गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
छुरा, 20 फरवरी। महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर छुरा नगर के ओम शांति भवन में ब्रह्मा कुमारी बहनों द्वारा सर्व धर्म सम्मेलन आयोजित किया गया। ब्रह्मकुमारी बहनों ने सभी धर्मप्रमुखों की उपस्तिथि में शिव ध्वजारोहण कर धूमधाम से शिव जयंती मनाई। इस अवसर पर भगवान विश्वनाथ शिव भोले बाबा की शोभा यात्रा नगर में निकाली गई।
कार्यक्रम में आतिथ्य के रूप में सनातन धर्म से पं.लखन लाल तिवारी, मुस्लिम जमात से मोहम्मद शेख आलम, सिख धर्म की अनुयाई भ्राता हरमिंदर सिंह भाटिया,जैन धर्म से भ्राता संतोष जैन, ईसाई धर्म प्रचारक पास्टर नारायण सिंह चौहान एवं गायत्री परिवार से परिवाजक भ्राता ईश्वर साहू बतौर उपस्थित रहे। ब्रह्मकुमारी बहनों ने सभी अतिथियों का तिलक, बैच, पुष्पगुच्छ एवं ईश्वरीय सौगात देकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही स्थानीय सेवा केंद्र की संचालिका ब्रह्मकुमारी गायत्री दीदी ने आगंतुक सभी धर्म प्रमुखों का स्वागत , अभिवादन करते हुए कहा कि समाज के सभी वर्गों के लोगों के सहयोग बिना एक बेहतर समाज की परिकल्पना कठिन है। सामाजिक,सद्भाव और शांति के लिए आध्यात्मिकता का मार्ग जरूरी है।
इससे ही समाज में समरसता आएगी।
ब्रह्माकुमारीज सब सेंटर खड़मा की संचालिका बीके.अंशु दीदी ने मुख्य वक्ता के रूप में धर्म सभा को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान समय धर्म ग्लानि का समय है। आज मानवीय मूल्यों का ह्रास होता जा रहा। हमारा मानव समाज गर्त में चला जा रहा है। इसका कारण है हमारी सोच जो हमने भेद भाव बनाकर रखी है हम अपने आप को धर्म,संप्रदाय, मठ, पंत, जाति वर्ग में बाट लिए है। हम ये भूल गए है कि, हम देह ही नहीं बल्कि एक आत्मा है, जो निराकार बिंदु स्वरूप, प्रकाश स्वरूप, चैतन्य ज्योति है, जो इस सृष्टिरूपी रंग मंच में देह रूपी वस्त्र धारण कर अपनी भूमिका निभाते आ रहे है।
हम अपने मूल स्वरूप को भूल कर देह को देखते और देह के धर्म को ही वास्तविक मान बैठे जबकि ये देह नाशवान है और इसका धर्म भी झूठा है। दीदी ने बताई की जैसे आत्मा सत्य है ,उसका स्वरूप ज्योति बिंदु स्वरूप वैसे ही हमारा पिता परमात्मा शिव,जिसे हम,अल्लाह, गॉड, ईश्वर,भगवान, ओंकार,प्रभु, आदि नामो से पुकारते है उसके साथ अपना सर्व संबंध जोड़ते है वह भी आत्मा की तरह ही ज्योतिबिंदु स्वरूप निराकार,सर्वशक्तिमान हमारा पिता परमात्मा है। जिसे सर्व धर्म के लोग मानते है जो सर्व मान्य है।
मुस्लिम समाज का प्रतिनिधित्व कर रहे मोहम्मद शेख आलम ने अपने वक्तव्य में कहा की आज मनुष्य भ्रम और अज्ञानता में जी रहे है। वास्तव में ज्ञान की आवश्यकता हर व्यक्ति के लिए जरूरी है। वेद, शास्त्र,कुरान या अन्य ग्रंथों में हिंदू ,मुसलमान के नाम से नही, बल्कि अच्छा इंसान बनने की प्रेरणा सभी को दी। सर्व से प्रेम करो, नफरत किसी से न करे ,भाई चारे की भावना से रहे यही इंसानियत है।
वहीं सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व कर रहे पुरोहित प. लखन लाल तिवारी, जैन समाज से संतोष जैन ईश्वर साहू, पास्टर नारायण सिंह चौहान,अर्जुन सिंह ने कहा कि ब्रह्मकुमारी बहनों ने सब धर्म, संप्रदाय, वर्ग के लोगों को एक साथ एक मंच पर बैठाकर सभी धर्मों का सम्मान किया है। यह साहसिक कार्य काबिले तारीफ है। यह संस्था हमेशा समरसता का संदेश देती है। सभी की उपस्थिति में शिव ध्वजारोहण कर परमात्म शिव के अवतरण की 87वीं जयंती को महाशिवरात्रि पर्व के रूप में मनाया। सभी को ईश्वरीय सौगात एवं ब्लैशिंग कार्ड दिए। इस अवसर पर दूर दराज ग्रामों से पहुंचे ब्रह्मकुमारी संस्थान के सदस्यगण,नगर के वरिष्ठ, माताएं बहनें बड़ी संख्या में उपस्थित थे।