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पाक क्या अब भी वल्र्ड कप के सेमीफाइनल में पहुँच सकता है?
30-Oct-2023 3:42 PM
पाक क्या अब भी वल्र्ड कप के सेमीफाइनल में पहुँच सकता है?

1992 में आईसीसी क्रिकेट वल्र्ड जीतने वाला पाकिस्तान 2023 के वल्र्ड कप में बाहर होने के खतरे से जूझ रहा है।

क्रिकेट वल्र्ड कप 2023 में पाकिस्तान की लगातार चौथी हार के बाद उसके इस टूर्नामेंट से बाहर होने का खतरा बढ़ गया है।

अब पाकिस्तान को न केवल अपने सारे मैचे जीतने होंगे, बल्कि दूसरी टीमों के नतीजे पर भी निर्भर रहना होगा। खास करके जो मैच ऑस्ट्रेलिया से जुड़े हैं, उन पर पाकिस्तान का भविष्य ज़्यादा टिका है।

पाकिस्तान चाहेगा कि ऑस्ट्रेलिया को बांग्लादेश या अफगानिस्तान से झटका लगे।

इस वल्र्ड कप में पाकिस्तान ने अब तक छह मैच खेले हैं और केवल दो में जीत मिली है। अंक तालिका में पाकिस्तान के केवल चार प्वाइंट्स हैं। पाकिस्तान को अभी बांग्लादेश, न्यूजीलैंड और इंग्लैंड से मैच खेलने हैं।

पाकिस्तान अगर तीनों मैच जीत भी जाता है तो इस बात का इंतजार करना होगा कि बाक़ी टीमों के नतीजे उसके पक्ष में हैं या नहीं।

पाकिस्तान को न केवल तीनों मैच जीतने होंगे, बल्कि बड़े अंतर से जीतने होंगे ताकि नेट रन रेट में सुधार हो सके।

ऑस्ट्रेलिया ने न्यूज़ीलैंड को हरा दिया है और इससे पाकिस्तान की राह और मुश्किल हो गई है। अब ऑस्ट्रेलिया के तीन मैच और बचे हैं।

ऑस्ट्रेलिया को अभी बांग्लादेश, अफगानिस्तान और इंग्लैंड से मैच खेलने हैं।

बांग्लादेश और अफग़़ानिस्तान से ऑस्ट्रेलिया शायद ही मैच हारे। इंग्लैंड भी इस वल्र्ड कप में लगातार मैच हार रहा है।

ऐसे में ये उम्मीद करना कि ऑस्ट्रेलिया हार जाएगा, बहुत उम्मीद नहीं जगाता है।

अब केवल अपनी जीत ही काफी नहीं

पाकिस्तान ने अपने दो शुरुआती मैच नीदरलैंड्स और श्रीलंका से जीते थे। इन दो जीत के बाद इंडिया से हार मिली और उसके बाद से पाकिस्तान को सभी तीन मैचों में हार मिली है।

यहाँ तक कि पाकिस्तान को अफगानिस्तान से भी हार का सामना करना पड़ा।

चार लगातार हार के बाद पाकिस्तान का नेट रन रेट गिरकर माइनस 0.378 हो गया है।

लेकिन पाकिस्तान अभी टॉप फोर से बाहर पाँच मैचों के दम पर है और उसे अभी तीन मैच और खेलने हैं।

ग्रुप मैच में इंडिया, न्यूजीलैंड और साउथ अफ्रीका पहले ही सेमीफाइनल की ओर जगह लगभग पक्की कर चुके हैं।

चौथे नंबर पर अभी ऑस्ट्रेलिया है और पाकिस्तान को यही जगह लेनी है। अभी पाँचवें नंबर पर श्रीलंका है लेकिन वो भी लगातार मैच हार रहा है। पाकिस्तान और श्रीलंका दोनों के चार-चार अंक हैं।

पाकिस्तान अगर बाक़ी बचे सभी तीन मैच जीत जाता है तो उसके हिस्से में कुल पाँच जीत होगी और 10 अंक होंगे। लेकिन तब भी पाकिस्तान के लिए सेमीफाइनल की राह मुश्किल है।

इस स्थिति में पाकिस्तान चाहेगा कि ऑस्ट्रेलिया अपने बाकी बचे तीन मैच में से कम से दो मैच हारे।

अगर ऐसा होता है तो फिर मामला नेट रन रेट पर जाएगा। अगर ऑस्ट्रेलिया तीनों मैच हार जाता है तो पाकिस्तान चौथे नंबर पर आ जाएगा। हालांकि यह असंभव सा लगता है।

अगर पाकिस्तान कुल तीन बचे मैच में केवल दो मैच जीतता है तो उसके हिस्से में कुल चार जीत आएगी और आठ अंक होंगे।

ऐसी स्थिति में पाकिस्तान वर्ल्ड कप से लगभग बाहर हो जाएगा लेकिन प्वाइंट्स टेबल की जटिलता की स्थिति में थोड़ी संभावना बची रहेगी। अगर पाकिस्तान केवल एक मैच ही जीत पाता है तो वह वल्र्ड कप से बाहर हो जाएगा।

ये चार स्थितियाँ

अगर न्यूजीलैंड बाकी के सभी तीन मैच हार जाता है और पाकिस्तान सभी तीन मैच जीत जाता है तो प्वाइंट्स टेबल में पाकिस्तान के दस अंक हो जाएंगे और न्यूजीलैंड के आठ अंक रहेंगे।

ऐसी स्थिति में इंडिया, साउथ अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान शीर्ष की चार टीमें होंगी। शीर्ष की चार टीमें ही सेमीफाइनल में जाएँगी।

अगर न्यूजीलैंड तीन में से दो मैच हार जाता है और एक में ही जीत मिलती है तो उसके कुल 10 अंक होंगे।

दूसरी तरफ पाकिस्तान भी अगर तीनों मैच जीत जाता है तो उसके भी 10 अंक हो जाएँगे। इस हालत में नेट रन रेट निर्णायक साबित होगा।

अगर ऑस्ट्रेलिया बाकी के सभी मैच हार जाता है और पाकिस्तान सभी तीन मैच जीत जाता है तब भी ऑस्ट्रेलिया के 8 अंक होंगे और पाकिस्तान के 10। ऐसे में इंडिया, साउथ अफ्रीका, न्यूज़ीलैंड और पाकिस्तान सेमीफ़ाइनल में पहुँच जाएँगे।

अगर ऑस्ट्रेलिया एक मैच ही जीत पाता है और दो हार जाता और पाकिस्तान तीनों मैच जीत लेता है तो दोनों टीमों के अंक बराबर यानी 10-10 हो जाएँगे। ऐसे में फैसला नेट रन रेट पर होगा।

अगर दक्षिण अफ्रीका बाकी के तीन मैच हार जाता है और पाकिस्तान सभी तीन मैच जीत जाता है तो दोनों के 10-10 अंक हो जाएँगे।

ऐसे में यहां भी फैसला नेट रन रेट पर होगा और इसमें पाकिस्तान पीछे छूट जाएगा।

अगर भारत बाकी के सभी तीन मैच हार जाता है और पाकिस्तान सभी तीन मैच जीत जाता तो कोई फर्क नहीं पड़ेगा क्योंकि भारत पहले ही 12 अंक हासिल कर चुका है।

पाकिस्तान तीन मैच जीतकर भी 10 अंक ही हासिल कर सकता है।

अगर श्रीलंका अपने चार में से तीन मैच जीत जाता है और पाकिस्तान भी अपने सभी तीन मैच जीत जाता है तो दोनों के 10-10 अंक हो जाएंगे। ऐसे में नेट रन रेट ही निर्णायक साबित होगा।

पाकिस्तान चाहता है कि श्रीलंका न्यूज़ीलैंड को हरा दे और इंडिया, बांग्लादेश या अफग़़ानिस्तान से हार जाए।

पाकिस्तान का भविष्य अब केवल अपनी जीत पर नहीं बल्कि दूसरों की हार और जीत पर ज़्यादा निर्भर है। (bbc.com/hindi)

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