गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 7 नवंबर। भाई-बहन के प्यार का प्रतीक भाई दूज का त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर बहनें थाली तैयार कर, जिसमें रोली, मिठाई फल-फूल, चंदन, सुपारी रखकर शुभ मुहूर्त में भाई की आरती उतारती हैं।
दिन भर बहनों का अपने भाइयों के यहां टीका लगाने के लिए पहुंचने का सिलसिला जारी रहा। माथे पर टीका लगाते हुए बहनों ने भाइयों की सलामती दीर्घायु की दुआ मांगी। इस त्योहार को लेकर जितना उत्साह बहनों में दिखा, उतना ही भाइयों में भी देखने को मिला। भाइयों ने भी अपनी बहनों को आकर्षक उपहार भी दिए।
भाई के माथे पर तिलक लगाने से होती है उसकी लंबी आयु
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार जब माता यमी ने यमराज के माथे पर तिलक लगाया था, तो यमराज ने प्रसन्न होकर यमी से कोई भी वरदान मांगने को कहा था। जिस पर माता यमी ने ये मांगा कि आज के दिन जो बहन अपने भाई के माथे पर तिलक लगाएगी, उस भाई को यमराज लंबी आयु प्रदान करेंगे। माता यमी द्वारा मांगे गए इस वरदान को यमराज ने स्वीकार किया था। तब से हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीय तिथि को भैया दूज के रूप में मनाया जाने लगा।