रायगढ़
![प्रबंधन को नोटिस देने के बजाय शिव मंदिर को क्यों बुलाया ? प्रबंधन को नोटिस देने के बजाय शिव मंदिर को क्यों बुलाया ?](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/16483663721.jpg)
नायब तहसीलदार को नोटिस
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 27 मार्च। शिव को पेशी पर बुलाने वाले नायब तहसीलदार पर गाज गिरी है। एसडीएम ने नायब तहसीदार को एसडीएम ने नोटिस भेजा है। एसडीएम ने पूछा है कि पुजारी या प्रबंधन को नोटिस देने के बजाय शिव मंदिर को नोटिस क्यों भेजा गया है। इससे विभाग की छवि धूमिल हुई है। नायब तहसीलदार विक्रांत राठौर से 24 घंटे के भीतर जवाब मांगा गया है। स्पष्टीकरण नहीं देने पर पर एकतरफा कार्रवाई की बात कही गई है।
शुक्रवार को कौहाकुण्डा क्षेत्र में एक बेजा कब्जा जमीन के मामले में शिव मंदिर सहित अन्य नव लोगों को स्थानीय तहसील कार्यालय से नोटिस मिलने के बाद मोहल्लेवासी शिवलिंग को लेकर कोर्ट पहुंच गए थे, उसके बाद से प्रशासनिक व राजनीतिक हल्कों में हडक़ंप मचा हुआ हैं। यह पहला मामला था, जब न्यायालय ने अन्य नव लोगों सहित स्वयं भगवान शिव को दस दिवस के भीतर न्यायालय में उपस्थित होने का नोटिस जारी किया था, नहीं तो दस हजार जुर्माना भी पटाने की चेतावनी दी थी।
इस मामले में कांगे्रस के प्रदेश सचिव अनिल अग्रवाल ने कलेक्टर भीम सिंह को एक शिकायत भेजी थी, जिसके बाद अब उल्टे ही भगवान को नोटिस देने वाले अधिकारियों को कलेक्टर ने नोटिस जारी करते हुए पूरे मामले पर जवाब देने को कहा है।