रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 31 दिसंबर। नए साल के पहले पखवाड़े में सर्दी अपना तेवर दिखा सकती है?। 14 जनवरी मकर संक्रांति के बाद सूर्य के उत्तरायण होते ही मौसम गर्माने लगेगा।
बहरहाल अगले कुछ दिनों तापमान में गिरावट होगी और जनवरी के पहले हफ्ते में लगातार कई दिनों तक ठंड का प्रकोप बना रह सकता है।वहीं छत्तीसगढ़ में पारा 7 डिग्री पहुंच गया है। यहां भी कड़ाके की ठंड पड़ सकती है।
छत्तीसगढ़ में न्यूनतम तापमान में गिरावट का दौर शुरू हो चुका है. प्रदेश के कई जिलों के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। सबसे कम तापमान जशपुर में 7 डिग्री दर्ज किया गया है। कोरिया और सरगुजा में 8.5, कोरबा में 11, रायग? में 12.4 डिग्री, बिलासपुर में 11.8, मुंगेली में 10.8, बलौदाबाजार में 11.6 डिग्री न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया है. राजनांदगांव में 12, दुर्ग में 11.5, महासमुंद में 11 डिग्री, नारायणपुर में 11.4, कांकेर में 11.6, बस्तर में 14, बीजापुर में 16 और दंतेवाड़ा में 15.2 डिग्री पारा पहुंचा है.
मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा के मुताबिक पिछले 5 वर्षो का टे्रंड देखे तो जनवरी के द्वितीय- तृतीय सप्ताह में न्यूनतम तापमान निचले स्तर पर होता है। जो ठड़ का कारण है। सरगुजा में तो शीतलहर की स्थिति रहती है। इसलिए कहा जा सकता है प्रदेश में अब ठंड पडऩे वाली है। अभी रायपुर में 15 डिग्री तापमान है जो आने वाले दिनों में और गिरेगा।
उत्तराखंण्ड से गर्मी बढऩे के दिन गए
14 जनवरी मकर संक्राति को सूर्य के उत्तरायण होते ही गर्मा बढऩे और बसंत पंचमी से तेजी आने की क्लाइमेटोलाजी अब खत्म हो गयी है। इतना ही नही 21 जून को साल का बड़ा दिन होता है। उस दिन सर्वाधिक तापमान होना चाीिए, लेकिन ऐसा नही होता बल्कि उस दिन मानसूनी बादलों का डेरा होन लगता है। श्री चंद्रा ने बताया कि 1 मई से 15 मई तक ग्रीष्मकाल होगा। 16 मई के बाद से प्री मानसून सिस्टम बनने लगेगा। इस दौरान तेज आंधी छुट पुट बादल बरसने लगेंगे।