बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 8 मई । दिगर राज्यों से परिवार सहित आकर ईंट भट्टे में काम करने वाले मजदूरों के बच्चों को साल में 5 माह तक स्कूल से दूर रखना पड़ता है। जिसे दूर करने के लिए जिला में इन दिनों सुबह 8 से 10 बजे तक विशेष कक्षाएं का संचालन एक भट्टे के पास संचालित स्कूल व अस्थाई व्यवस्था कर कराया जा रहा है। जिले में करीब 8 स्थानों पर 379 बच्चे इससे लाभान्वित हो रहे हैं। बच्चों को सुविधाओं और अन्य जरूरतों के सामान भी दिया गया है। जिससे बच्चों की रुचि स्कूलों के प्रति बना रहे। इन बच्चों के लिए मध्यान भोजन बनाया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार आमतौर जिले में यूपी या बिहार के कुम्हार जिले में संचालित ईट भट्टे में आकर साल में 4 से 5 माह के लिए मजदूरी कर इट बनाते हैं। इस दौरान कामगार अपने साथ बच्चों को भी लेकर आते हैं। जिसके वजह से परिवार के साथ आने वाले बच्चों की शिक्षा प्रभावित होता है। जिसे दूर करने के लिए जिला प्रशासन के पहल पर जिले में 23 ईट भट्टे में कार्यरत कामगारों के 379 बच्चों के लिए 8 अस्थाई स्कूलों में सुबह की पाली में पढ़ाया जा रहा है। बेमेतरा, साजा, बेरला व नवागढ़ ब्लाक के बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं।
यहां पर संचालित है अध्ययन केंद्र
बेरला ब्लाक के ग्राम बेरला कला में संचालित 7 इट-भट्टे के 116 बच्चों के लिए कंदरका पूर्व माध्यमिक शाला , भालेसर के इट-भट्टे के श्रमिकों के लिए 69 बच्चों के लिए पूर्व माध्यमिक शाला बालेश्वर कंधार का में संचालित 48 भट्टे के श्रमिकों के 63 बच्चों के लिए पूर्व माध्यमिक शाला भालेसर , कंडरका में संचालित 4 ईट-भट्टे के श्रमिकों के 63 बच्चों के लिए पूर्व माध्यमिक शाला कंडरका , ग्राम टेमरी में संचालित ईट भट्टे के श्रमिकों के 22 बच्चों के लिए संचालक द्वारा उपलब्ध कराए गए स्थल पर किया जा रहा है। नवागढ़ ब्लाक के ग्राम नानघाट के 26 बच्चों के लिए उपलब्ध कराए गए स्थल पर , इसी ब्लॉक के जेवरा एन में ईट भट्टे में श्रमिकों के 25 बच्चों के लिए प्राथमिक शाला में , बेरला में ग्राम बचेड़ी के 14 बच्चे को प्राथमिक शाला स्कूल बचेड़ी , व बीरमपुर के 23 बच्चों को प्राथमिक प्राथमिक शाला बीरमपुर, बेमेतरा-गुनरबोड के 21 बच्चों को भट्टे संचालक द्वारा उपलब्ध कराए गए स्थल पर अध्ययन स्थल बनाकर संचालन किया जा रहा है। जिन्हें आने व जाने के लिए वाहन संचालन, मध्यान भोजन, शिक्षा विभाग पोषक व पुस्तक, बैग सभी मुहैय्या कराया गया है।
जिला शिक्षा अधिकारी अरविंद मिश्रा का कहना है कि कलेक्टर विलास संदीपान के पहल पर जिले में प्रयास किया जा रहा है, जिससे कामगार के बच्चों शिक्षा से वंचित न हो सके। जिले में 379 बच्चें लाभान्वित हो रहे हैं।