सामान्य ज्ञान
परम्बिकुलम वन्यजीव अभयारण्य भारत के दक्षिणी राज्य केरल के पालक्कड जिले के चित्तूर तालुके में विस्तृत एक संरक्षित क्षेत्र है। वर्ष 1973 में स्थापित यह अभयारण्य तमिलनाडु के अनामलई पर्वत श्रृंखलाओं और पालक्कड जिले में नेल्लियमपथी पाहडिय़ों के बीच सुगम पर्वतमाला में स्थित है। परम्बिकुलम वन्यजीव अभयारण्य पश्चिमी घाट के 285 वर्ग कि.मी. क्षेत्र में फैला हुआ है। यह पार्क 2009 में टाइगर रिजर्व के रूप में नामित किया गया था।
यह अभयारण्य केरल के दुर्लभ पेड़-पौधों और जीव-जंतुओं से जुड़े अनोखे अनुभव प्रदान करता है। मलयर, कादर और मुथुवन जैसी कुछ पहाड़ी जनजातियां भी परम्बिकुलम के जंगलों में निवास करती हैं। यहां पाए जाने वाले प्राणियों में नीलगिरि लंगूर, शेर-पुंछ मकाक, बाघ, नीलगिरि टार, एशियायी हाथी, चित्तीदार मृग, भारतीय जंगली कुत्ते और सांपों एवं मकडिय़ों की अनेक प्रजातियों सहित चिडिय़ों की अनेक किस्में शामिल हैं।
क्राइस्ट कॉलेज’ में जंतु वर्गीकरण और पारिस्थितिकी केंद्र के अध्ययनकर्ताओं को परम्बिकुलम बाघ अभयारण्य, केरल में मकडिय़ों की आठ नई प्रजातियां प्राप्त हुई। बाघ अभयारण्य एवं वन्य विभाग के अधिकारियों के सहयोग से जंतु वर्गीकरण और पारिस्थितिकी केंद्र ‘सीएटीई’ के हालिया ‘मकड़ी विविधता खोज सर्वेक्षण’ के दौरान नई प्रजातियों का पता चला।
कार्बोहाइड्रेट
कार्बोहाइड्रेट्स, कार्बनिक पदार्थ हैं जिसमें कार्बन, हाइड्रोजन और आक्सीजन होते हंै। इसमें हाइड्रोजन और आक्सीजन का अनुपात जल के समान होता है। कुछ कार्बोहाइड्रेट्स सजीवों के शरीर के रचनात्मक तत्वों का निर्माण करते हैं जैसे कि सेल्यूलोज, हेमीसेल्यूलोज, काइटिन तथा पेक्टिन. जबकि कुछ कार्बोहाइड्रेट्स ऊर्जा प्रदान करते हैं, जैसे कि मण्ड, शर्करा, ग्लूकोज़, ग्लाइकोजेन. कार्बोहाइड्रेट्स स्वाद में मीठा होते हैं।