रायगढ़
![सरकार के कामकाज से कांग्रेसी विधायक ही नाखुश-ओपी चौधरी सरकार के कामकाज से कांग्रेसी विधायक ही नाखुश-ओपी चौधरी](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/16478771514.jpg)
विस में कांग्रेसी विधायकों द्वारा सवाल उठाये जाने को भूपेश सरकार की नाकामी बताया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 21 मार्च। भाजपा नेता व प्रदेश मंत्री ओपी चौधरी ने भूपेश सरकार को सवालों के कटघरे में खड़े करते हुए पूछा कि विधानसभा में आपकी पार्टी के कांग्रेस विधायक जनसमस्याओं, भ्रष्टाचार व नियमों की अनदेखी का सवाल उठा रहे हैं, क्या विधायकों को आपके द्वारा किये जा रहे कार्यों पर विश्वास नहीं है?, जब सरकार के कामकाज से पार्टी के विधायक ही नाखुश हंै, ऐसी स्थिति में प्रदेश की जनता कैसे खुश रह सकती है।
ओपी चौधरी ने सत्ताधारी दल के विधायकों द्वारा विधानसभा में लगातार सवाल उठाए जाने के मामले को चुनी गई सरकार की नाकामी निरुपित किया। यह एक बड़ा सवाल है कि जब एक चुनी हुई सरकार से जब उनके विधायक ही असंतुष्ट हो तो आम जनता कैसे संतुष्ट हो सकती है ?
ओपी चौधरी ने मीडिया को विधानसभा के दौरान विधायकों द्वारा पूछे गए सवालों के आंकड़े उपलब्ध कराते हुए बताया कि स्थानीय विधायक प्रकाश नायक ने बेजा कब्जा फ़्लाई ऐश डंपिंग बढ़ते प्रदूषण को लेकर सरकार की भूमिका पर सवाल उठाए तो वहीं विधायक छन्नी साहू ने शराब की अवैध बिक्री व नई दुकान खोलने के मुद्दे पर सरकार को घेरा है। बिलासपुर विधायक शैलेश पांडेय ने मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल शुरू न होने पर सरकार से नाराजगी जताई है। जशपुर विधायक विनय भगत अपने क्षेत्र में विकास कार्यों हेतु अधिकारियों की भूमिका को लेकर खिन्न नजर आए। लखेश्वर बघेल ने बायोमैट्री खरीदी में करोड़ों का घोटाला होने का गंभीर आरोप सरकार पर लगाया है।
केशकाल विधायक संतराम नेताम ने पीएमजीएसवाई में सबइंजीनियर को एसडीओ व ईई का प्रभार देने पर सरकार की नीयत पर सवाल उठाये हैं। यहाँ तक की सवालों के उत्तर से असंतुष्ट होकर विधायकगण सदन में नहीं आने की बात तक कह रहे हैं।
ओपी ने कहा कि पार्टी के विधायक जब सरकार के कामकाज से संतृष्ट न हो तो सरकार को समीक्षा करनी चाहिए। यह स्वस्थ लोकतंत्र के लिए अच्छी परंपरा नहीं है। विधायकों द्वारा बताए गए सुझावों को अमल में नहीं लाया जा रहा, इसलिए विधायकों को विधानसभा में सवालों के जरिये जवाब मांगना के लिए विवश होना पड़ा। भूपेश सरकार पर उनकी ही पार्टी के विधायक भ्रष्टाचार विकास कार्यों के नहीं होने व नियमों की अनदेखी का आरोप लगा रहे हैं।
कांग्रेसी विधायकों के सवालों को ओपी ने भूपेश सरकार की विश्वसनीयता पर बड़ा प्रश्नचिन्ह बताते हुए कहा कि छग गठन के दो दशकों बाद ऐसा पहली बार हुआ, जब सरकार के कामकाज से पार्टी के विधायक ही नाखुश हंै, ऐसी स्थिति में प्रदेश की जनता कैसे खुश रह सकती है। भूपेश सरकार को इसका जवाब भी देना चाहिए।