बेमेतरा
-आशीाष मिश्रा
बेमेतरा, 10 सितंबर (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। सौ बिस्तर जिला अस्पताल में बीते महीनों में करोड़ों रुपए की दवाई खरीदी के बावजूद मरीजों को दवाई समेत अन्य मेडिकल वस्तुएं बाहर से खरीदनी पड़ रही है। आलम यह है कि हड्डी जोडऩे के लिए लगाए जाने वाले प्लास्टर भी जिला अस्पताल के औषधि भंडार में उपलब्ध नहीं है। मरीजों को बाहर मेडिकल से खरीदना पड़ रहा है।
मोतेसरा निवासी वेेद प्रकाश पटेल का सडक़ हादसे में हाथ फैक्चर हो गया, जिसके इलाज के लिए जिला अस्पताल आया था।
जहां ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर बाहर से प्लास्टर लाने बोला। अस्पताल परिसर में संचालित मेडिकल स्टोर संचालक ने जिला अस्पताल पर काफी कर्ज होने की बात कहकर, प्लास्टर के लिए पैसा लेने की बात कही है। जिला अस्पताल में निशुल्क इलाज की उम्मीद लेकर पहुंचा था, लेकिन प्लास्टर नहीं होने के कारण साथी से पैसा लेकर इलाज कराया है।
करोड़ों की दवाई खरीदी के बावजूद बाहर से मंगा रहे प्लास्टर
किसान नेता योगेश तिवारी ने व्यवस्था में सुधार को लेकर कई बार ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की है। अस्पताल प्रबंधन की ओर से करीब 4 माह पूर्व दो करोड़ रुपए की खरीदी की गई थी। इसके बाद लगातार खरीदी की जा रही है, बावजूद मरीजों के इलाज के लिए जिला अस्पताल में दवाइयों का अभाव बना हुआ है।
पर्याप्त फंड मिलने के बावजूद मरीजों को नहीं मिल रही सुविधाएं
ज्ञात हो कि बीते दिनों कलेक्टर जितेंद्र शुक्ला के द्वारा जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया गया था। जहां निरीक्षण की सूचना लीक होने के कारण अस्पताल प्रबंधन कलेक्टर के आने के पूर्व व्यवस्थाओं को दुरुस्त कर दिया था। कलेक्टर ने अस्पताल के हर वार्ड का निरीक्षण कर पाई गई कमियों को दुरुस्त करने के निर्देश दिए थे , बावजूद मरीजों को जिला अस्पताल में अपेक्षित सुविधाएं नहीं मिल रही है। जबकि सरकार की ओर से अस्पताल प्रबंधन को पर्याप्त फंड मुहैया कराया जा रहा है।
अपनी गलतियों को छिपाने दूसरों पर लगा रहे आरोप
जिला अस्पताल बेमेतरा के हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. अरविंद साहू का कहना है कि जिस दिन मरीज इलाज के लिए पहुंचा था, उस दिन अस्पताल में प्लास्टर उपलब्ध नहीं था , दूसरे दिन और दो मरीज हड्डी के इलाज के लिए पहुंचे थे, उन्हें प्लास्टर उपलब्ध होने का हवाला देकर घंटों इंतजार कराया गया, अंत में मरीजों से प्लास्टर बाहर से मंगाया गया। संस्था प्रमुख अपनी गलतियों को छिपाने के लिए दूसरों पर आरोप लगा रही है।
मेडिकल वालों को पैसे नहीं देने के कारण उन्होंने भी दवाइयां देने से इंकार कर दिया है।
जिला अस्पताल-बेमेतरा की सीएस डॉ. वंदना भेले का कहना कि अस्पताल में प्लास्टर उपलब्ध था, इसकी जानकारी हड्डी रोग विशेषज्ञ को नहीं थी, इस संबंध में डॉक्टर से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।