रायगढ़
15 दिन के भीतर मेडिकल कालेज नए भवन में नहीं शिफ्ट होता तो दोनों होंगे सस्पेंड-टीएस
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 23 मई। छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने रायगढ़ के मेडिकल कॉलेज को लेकर अल्टीमेटम जारी किया है। लंबे समय से मेडिकल कॉलेज के भवन बन जाने के बाद भी जिला अस्पताल परिसर खाली नहीं करने के पत्रकारों के प्रश्न पर कहा कि अगर 15 दिनों के भीतर मेडिकल कॉलेज अपने नए भवन में शिफ्ट नहीं होता है तो मेडिकल कॉलेज के डीन व अधीक्षक को सस्पेंड कर दिया जाएगा।
आज स्थानीय उच्च विश्राम गृह में पत्रकारों से चर्चा के दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने डॉक्टरों द्वारा निजी पै्रक्ट्रिस के मामले में सरकार की मजबूरी बताई, जिसमें डॉक्टरों की कमी के चलते निजी पै्रक्ट्रिस करने वाले डॉक्टरों पर कड़ाई नहीं होना बताया और जल्द ही इस मामले में नियम बनाए जाएंगे।
इससे पहले उन्होंने अपनी बात रखते हुए कहा कि राज्य सरकार जीएसटी व शेष जैसे टैक्स के मामले में लगातार बढ़ोतरी कर रहा है लेकिन केन्द्र आज भी अपने बनाए गए नियमों को राज्य सरकारों पर थोप रहा है।
उन्होंने नरेगा पंचायती राज संबंधी मामले में भी अपनी बातें रखी। उसके बाद रायगढ़ मेडिकल कालेज भवन पर भी अपनी कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए अपने अल्टीमेटम में 15 दिनों का समय कालेज सुप्रिटेंडेन व मेडिकल कॉलेज डीन को देने की बात कही।
एक अन्य प्रश्न के जवाब में टीएस सिंहदेव ने कहा कि हसदेव जंगलों की कटाई को लेकर वे खुद संतुष्ट नही है लेकिन कोयले की कमी को दूर करने के लिए इस पर रोक लगाने के लिए भी कोई सरकार आगे नहीं आएगी।
उनका कहना था कि हसदेव के जंगल कोयला खदानों की जद में आए हैं और यह अडानी की कोयला खदान नहीं है , बल्कि किसी अन्य कंपनी द्वारा यह काम किया जा रहा है और उनका व्यक्तिगत यह मानना है कि कोयला खदानें अकेले छत्तीसगढ़ में नही है बल्कि भारत के अन्य राज्यों के पास भी है तो उन्हें अपने ढंग से कार्य शुरू करने चाहिए और पूरा बोझ एक ही स्टेट पर नही डालना चाहिए।
उन्होंने राज्य सरकार द्वारा आयुष डिपाटमेंट में दूसरे राज्यों से डिग्री लेने वाले डॉक्टरों के पंजीयन पर लगी रोक को हटा ली है और अब दूसरे राज्य से पढ कर आने वाले छत्तीसगढ़ आयुष डिग्री प्राप्त डाक्टरों को पंजीयन का लाभ मिल सकेगा। राजनीति संबंधी पूछे गए सवालों पर टीएस बाबा का कहना था कि वे शुरू से ही कांगे्रस से जुडे हैं और जब तक वे रहेंगे कांगे्रस में ही रहेंगे।
अफवाहों को दरकिनार करते हुए उनका कहना था कि हाई कमान के दिशा निर्देश पर वे काम कर रहे हैं साथ ही साथ छत्तीसगढ़ में आगामी चुनाव को देखते हुए कराए जाने वाले विधायकों की जीत की संभावनाओं के सर्वे पर भी एक स्वाभाविक निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है। लेकिन वे अंत तक उनके दो दिन के दौरे में जिले के पांचों विधायकों द्वारा बनाई गई दूरी के मामले में भी खुलकर कुछ नहीं कहा। सिर्फ यही जवाब दिया कि विधायकों का नही आना अपने क्षेत्र की व्यस्तता हो सकता है और वे ऐसी बातों पर ध्यान नहीं देते।