सामान्य ज्ञान
कमलादेवी चट्टोपाध्याय (जन्म-3 अप्रैल, 1903 -निधन-29 अक्टूबर, 1988) भारत की समाजसुधारक, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, तथा भारतीय हस्तकला के क्षेत्र में नवजागरण लाने वाली गांधीवादी महिला थीं। उन्हे समाज सेवा के लिए 1955 में पद्म भूषण और सामुदायिक नेतृत्व के लिए सन 1966 में रेमन मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके अलावा उन्हें संगीत नाटक अकादमी फैलोशिप और रत्न सदस्य, साथ ही संगीत नाटक अकादमी द्वारा लाइफ़ टाइम अचीवमेंट अवार्ड प्रदान किया गया।
कमलादेवी चट्टोपाध्याय का जन्म कर्नाटक के एक सम्पन्न ब्राह्मण परिवार, में 3 अप्रैल, सन् 1903 में हुआ था। उन्होंने मंगलोर तथा बाद में लन्दन के अर्थशास्त्र स्कूल से शिक्षा ग्रहण की। उनकी शादी अत्यन्त छोटी अवस्था में हो गई तथा स्कूली शिक्षा के दौरान विधवा हो गई थीं। बाद में उन्होंने हरिन चट्टोपाध्याय से शादी की। कमलादेवी ने अपनी पति के साथ व्यापक रूप से यात्राएं की। वे एक सामाजिक कार्यकर्ता और कला और साहित्य की समर्थक थीं।
गांधीजी के नमक आंदोलन में गिरफ्तारी देने वाली महिलाओं में से एक थीं कमलादेवी। विभाजन के बाद उन्होंने शरणार्थियों के पुनर्वास में अपने आप को झोंक दिया। कमला देवी गांधी जी, जवाहर लाल नेहरू, मौलाना अबुल कलाम आज़ाद, सरोजनी नायडू तथा कस्तूरबा गांधी से गहरे रूप से प्रभावित थीं। उन्होंने स्वाधीनता संघर्ष में हिस्सा लिया तथा अनेक बार जेल गईं।