रायगढ़
![चिटफंड के 6 डायरेक्टर ओडिशा से गिरफ्तार चिटफंड के 6 डायरेक्टर ओडिशा से गिरफ्तार](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/16474241201.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 16 मार्च। चिटफंड कम्पनी के 6 डायरेक्टरों को ओडिशा के भुवनेश्वर से गिरफ्तार करके रायगढ़ लाया गया है। सिटी कोतवाली थाना प्रभारी मनीष नागर बीते तीन दिनों तक भुवनेश्वर में थे और अपनी टीम के साथ एनआईसीएल कंपनी के 6 डायरेक्टरों को गिरफ्तार किया है। इनके उपर करोड़ो रूपये का फर्जीवाड़ा चिटफंड कंपनी के माध्यम से करने के मामले दर्ज हैं।
पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीना ने बताया कि जिन 6 डायरेक्टरों को ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर से पकड़ा गया है, उन 6 डायरेक्टरों पर पूरे देश में चिटफंड का जाल बिछा रखने वाले एनआईसीएल कम्पनी के माध्यम से जनता के पैसे ठगकर फरार होने का आरोप है और रायगढ़ में भी इनके खिलाफ अलग अलग धाराओं के तहत मामले दर्ज हैं।
ये सभी 6 डायरेक्टर लंबे समय से फरार चल रहे थे जिन्हें सिटी कोतवाली पुलिस की टीम ने पकड़ा है और इनसे पूछताछ जारी है। आरोपियों ने छग, ओडिशा, एमपी, राजस्थान, हरियाणा के निवेशकों के करीब 400 करोड़ रूपये निवेश किया जा चुका है। उनके अनुसार रायगढ़ के 17 निवेशक चिटफंड कम्पनी पर दर्ज कराये हैं 1.74 करोड़ लेकर भाग जाने की रिपोर्ट दर्ज है।
पुलिस ने पहले भी फाईन इंडिया सेल्स एवं एनआईसीएल चिटफंड कम्पनी के 10 डायरेक्टर्स को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है।
पुलिस टीम के साथ आरोपी कम्पनी के 6 डायरेक्टर आशीष चौहान, हरीश शर्मा, अभिषेक चौहान, प्रबल प्रताप सिंह, लखन सोनी, निरंजन सक्सेना को रायगढ़ लाया। चिटफंड कम्पनी पर रायगढ़ के ग्राम रायकेरा घरघोड़ा की रहने वाली धनमोती सिदार सहित 17 व्यक्तियों द्वारा 06 अगस्त 2019 को आवेदन देकर रिपोर्ट दर्ज कराया गया कि आरोपियों द्वारा इन्हें बैंक में कम ब्याज मिलता है, इनकी कम्पनी में निवेश करने पर 6 साल में रकम दुगना होगा कहकर झांसा देकर रूपये निवेश कराये थे। कम्पनी रायगढ़ के 17 व्यक्तियों के करीब 1 करोड़ 74 लाख 78 हजार 200 रूपये लगभग निवेश कराकर कम्पनी की शाखाएं बंद कर फरार थे।
आरोपियों ने कोतवाली पुलिस दिए बयान में बताया कि सभी निर्मल इंफ्राहोम कार्पोरेशन लिमिटेड (एनआईसीएल) इंडिया लिमिटेड के डायेक्टर और शेयर होल्डर हैं।
उक्त कंपनी में 8 डायरेक्टर शेयर होल्डर थे, जिनमें एक डायरेक्टर शेयर होल्डर निर्मला देवा चौहान की मृत्यु 2015 में हुई है तथा कम्पनी का एक डायरेक्टर शेयर होल्डर फूल सिंह चौधरी भुवनेश्वर जेल से पैरोल पर रिहा होने के बाद से फरार हो गया है।
आरोपियों ने बताया कि इनका ऑफिस छग सहित कई राजरों के शहरों में था तथा रायगढ़ में गौरीशंकर मंदिर के पास आफिस था, यहां पर कई लोगों को कंपनी के लुभावने स्कीम एवं ज्यादा ब्याज दर तथा ज्यादा रकम वापसी का लालच देकर निवेशकों से राशि जमा कराया गया। आरोपियों द्वारा करीब 400 करोड़ रुपए निवेशकों से निवेश कराना बताया गया है, इन समस्त राशि का उपयोग इन्होंने जमीन खरीदने एवं रीयल स्टेट व्यवसाय में लगा दिये।
कम्पनी द्वारा खरीदी किये गये भूमि एवं अन्य प्रापर्टी के समस्त दस्तावेज एवं उपकरण सीबीआई भुवनेश्वर ओडिशा द्वारा जब्त किया गया है। कोतवाली पुलिस द्वारा कम्पनी द्वारा क्रय किये गये प्रापर्टी की जानकारी प्रशासन को उपलब्ध कराया जावेगा, जिससे शासन स्तर पर निवेशकों के रूपये लौटाये जाने की कार्यवाही में शुमार किया जाएगा।