रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 31 दिसंबर। साइबर क्राइम हेल्पलाईन नंबर 1930 सर्विस को और बेहतर बनाने डायल 112 कंट्रोल रूम में शिफ्ट किया गया है। इस व्यवस्था का बेहतर परिणाम सामने आ रहा है। बीते 10 दिनो में 1930 हेल्पलाईन टीम ने लगभग 4 लाख रूपए बचाए है। एआईजी ( तकनीकी सेवा) कवि गुप्ता ने बताया कि विगत डेढ़ वर्षों में इस व्यवस्था के माध्यम से 4 करोड़ से ज्यादा राशि होल्ड करवाई गई है।
पुलिस के साइबर क्राइम पोर्टल पर च्च्सिटीजन फाइनेंसियल फ्रॉड रिर्पोटिंग सिस्टमज्ज् नामक प्लेटफार्म उपलब्ध है जिसमें पुलिस के साथ-साथ सभी बैंक मर्चेंट एवं वॉलेट कंपनियों के नोडल अधिकारी भी जुड़े रहते हैं। जैसे ही कोई साइबर फाइनेंसियल फ्रॉड की शिकायत पोर्टल पर दर्ज की जाती है, इसकी सूचना सबसे पहले उस बैंक के नोडल अधिकारी के पास पहुंचती है प्रार्थी जिस बैंक का खाता धारक है। नोडल अधिकारी पोर्टल के माध्यम से जिस बैंक के खाताधारक को राशि क्रेडिट हुई है उसे सूचित करता है।
यदि सूचित किए गए दूसरे बैंक के आरोपी खाताधारक के खाते में धनराशि उपलब्ध है तो वह होल्ड हो जाती है, और यदि दूसरे बैंक से भी धनराशि किसी तीसरे बैंक को ट्रांसफर हो गई है तो इस संबंध में दूसरे बैंक के नोडल अधिकारी, तीसरे बैंक के नोडल अधिकारी को सूचित कर दिया जाता है। यह सिलसिला तब तक चलता है जब तक ऐसा खाताधारक नहीं प्राप्त हो जाता है जिसके खाते में धनराशि हो। यदि आरोपी ने एटीएम से पैसे का आहरण कर लिया जाता है, तो पैसा होल्ड नहीं हो पाता है और इस संबंध में बैंक पुलिस को सूचित करता है। इसके लिए आवश्यक है कि साइबर ठगी के शिकार व्यक्ति द्वारा जल्द से जल्द शिकायत दर्ज करवाए।साइबर फाइनेंसियल फ्रॉड का शिकार व्यक्ति स्वयं, साइबर क्राईम हेल्पलाईन नंबर 1930 या नजदीकी थाना के माध्यम से साइबर क्राईम पोर्टल में ‘‘सिटिजन फाइनेंसियल फ्रॉड रिपोर्टिंग सिस्टम’’ के तहत शिकायत दर्ज कर सकता है। ब?ते हुए साइबर अपराध संबंधित शिकायतों को देखते हुए साइबर क्राईम हेल्पलाईन नंबर की सेवा पूरे सप्ताह 24 घंटे प्रदान की जा रही है।
एडीजी (तकनीकी सेवा) प्रदीप गुप्ता ने 1930 टीम को उनके मेहनत एवं लगन के लिए प्रशंसा पत्र प्रदान किया। उन्होंने कहा कि भविष्य में इस नई प्रणाली का और विस्तार किया जायेगा ताकि साइबर अपराध से पीडि़त लोगो की त्वरित एवं प्रभावी सहायता प्रदान की जा सके। श्री गुप्ता ने साइबर फायनेंसियल क्राईम के मामलों में लोगों से तुरंत शिकायत दर्ज कराने अपील किया है ताकि समय रहते पीडि़त को आर्थिक नुकसान से बचाया जा सकें।