बेमेतरा
प्रदर्शन के दौरान तैनात रही पुलिस, जिले के सभी थाना और चौकी प्रभारी रहे मौजूद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 17 मई। छत्तीसगढ़ में धरना-प्रदर्शन को लेकर जारी सरकारी आदेश के खिलाफ भाजपा का सोमवार को प्रदेश भर में जेल भरो आंदोलन हुआ। इस आंदोलन के लिए जिला मुख्यालय में जिले भर से भाजपाई इक्_ा हुए। जिन्होंने प्रदेश सरकार के फरमान के खिलाफ गिरफ्तारी दी। जिला भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने 5 हजार कार्यकर्ताओं के साथ जेल भरो आंदोलन की घोषणा की थी, जो सिर्फ 238 कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी में सिमट गया। सोमवार का जेल भरो आंदोलन ने भाजपा नेताओं में खुलकर मतभेद नजर आए। बीजेपी का जेल भरो आंदोलन जिला मुख्यालय स्थित मां भद्रकाली मंदिर से प्रारंभ हुआ। जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश जोशी और पूर्व जिलाध्यक्ष राजेन्द्र शर्मा के नेतृत्व में कार्यकर्ता रैली की निकालकर प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अस्थाई जेल कन्याशाला बेमेतरा पहुंचे।
जेल भरो आंदोलन के दौरान भाजपा ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार द्वारा जारी के आदेश की प्रमुख मांगों को लेकर विरोध जताया। पुलिस ने अस्थाई जेल में 238 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया। आंदोलन की चेतावनी और कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ जुटने की सूचना पर प्रशासन की ओर से पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया था। सभी थाना और चौकी प्रभारी जिला मुख्यालय में धरना स्थल पर मौजूद थे।
कांग्रेस सरकार के तुगलकी फरमान का विरोध कर रही भाजपा
बीते दिनों गृह विभाग की तरफ से एक आदेश भी जारी किया गया। इसमें तमाम धरना, निजी, सार्वजनिक कार्यक्रम, धार्मिक, राजनीतिक कार्यक्रमों, जुलूस, रैली, भूख हड़ताल जैसे कार्यक्रमों को लेकर एक गाइडलाइन जारी की गई है। इसमें प्रदेश के सभी कलेक्टर और एसपी को निर्देशित किया गया। यह कहा गया है कि सभी सार्वजनिक आंदोलन, धरना प्रदर्शन, राजनीतिक कार्यक्रम वगैरह अब जिला प्रशासन से बिना अनुमति के आयोजित नहीं किए जा सकेंगे। सरकार के इसी फैसले का विरोध भाजपा कर रही है।
लोकतांत्रिक प्रदर्शनों से डरी कांग्रेस सरकार
प्रदर्शन में जिलाध्यक्ष जोशी ने कहा कि जनाक्रोश, लोकतांत्रिक प्रदर्शनों से कांग्रेस सरकार डर गई है। उसने रैली, धरना, प्रदर्शनों, धार्मिक आयोजनो, असहमति की आवाजों को कुचलने का आदेश दिया है। आज सभी कार्यकर्ताओं ने भाजपा के जेल भरो आंदोलन में शामिल हो कर प्रदेश की तानाशाह कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया है। पूर्व जिलाध्यक्ष राजेन्द्र शर्मा ने कहा कि ने कहा कि सरकार से संरक्षण प्राप्त लुटेरे बेख़ौफ़ होकर आतंक मचा रहे हैं। नक्सलियों के बाद चोर लुटरों को भी यही लगने लगा है, छत्तीसगढ़ में तो उनकी सरकार है।
पूर्व मंत्री बघेल, बाफना, अवधेश चंदेल ने अस्थाई जेल पहुंच कर दी गिरफ्तारी
भाजपा के द्वारा 16 मई को जेल भरो आंदोलन को लेकर विगत 1 सप्ताह से तैयारी भी की जा रही थी, जिसको लेकर बकायदा पूर्व मंत्री दयालदास बघेल, पूर्व संसदीय सचिव लाभचंद बाफना, पूर्व विधायक अवधेश चंदेल ने प्रेस वार्ता लेकर जिले में 5 हजार कार्यकर्ताओं के साथ जेल भरो प्रदर्शन की घोषणा की थी।
प्रदर्शन के दिन तीनो पूर्व विधायक धरना स्थल पर ना पहुंच कर सीधे अस्थाई जेल में पहुंचकर अपनी गिरफ्तारी दी। इस घटनाक्रम की चर्चा भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ साथ राजनैतिक हलकों में भी होती रही। संगठन और पूर्व विधायकों के बीच मतभेद और गुटबाजी नजर आया। भाजपाई सूत्र यह भी बता रहे हैं कि इसी टकराव के कारण जेल भरो आंदोलन को अपेक्षित सफलता नहीं मिली।
जेल भरो प्रदर्शन में यह भाजपा नेता रहे शामिल
इस दौरान पूर्व मंत्री डीडी बघेल, पूर्व संसदीय सचिव लाभचंद बाफना, पूर्व विधायक अवधेश चंदेल, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष विजय सिन्हा, पिछड़ा वर्ग आयोग के पूर्व सदस्य प्रहलाद रजक, प्रदेश मंत्री संध्या परगनिहा, जिला महामंत्री नरेंद्र वर्मा, हर्षवर्धन तिवारी जिला पंचायत उपाध्यक्ष अजय तिवारी, राजेश शर्मा, राजेश दीवान, अनिल माहेश्वरी, दयावंत धर बांधे, डॉ रघुनंदन तिवारी, संजीव तिवारी, राजा पांडेय, परमेश्वर वर्मा, होरीलाल सिन्हा, निशा चौबे, दीपेश साहू, चन्द्रपाल साहू, बलराम पटेल, छोटू साहू, परस वर्मा, जगजीवन खरे, मूलचन्द शर्मा, नथमल कोठारी, सुभाष सोनी, छन्नू गुप्ता, सुरेश निषाद, गजेंद्र साहू, तनु दीवान, विकास तम्बोली, जित्तू ठाकुर, रामानंद त्रिपाठी, आकिब मलकानी सहित भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहे।