रायगढ़
![केलो के किनारे वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का काम अंतिम चरण में, शहरवासियों को मिलेगी नाली के पानी निजात केलो के किनारे वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का काम अंतिम चरण में, शहरवासियों को मिलेगी नाली के पानी निजात](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/16483057741.gif)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 26 मार्च। रायगढ़ के जीवनदायिनी कहे जाने वाली केलो नदी में नालियों से आने वाला पानी अब नदी में न मिलकर सीधे पाईप लाईन के रास्ते होते हुए ट्रीटमेंट प्लांट में पहुंचेगा। जिससे जनता को केलो नदी के साफ पानी की सौगात मिलेगी।
लंबे समय से इस नदी का पानी बड़े नालों व नालियों के चलते प्रदूषित हो रहा था। साथ ही साथ नदी में नहाने वाले लोगों को चर्म रोग के अलावा अन्य कई बीमारियों से दो चार होना पड़ता था। जिसको लेकर नगर निगम ने करीब 15 करोड़ से भी अधिक की लागत से नदी के दोनों किनारों पर पाईप लाईन बिछाकर नालियों का पानी सीधे केलो नदी के बाहरी इलाकों में निकालने की योजना बनाई थी।
बीते दो साल के भीतर वाटर ट्रिटमेंट का काम 90 प्रतिशत तक पूरा हो गया और अब इसकी टेस्टिंग जारी है। इस संबंध में निगम के अधिकारी ऋषि राठौर बताते हैं कि अमृत मिशन के अंतर्गत सिवरेज परियोजना में दो प्लांट बनने में 75 एमएलडी और 7 एमएलडी में ट्रायल शुरू कर दिया गया है। जिसमें शहर के गंदा पानी को फिल्टर करने का काम प्रारंभ होने की स्थिति में है। कुछ मैकेनिकल कार्य पेडिंग हैं जिसे पूर्ण करने के बाद इसका कार्य पूरी तरह दुरूस्त कर दिया जाएगा जिससे केलो नदी में जुडऩे वाली नालियों का पानी सीधे इस बिछाई गई पाईन लाईन से बाहर निकलेगा और ट्रीटमेंट प्लांट के जरिए उसे शुद्ध किया जाएगा। उनका कहना है कि 31 मार्च तक काम पूरा होनें की संभावना है।