुत कम हिस्सा इस्तेमाल करते हैं।